आरक्षण के संवैधानिक अधिकार को निष्प्रभावी बनाया जा रहा: मायावती
Lucknow News - - छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर किया श्रद्धासुमन अर्पित लखनऊ, विशेष संवाददाता

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि दलितों, आदिवासियों व अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण के संवैधानिक अधिकार को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि छत्रपति शाहूजी महाराज ने कोल्हापुर रियासत में दलितों को नौकरी में आरक्षण देने का क्रांतिकारी कदम उठाया था। उन्होंने उनके जयंती पर नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया है। उन्होंने गुरुवार को जारी बयान में कहा है कि बसपा की सरकार व बहुजनों के शासक वर्ग बनने के अभाव में ऐसा किया जा रहा है। उन्हें फिर से लाचार, मजबूर व गुलाम बनाने का षडयंत्र जारी है। राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज के मानवीय गुणों, न्याययुक्त सरकार व अन्यायमुक्त समाज की स्थापना में उनकी ऐतिहासिक भूमिका व उनकी स्मृतियों को सजोने व स्मरण करने का महत्व व्यापक जन व देशहित में और भी अधिक बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि दलित व पिछड़े वर्गों में जन्मे संतों, गुरुओं व महापुरुषों में राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज के आदर-सम्मान में बसपा सरकार में ऐतिहासिक महत्व के अनेकों काम किए गए। उनके नाम पर नया जिला बनाने के साथ शिक्षण संस्थाओं आदि का नामकरण किया गया, लेकिन सपा सरकार ने इसे बदल दिया। सपा के बाद आयी भाजपा सरकार ने भी व्यापक जनहित में जरूरी बदलाव व सुधार नहीं किया है। छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी का असली नाम जितनी जल्द बहाल हो उतना बेहतर होगा। बसपा के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर आकाश आनंद ने उन्हें नम करते हुए कहा है कि शाहूजी महाराज न केवल आरक्षण के जनक थे, बल्कि वे सामाजिक समरसता और मानव गरिमा के प्रतीक भी थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि पटना बिहार की पावन धरती पर आयोजित लोकराजा राजर्षि शाहूजी महाराज की भव्य जयंती समारोह में सहभागी बनना मेरे लिए सौभाग्य है।
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