रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में लगेगी लिफ्ट, मरीजों को होगी आसानी
Lucknow News - हिन्दुस्तान असर किरकिरी के बाद केजीएमयू प्रशासन ने लिफ्ट के प्रस्ताव को मंजूरी दी 30

लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अब प्रथम पर मरीजों की भर्ती आसानी से हो सकेगी। मरीज को गोद में उठाकर ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केजीएमयू प्रशासन विभाग में लिफ्ट लगवाने को राजी हो गया है। अगले तीन से चार माह में लिफ्ट लगने की उम्मीद है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने शुक्रवार के अंक के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग की बदहाली उजागर की थी। इसमें कैम्वैल रोड निवासी बुजुर्ग शांति देवी को बच्चे कंधों के सहारा देकर प्रथम तल पर स्थित वार्ड तक ले जा रहे थे। बुजुर्ग महिला को सांस लेने में दिक्कत थी। हिन्दुस्तान ने मरीजों की समस्याओं को उठाया थाा।
इसके बाद केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया और अफसरों ने आनन-फानन विभाग में लिफ्ट लगाने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस संबंध में अफसरों ने विभाग का जायजा लिया। इंजीनियरों ने भी विभाग का मुआयना किया। करीब 30 लाख रुपए के बजट से लिफ्ट लगाई जाएगी। केजीएमयू का है 1843.70 करोड़ का बजट मरीजों को बेहतर इलाज व सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकार हर साल केजीएमयू को करोड़ों रुपए का बजट मुहैया करा रही है। इस वित्तीय वर्ष में सरकार ने 1843.70 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। इसके अलावा केजीएमयू में ओपीडी पंजीकरण, जांच, ऑपरेशन, दवा आदि से करोड़ों रुपए की कमाई कर रहा है। देश-विदेश के प्रोजेक्ट से भी केजीएमयू की आमदनी हो रही है। इसके बावजूद मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रथम पर स्थित वार्ड तक जाने के लिए एक अदद लिफ्ट तक नहीं है। फैक्ट फाइल 200 से 250 मरीज प्रतिदिन आ रहे ओपीडी में 130 बेड हैं विभाग में आठ आईसीयू बेड हैं 12 से 15 मरीजों की प्रतिदिन भर्ती हो रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।