बोले मेरठ : शांतिनगर कॉलोनी को चाहिए गंदगी-जलभराव से ‘मुक्ति
Meerut News - शांति नगर कॉलोनी, जो रुड़की रोड पर बसी है, लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं के अभाव से जूझ रही है। यहां गंदगी, जल निकासी की समस्या और खराब सड़कें लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई हैं। लोग नगर निगम से...

शहर में रुड़की रोड पर बसी शांति नगर कॉलोनी, जो इस इलाके में पॉश कॉलोनियों में गिनी जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत में यह उपेक्षा की मार झेल रही है। शांति नगर का नाम तो ‘शांति है, लेकिन यहां के निवासी वर्षों से उस ‘शांति के लिए तरस रहे हैं, जो विकास के बाद आती है। लंबे समय बाद भी इस कॉलोनी में बुनियादी सुविधाओं की जरूरत है। गंदगी और जल निकासी की समस्या इस कॉलोनी की शांति को खत्म करती है। यहां के लोग अब सुविधाओं का सुकून चाहते हैं। रुड़की रोड पर बसी शांति नगर कॉलोनी एक पॉश कॉलोनी में गिनी जाती है।
साल 2011 से पहले बसी इस कॉलोनी में आज पांच सौ से अधिक आबादी है। एमडीए से एप्रूव्ड इस कॉलोनी में सफाई के नाम पर बड़ी समस्या है, जहां लोग टैक्स देते हैं, लेकिन नगर निगम से कूड़ा उठाने या सफाई के लिए कोई नहीं आता। यही नहीं इस कॉलोनी में आजतक सीवर लाइन ही नहीं डली। खाली जगहों पर उगी झाड़ियों से कीड़े करकट बाहर निकलते हैं। हिन्दुस्तान बोले मेरठ टीम ने इस कॉलोनी के लोगों से संवाद कर उनकी समस्यओं को जाना। कॉलोनी के लोगों ने साफ-सफाई को लेकर नगर निगम के खिलाफ नाराजगी दिखाई। जो अब कॉलोनी की व्यवस्था को बेहतर तरीके व्यवस्थित चाहते हैं। कॉलोनी में गंदगी सबसे बड़ी समस्या शांति नगर कॉलोनी के लोगों का कहना है कि यहां नगर निगम की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी नहीं आती है। ना ही कोई सफाई कर्मचारी सफाई के लिए आता है, जबकि सभी लोग हाउस टैक्स देते हैं। हमने सफाई और कूड़ा नहीं उठने को लेकर ऑनलाइन सीएम पोर्टल पर शिकायत भी की, लेकिन इसके बावजूद कुछ नहीं हुआ। लोगों ने कूड़ा निस्तारण को लेकर की गई शिकायत का रिकॉर्ड दिखाते हुए कहा कि इस संबंध में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी से जवाब भी मांगा गया था, जिन्होंने एक गाड़ी में कूड़ा डालते हुए कर्मचारी का फोटो खिंचवाकर निस्तारण दिखा दिया। जबकि कॉलोनी में आजतक कोई कूड़ा उठाने वाला ही नहीं आया। कूड़ा उठे तो लोगों को राहत मिले कॉलोनी में रहने वाले हर्ष जैन का कहना है, कि अगर यहां नगर निगम की गाड़ी नहीं आएगी, तो हम लोग कूड़ा कहां डालेंगे। प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने इस कॉलोनी को नगर निगम के हैंडओवर नहीं होने के कारण कूड़ा उठाने की बात कही है। जबकि हम लोगों ने डीम को भी इस संबंध में शिकायत दी और उनसे पूछा कि जब हम टैक्स देते हैं तो कूड़ा कौन उठाएगा। लोगों के घरों में कूड़ा भरता रहेगा, या फिर वे किसी जगह फेंकेंगे। जिससे संक्रमण और बीमारियां फैलेंगी। नगर निगम यहां डोर-टू-डोर वाली गाड़ी भेज देगी तो लोगों को राहत मिल जाएगी। कॉलोनी में सीवर लाइन नहीं, सिर्फ उम्मीदें शांति नगर के लोगों का कहना है कि एक बड़ी समस्या ये भी है, कि कॉलोनी में सीवर लाइन का अभाव। आज भी यहां के लोग पुराने गड्ढे और सेप्टिक टैंक पर निर्भर हैं। कॉलोनी के गंदे पानी की निकासी कहीं भी नहीं है, सीवर लाइन नहीं होने के कारण दिक्कतें और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। जैसे ही बारिश होती है कॉलोनी में पानी भर जाता है। 2011 के पहले की इस कॉलोनी में आज तक सीवर लाइन नहीं बिछी है। गंदा पानी नालियों में बहता है, जो न केवल बदबू फैलाता है, बल्कि बीमारियों की वजह भी बनता जा रहा है। कॉलोनी में नालियां भी कहीं बनी हैं, कहीं एकदम गायब हैं। सड़कें जर्जर और पार्क की नहीं बाउंड्री कॉलोनी के लोग सड़कों की हालत दिखाते हुए कहते हैं कि एक भी सड़क चलने लायक नहीं बची है। सड़क जगह-जगह से उखड़ी पड़ी है। धीरे-धीरे इसकी हालत खराब होती जा रही है, लेकिन इसको कोई देखने वाला नहीं है। कॉलोनी एमडीए एप्रूव्ड होने के बाद भी इसकी देखरेख यहां के लोगों को ही करनी पड़ रही है, ना तो एमडीए कुछ कर रहा है और ना ही नगर निगम कॉलोनी की सुध ले रहा