Hindi NewsUttar-pradesh NewsMeerut NewsMadhavpuram Sector Faces Urgent Infrastructure Issues Residents Demand Basic Amenities

बोले मेरठ : माधवपुरम के लोगों को विकास की आस, बनें सड़कें-पानी मिले साफ

Meerut News - मेरठ के माधवपुरम सेक्टर एक में सड़कें, नालियां और पार्कों की हालत खराब है। लोग वर्षों से सफाई, मरम्मत और बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। बारिश में जलभराव और गंदे पानी की समस्या है, जिससे...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठTue, 1 July 2025 11:46 AM
share Share
Follow Us on
बोले मेरठ : माधवपुरम के लोगों को विकास की आस, बनें सड़कें-पानी मिले साफ

मेरठ। शहर के विकास की दशा और दिशा के साथ माधवपुरम की नींव भी आवास विकास द्वारा तीन दशक पहले रखी गई थी। विकास की बयार बही और शहर में बहुत सारे इलाके चमक उठे, लेकिन माधवपुरम का सेक्टर एक आज भी जर्जर सड़क और गंदगी से जूझ रहा है। जहां पार्क अच्छी खासी संख्या में हैं, लेकिन अधिकतर की हालत खराब है। सफाई, सड़क और सीवर जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यहां के लोग अपनी समस्याओं का सालों से समाधान चाहते हैं। 1990 के दशक में आवास विकास द्वारा माधवपुरम योजना के तहत लोगों को मकान मिले थे। दिल्ली रोड से सटा माधवपुरम क्षेत्र का सेक्टर एक धीरे-धीरे बसता गया और आज यहां करीब दस हजार लोगों की आबादी है।

