काशी टोल से पुलिस ने हटाई कैनोपी, फायरिंग के आरोपी पकड़ से दूर
Meerut News - परतापुर के काशी टोल प्लाजा पर अवैध फास्टैग कैनोपी को लेकर विवाद में दंबगों ने फायरिंग की। दो लोग घायल हुए, लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया। भाकियू इंडिया के पदाधिकारियों ने थाने पर...

परतापुर। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे स्थित काशी टोल प्लाजा पर अवैध रूप से लगाई जा रहीं फास्टैग कैनोपी को लेकर दंबगों द्वारा की गई फायरिंग के मामले में पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इससे आक्रोशित भाकियू इंडिया के पदाधिकारियों ने मंगलवार को थाने पर हंगामा किया। उधर, पुलिस ने टोल प्लाजा के पास लगी फास्टैग कैनोपी हटवा दी हैं। एक्सप्रेस वे पर फास्टैग की कैनोपी लगाने को लेकर इंद्रापुरम निवासी अवनीश, कपिल व राहुल सिरोही का भूड़बराल निवासी नितिन व जतिन से विवाद हो गया था। आरोप है कि कपिल ने पिस्टल निकालकर नितिन के पैर में गोली मार दी।
बीच बचाव कर रहे जतिन उर्फ तुषार के कंधे में गोली लगी। कपिल के साथी अविनाश ने भी पिस्टल से नितिन के पैर में दो गोलियां मारीं। टोल प्लाजा पर तैनात पुलिसकर्मी दौड़े तो सभी आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। परतापुर पुलिस को मौके से तीन खोखे सहित कपिल का मोबाइल बरामद हुआ है। पुलिस ने दोनों घायलों को सीएचसी भूड़बराल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर करा दिया गया। परिजनों ने मंगलवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। भारतीय किसान यूनियन इंडिया के जिलाध्यक्ष पवन ने सोमवार रात परतापुर थाने पहुंचकर आरोपी अविनाश, कपिल व राहुल सिरोही को नामजद करते हुए कुछ अज्ञात युवकों के खिलाफ तहरीर दी। मंगलवार को फारेंसिक टीम घटनास्थल पहुंची और वहां फुटेज ली। मौके से तीन कारतूस के खोखे बरामद किए गए। पुलिस ने भूड़बराल के पूर्व प्रधान वीरपाल को हिरासत में लिया हुआ है, लेकिन प्रधान का कहना है कि उनकी लाइसेंसी पिस्टल उनके पास है। सीसीटीवी कैमरे में उनका बेटा कपिल नहीं है। वहीं, क्यूब हाईवे इंफ्रा के मैनेजर भूपेश त्यागी का कहना है कि पुलिस को देख कैनोपी लगाने वाले फरार हो जाते हैं और पुलिस के जाते ही दुबारा से कैनोपी लगा लेते हैं।
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