है। यहां पार्कों की व्यवस्था भी कॉलोनी के लोगों को ही देखनी पड़ती है, जिसकी आजतक बाउंड्री ही नहीं हुई। आसपास मौजूद झाड़ियों में से सांप और कीड़े निकलकर बाहर आ जाते हैं, रात में तो सड़क पर निकलना कठिन हो जाता है। बच्चों को खेलते समय भी बहुत डर लगा रहता है। जलती बुझती स्ट्रीट लाइटें, खाली जगहों में झाड़ियां लोगों का कहना है कि कॉलोनी में लगी स्ट्रीट लाइटें भी खराब पड़ी हुई हैं। इनमें कुछ ही स्ट्रीट लाइटें जलती हैं, इसलिए रात के अंधेरे में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों के कारण सड़क पर चलना कठिन रहता है। अंधेरे में कई बार गड्ढे में पैर पड़ने का डर रहता है, साथ ही सांपों और कीड़ों का भी डर बना रहता है। कॉलोनी में कई प्लॉट वर्षों से खाली पड़े हैं, जो अब कूड़ाघर में तब्दील हो चुके हैं। वहां से सांप, बिच्छू और अन्य जहरीले कीड़े-मकोड़े बाहर आकर कॉलोनीवासियों के लिए खतरा बन चुके हैं। लोगों को डराता है कुत्तों का आतंक शांति नगर के लोगों का कहना है, कि इस इलाके में कुत्तों का बहुत ज्यादा आतंक है। इस संबंध में नगर निगम और पोर्टल पर भी शिकायत की गई है, कि कुत्तों को पकड़ा जाए और इनका बंध्याकरण के साथ ही टीकाकरण हो। ताकि लोगों को कुत्तों के द्वारा काटे जाने पर अधिक खतरा ना हो। रात होते ही बच्चे और बुजुर्ग घर से बाहर निकलते हुए डरते हैं कि कहीं कुत्ते ना काट लें। कॉलोनी के लोग समस्याओं से छुटकारा, अच्छी सड़कें, सफाई, सुरक्षा, सीवर लाइन की व्यवस्था चाहते हैं। समस्याएं - शांति कॉलोनी में आजतक सीवर लाइन नहीं डाली गई है - इलाके की सभी सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, गड्ढे होने लगे हैं - खाली प्लॉट्स में झाड़ियां उग गई हैं, कीड़े-मकोडे हो गए हैं - खंभों पर लगीं बहुत सारी स्ट्रीट लाइटें पूरी तरह खराब हैं - क्षेत्र में बारिश के पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है सुझाव - कॉलोनी में सीवर लाइन डाली जाए ताकि गंदा पानी की निकासी हो - सड़कों का पुनर्निर्माण किया जाए ताकि आवागमन आसान हो सके - खाली प्लॉट्स की नियमित सफाई की जाए, व्यवस्था सही रहे - स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की जाए ताकि अंधेरे का डर दूर हो - बारिश के पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए बयां किया दर्द कॉलोनी में कोई कूड़ा उठाने वाला नहीं आता है, कई बार संबंधित विभाग को शिकायत की गई है, लेकिन कुछ नहीं हुआ। - अशीष सूरी कॉलोनी में सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, सभी सड़कें बननी चाहिएं, एमडीए एप्रूव्ड होने के बाद भी कोई सुविधा यहां नहीं है। - अनिल जैन साफ सफाई की बड़ी समस्या है, कॉलोनी में ना तो कोई सफाई कर्मचारी आता है और ना ही कोई कूड़ा उठाने वाली गाड़ी। - रीता जैन कूड़ा उठाने वाली गाड़ी ही अगर आ जाए तो लोगों को राहत हो जाए, अपने घरों का कूड़ा उसमें डाल दें, लेकिन कोई नहीं आता। - बबीता जैन पूरी कॉलोनी में सफाई को लेकर समस्या रहती है, खाली जगहों पर झाड़ियां उग गई हैं, कूड़ा-करकट बहुत पैदा हो गया है। - रेखा आनंद सड़कों को सही किए जाने के साथ ही कॉलोनी में सफाई व्यवस्था दुरुस्त की जाए, ताकि यहां रहने वाले लोग सुकून में रहे। - विनीता गोयल पूरी कॉलोनी में सीवर लाइन नहीं है, नालियों में लोगों के घरों का पानी बहता है, बरसात में यह पानी घरों में घुस जाता है। - राहुल गोयल कॉलोनी में निकासी की व्यवस्था ही नहीं है, थोड़ी सी बारिश में ही यहां पानी भर जाता है, इससे लोगों को दिक्कत होती है। - अमित आनंद कॉलोनी में स्ट्रीट लाइटें भी खराब हुई पड़ी हैं, इनको जल्द ही सही कराया जाए, ताकि रात में लोगों को डर ना लगे। - नलिन शर्मा कॉलोनी में सफाई वाली गाड़ी नहीं आती है, कुत्तों का आतंक बहुत ज्यादा है, इस बारे में शिकायत की गई, हुआ कुछ नहीं। - हर्ष जैन कॉलोनी में रहने वालों को बुनियादी सुविधाएं ही मिल जाएं, नाम को एमडीए एप्रूव्ड है, सड़कें खराब हैं, सफाई की व्यवस्था नहीं है। - मनीष अरोड़ा कॉलोनी में सड़कें बन जाएं और सफाई व्यवस्था दुरुस्त हो जाए तो काफी राहत मिल जाए, यहां कूड़ा नहीं उठना बड़ी समस्या है। - संदीप शर्मा
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