महोबा जिला अस्पताल में जहर खाकर आए युवक को पिलाया कोयले का घोल
Mohoba News - महोबा के जिला अस्पताल में एक युवक को जहर खाने के बाद कोयले का घोल दिया गया। परिजनों ने स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। डॉक्टरों का कहना है कि चारकोल की गोलियां खत्म होने के कारण ऐसा किया गया। इस...
महोबा, संवाददाता। जिला अस्पताल में सोमवार दोपहर को अजीबो-गरीब घटना हुई। जहर खाकर जान देने का प्रयास करने वाले युवक को यहां कोयले का घोल पिलाया गया। कर्मचारियों का कहना था कि चारकोल की गोलियां खत्म होने की वजह से ऐसा किया गया। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। हालांकि आपका अपना अखबार हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। युवक की हालत ठीक है, लेकिन परिजनों ने इस लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की है। हुआं यूं, कबरई थाना क्षेत्र के गहरा गांव निवासी 33 वर्षीय मंगल प्रजापति ने रविवार सुबह पत्नी रानी उर्फ रीता से विवाद के बाद जहर खा लिया।
इसके बाद फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया। परिजन उसे जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाए। परिजनों का आरोप है कि स्टाफ ने कोयले का घोल बनाने के बाद मंगल को पिला दिया। इसका विरोध किया तो बताया गया कि 12 जून से चारकोल की गोलियां खत्म हैं। परिजनों ने सीएमएस से शिकायत कर जांच कराने की मांग की है। डॉक्टर बोले- दवा न हो तो दे सकते हैं कोयले का घोल घटना सामने आने के बाद मीडिया ने जब ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर दीपक कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि चारकोल की गोली न होने पर जहर खाए शख्स को कोयले का घोल दिया जा सकता है। इससे जहर अवशोषित हो जाता है। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि घोल देना गलत है। कोट -- मरीज को कोयले का घोल नहीं देना चाहिए। दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। - डॉ. पवन अग्रवाल, सीएमएस
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