अगवानपुर में रामगंगा नदी में डूबे ग्रामीण का मिला शव
Moradabad News - गोताखोरों ने रामगंगा नदी में शुक्रवार को ऑटो चालक जरीफ का शव बरामद किया। जरीफ पानी में डूबकर रेत में दब गए थे। पोस्टमार्टम में सांस की नली में रेत जमा होने से मौत की पुष्टि हुई। जरीफ का शव परिजनों को...

गोताखोरों ने रामगंगा नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर शुक्रवार को ऑटो चालक जरीफ का शव बरामद कर लिया।मृतक जरीफ पानी में डूबकर रेत में दब गए थे। पोस्टमार्टम में मौत की वजह सांस की नली में रेत जमा होने से बताया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंपा दिया। सिविल लाइंस थानाक्षेत्र के मऊ निवासी जरीफ (55) ऑटो चालक थे। परिवार में पत्नी मेहसर जहां, चार भाई नसीम नाजिम, वसीम, अमीन समेत 5 बहने है। वसीम के अनुसार गुरुवार को पिता जरीफ ने ऑटो की छुट्टी की थी,जबकि उनके सभी बेटे अपने कामों पर मजदूरी करने के लिए गए हुए थे।इस
दौरान जरीफ पत्नी मेहसर जहां से पशुओं को जंगल में चराने की बात कहकर घर से पशु लेकर निकल गए। साथ में गांव के गामा, मुनीम और मिलक गांव निवासी बृजपाल भी थे।चारों लोग रामगंगा नदी के मऊ मिलक घाट पर पानी में उतर गए।इस दौरान गामा,मुनीर और बृजपाल के पशु पानी में आगे निकल गए।जबकि जरीफ कुछ पीछे रह गए।इस दौरान जरीफ के हाथ से पशु की पूछ छूट गई। इसके बाद वह पानी में डूबने लगे।तब उन्होंने गामा को आवाज लगाई।लेकिन जब तक गामा रामगंगा नदी के दूसरे किनारे तक पहुंच चुके थे।उन्होंने आवाज पर पीछे मुड़कर देखा तो जरीफ पानी में डूब रहे थे। गामा कपड़े फेंकर रामगंगा में वापस कूद गए।वह तैरते हुए मौके पर पहुंचे तो तब तक जरीफ गायब थे। सूचना पर परिजन और सैकड़ों ग्रामीण नदी के घाट पर एकत्र हो गए। एनडीआरफ और पीएसी के गोताखोर ने रेस्क्यू चलाया जिसमें टीमों ने करीब 6 बजे नाव और तैराक ने जैसे ही घटना स्थल के पास एक्टिविटी की, तो जरीफ का शव पानी के ऊपर उतराता मिल गया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिवाया। पोस्टमार्टम में की रिपोर्ट की माने तो पानी में डूबने के करीब 30 मिनट बाद की जरीफ की मौत हो चुकी थी। सांस की नली में रेत जमा होने से मौत हुई।
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