माधवपुरम सेक्टर एक से चंद कदम दूर दिल्ली रोड पर रैपिड और मेट्रो का स्टेशन है। इसके बावजूद यह इलाका आज भी अपनी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसता नजर आ रहा है। जहां हजारों लोग रोज जिंदगी की जद्दोजहद से गुजरते हैं, बुनियादी सुविधाओं की बदहाली से जूझ रहे हैं। हिन्दुस्तान बोले मेरठ टीम ने इस इलाके के लोगों से संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना। जो अपनी इन समस्याओं से निजात चाहते हैं। सड़कों की हालत खराब, जल्द हो निर्माण क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सेक्टर एक की मुख्य सड़क सालों से जर्जर हुई पड़ी है। क्षेत्र बनने के साथ ही यह सड़क बनी थी, जिसका आजतक दुबारा निर्माण नहीं हुआ। जिसमें गहरे गड्ढे हो चुके हैं और चलने लायक नहीं है। यह सड़क वर्षों से मरम्मत की बाट जोह रही है। हर रोज़ सैंकड़ों वाहन और स्कूली बच्चे इस टूटी-फूटी सड़क से गुजरते हैं, जो कहीं से उबड़-खाबड़ है तो कहीं पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जरा सी बरसात में यहां की सड़क तालाब का रूप ले लेती है, जिससे गुजरना किसी जोखिम से कम नहीं होता। इसके निर्माण को लेकर इलाके के लोग सालों से जद्दोजहद कर रहे हैं। चोक नालियां, बदहाल इलाका क्षेत्र में नालियों की हालत दिखाते हुए लोग कहते हैं, कि यहां सभी नालियां पूरी तरह से चोक पड़ी हैं। कहीं तो नाली गायब हो चुकी हैं। लंबे समय से नालियों की सफाई नहीं हुई, और पानी का बहाव रुकने से गंदगी हर जगह फैल चुकी है। यही नहीं, नालियों से निकलने वाली बदबू ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। क्षेत्र में मौजूद सीवर लाइनें भी जाम पड़ी हुई हैं, जो ओवरफ्लो हो जाते हैं और इनका गंदा पानी सड़कों पर बहता है। इससे पूरे इलाके में संक्रामक और बीमारियों का खतरा मंडराता रहता है। जर्जर पुलिया में कुत्ते फंसकर मर जाते हैं लोगों का कहना है कि सेक्टर एक में बनी पुलियाएं पूरी तरह से टूटी पड़ी हैं। एक पुलिया में तो आए दिन पिल्ले गिर जाते, जो निकल नहीं पाते और मर जाते हैं। कई बार लोगों के पैर भी उसमें पड़ जाते हैं, बच्चे भी गिर जाते हैं और चोटिल हो जाते हैं। इलाके में नालियों का निर्माण हो, उनकी सफाई ठीक तरीके से हो। सफाई वाले भी कई-कई दिनों में आते हैं, अगर रोज आएं तो गंदगी से निजात मिले। सेक्टर एक में बनी सड़क को 14 साल हो गए, जिसकी मरम्मत होनी चाहिए। क्षेत्र के पार्कों की हालत खस्ता लोगों का कहना है, कि क्षेत्र में कई पार्क हैं, सभी बदहाली के शिकार हुए पड़े हैं। इन पार्कों की स्थिति ऐसी है कि बच्चे खेल भी नहीं सकते, पार्कों में अब झाड़-झंखाड़ उग आए हैं। दीवारें पूरी तरह जर्जर हो चुकी हैं। झूले टूटे हुए हैं और बैठने के लिए बेंच की कोई व्यवस्था नहीं हैं। पार्क में गंदगी और कूड़े के चलते अब बच्चे इनमें नहीं खेलते। एक पार्क को जर्जर होने के कारण वाहन खड़े करने की जगह बना लिया है। क्षेत्र में पार्कों की व्यवस्था सुधरे और इनका सौंदर्यकरण हो तो इलाका भी सही लगेगा। थोड़ी सी बारिश में डूब जाता है इलाका लोगों का कहना है कि क्षेत्र में नालियों की स्थिति खराब होने के साथ ही सीवर की निकासी की व्यवस्था एकदम खराब है। जब भी बारिश होती है तो नालियों का पानी उल्टा घरों में पहुंच जाता है। पूरे क्षेत्र में जलभराव इतना हो जाता है कि उसे सूखने में लंबा समय लग जाता है। गलियों में कूड़ा-करकट फैल जाता है, यही नहीं कीड़े मकोड़े भी घरों में घुस जाते हैं। विजय गुप्ता बताते हैं कि उनकी बेटी को एक कीड़े ने काट लिया था, जिसके चलते बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। यहां नालियों से कनखजूरे और सांप तक निकल आते हैं। जिनकी सफाई समय-समय पर होती रहनी चाहिए। घरों में आता है बदबूदार पानी लोगों का कहना है, कि घरों में पहुंचने वाला पीने का पानी बहुत गंदा आता है। पानी में बहुत बदबू आती है और मिट्टी व रेत तक आता