Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Now the cities of UP will be able to develop more rapidly, changes in Amrit 2 Yogi Cabinet s decision

यूपी के शहरों में अब और तेजी से हो सकेगा विकास, अमृत-2 में बदलाव, योगी कैबिनेट का फैसला

यूपी में अब शहरों का विकास तेजी से हो सकेगा। अमृत-2 में निकायों की देय अंश राशि को सरकार ने घटा दिया है। अमृत-एक की बची 21 परियोजनाओं के लिए सरकार 89.81 करोड़ देगी। योगी कैबिनेट की बैठक में गुरुवार को यह फैसला किया गया।

Yogesh Yadav लखनऊ, विशेष संवाददाताThu, 15 May 2025 08:11 PM
share Share
Follow Us on
यूपी के शहरों में अब और तेजी से हो सकेगा विकास, अमृत-2 में बदलाव, योगी कैबिनेट का फैसला

यूपी की योगी सरकार ने शहरों में विकास कार्य तेजी से कराने के लिए अटल मिशन फॉर रिजूवनेशन एंड अर्बन ट्रांसफारमेशन (अमृत-2) में निकायों की देय अंश राशि घटा दी है। निकायों की अंश राशि को घटाकर क्रमश: आठ, चार व दो प्रतिशत कर दिया गया है। इस फैसले के चलते निकायों के पास अब विकास के लिए ज्यादा धनराशि उपलब्ध हो सकेगी।

इसी के साथ अमृत-एक की बची हुई 21 परियोजनाओं को पूरा कराने के लिए निकायों की 89.81 करोड़ रुपये देय अंश राशि को राज्य वित्त अयोग से देने का फैसला किया गया है। इससे पौराणिक व धार्मिक स्थलों पर बचे हुए कामों को तेजी से पूरा कराने का रास्ता साफ हो गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला हुआ। नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने अमृत में काम कराने के लिए केंद्र, राज्य व निकायों की अंश राशि तय कर रखी है। प्रदेश के अधिकतर निकायों की माली हालत खराब है। इसलिए वे अपना हिस्सा नहीं दे पाते हैं, जिसके चलते विकास कार्य में बाधा आ रही है। इसीलिए निकायों की हिस्सेदारी कम करने का फैसला किया गया है।

ये भी पढ़ें:ऑपरेशन सिंदूर के लिए मोदी और सेना का अभिनंदन, योगी कैबिनेट ने पास किया प्रस्ताव

10 लाख से अधिक आबादी वाले निकायों के लिए केंद्र 25, राज्य सरकार 60 और निकाय की देय अंश राशि 15 प्रतिशत थी। इसे घटाकर क्रमश: 25, 67 और 8% कर दिया गया है। 10 लाख से कम आबादी वाले निकायों में निकाय अंश राशि 10% से कम कर 4% कर दिया गया है। एक लाख से कम आबादी वाले निकायों में निकाय अंश राशि 10% से कम कर 2% कर दिया गया है।

केंद्र सरकार ने अमृत-एक योजना बंद कर दी है। इस योजना में 60 निकायों में कुल 328 परियोजनाएं स्वीकृत हुई थीं। इनमें से 307 पूरी हो चुकी हैं और 21 अभी चल रही हैं। इसे पूरा कराने के लिए निकायों को 89.81 करोड़ निकाय अंश राशि देनी है, लेकिन उनकी माली हालत ठीक न होने की वजह से नहीं दे पा रही थीं। इसीलिए इस पैसे को राज्य वित्त आयोग से देने का फैसला किया गया है।

लेटेस्ट Hindi News, बॉलीवुड न्यूज , बिजनेस न्यूज , क्रिकेट न्यूज पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करे| पाएं Lucknow news , Prayagraj News , Varanasi News , Gorakhpur News , Kanpur News , Aligarh News से जुड़ी ताजा खबरें हिंदी में |
अगला लेखऐप पर पढ़ें