है। पानी पीने लायक बिल्कुल भी नहीं आता, इसलिए लोगों ने घरों में आरओ लगवा रखे हैं, जो अब गंदगी के कारण खराब हो रहे हैं। कुछ लोग तो यह पानी पीकर बीमार भी हो चुके हैं। इलाके में पानी की व्यवस्था ठीक कराई जाए ताकि लोग बीमार ना हों। वहीं कई परिवारों का कहना है, कि यहां कभी फॉगिंग तक नहीं हुई। रात में लोगों के घरों में तिलचट्टे, मच्छर, कनखजूरे, चूहे और खतरनाक कीड़े रात को घरों में घुस आते हैं, जिससे बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडराता रहता है। समस्या - क्षेत्र में लोगों के घरों में पीने का पानी गंदा आ रहा है - इलाके की सड़कें पूरी तरह जर्जर हो चुकी हैं - नालियां और सीवर पूरी तरह चोक पड़े हुए हैं - सफाई वाला कोई आता नहीं है, कूड़ा पड़ा रहता है - नालियों में गंदगी के कारण कीड़े मकोड़े पैदा हो गए हैं सुझाव - लोगों के घरों में पहुंच रहा पीने का पानी सही हो - माधवपुरम क्षेत्र की जर्जर सड़कें सही की जाएं - क्षेत्र में चोक नालियों और सीवरों की सफाई हो - सफाई कर्मी रोज आएं और कूड़ा उठाया जाए - पूरे क्षेत्र में फॉगिंग के साथ कीटनाशक दवाई डले लोगों का कहना सफाई वाला कोई नहीं आता, नालियां पूरी तरह भरी रहती हैं, जिनकी सफाई हो तो लोगों को राहत मिलेगी। - सुमन देवी नालियों में गंदगी साफ नहीं होती, कीड़े मकोड़े पैदा हो रहे हैं, लोगों के घरों में घुसकर बच्चों को काट लेते हैं। - मिथलेश शर्मा पूरे इलाके में सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, बहुत साल पहले सड़क बनी थीं, जिनको दुबारा बनाया जाना चाहिए। - सोनिया गुप्ता लोगों के घरों का गंदा पानी सीवर जाता है, लेकिन सभी सीवर चोक हुए पड़े हैं, गंदा पानी बाहर आ जाता है। - कमलेश सकूजा पुलिया काफी दिनों से टूटी पड़ी है, इसमें कुत्ते के बच्चे गिरकर मरते रहते हैं, रात में तो गिरने का डर रहता है। - प्रियंका पार्कों की स्थिति काफी खराब है, दीवारें जर्जर हो चुकी हैं, इनकी साफ सफाई के लिए तो कोई आता ही नहीं। - शशि लोगों के घरों में गंदा पानी आ रहा है, बदबू के साथ पानी में रेत भी आ रहा है, मेरा आरओ भी खराब हो गया। - विजय गुप्ता मुख्य सड़क के हालात तो पूरी तरह खराब है, जिस पर चलना भी मुश्किल है, सभी जगह गहरे गड्ढे हुए पड़े हैं। - श्याम अरोड़ा यहां क्षेत्र में हालत बहुत खराब है, सड़कें टूटी पड़ी हैं, नालियां चोक हैं और सीवर का पानी बाहर आता रहता है। - सचिव नालियों में गदंगी और चोक सीवरों के कारण कीड़े मकोड़े लोगों के घरों में घुस जाते हैं, बच्चों को काट लेते हैं। - मोनिका सकूजा यहां सड़क बने बहुत साल हो गए हैं, सभी नालियां पूरी तरह भरी हैं, इनका गंदा पानी ऊपर तक आ जाता है। - नीलम श्रीवास्तव क्षेत्र में सफाई वाले कई-कई दिनों तक नहीं आते, नालियों में गंदगी भरी पड़ी रहती है, समय पर सफाई हो। - चमेली देवी बारिश होते ही पूरा इलाका गंदगी से भर जाता है, जलभराव के कारण लोगों का निकलना मुश्किल होता है। - रेखा देवी यहां नाली दुबारा बननी चाहिएं, पार्कों की हालत खराब पड़ी है, बच्चे गंदगी के कारण खेलते भी नहीं हैं। - उर्मिला रात में नालियों से लोगों के घरों में कॉकरोच, मच्छर, कनखजूरे और खतरनाक कीड़े घरों में घुस आते हैं। - शक्ति अरोड़ा पार्कों की स्थिति बहुत खराब है, इनकी दीवारें ठीक की जाएं, कूड़ा करकट साफ किया जाना चाहिए। - वंश सड़क खराब हो चुकी हैं, पुलिया पूरी तरह टूटी पड़ी है, घरों में गंदा पानी आ रहा है, इन समस्याओं का हल हो। - चेतन मुख्य सड़क लंबे अर्से से खराब पड़ी है, जो मुख्य बाजार में जाती है, लोग आए दिन गिरते रहते हैं, चोटिल होते हैं। - नीलम वर्जन दीवाली से पहले तक क्षेत्र की सड़कें बन जांएगी, यहां सीवर की छह इंच वाली पाइप लाइन डाली गई है जो चल नहीं पाती, जल्द ही सीवर पंपिंग स्टेशन बनाया जाएगा, जिससे लोगों को राहत मिलेगी। - दीपक वर्मा, पार्षद वार्ड 48

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें