बलरामपुर में डायलिसिस मशीनें बढ़ीं
Lucknow News - - बलरामपुर में रोजाना 40 से 45 मरीजों की हो रही डायलिसिस - सरकारी

लखनऊ, संवाददाता। बलरामपुर अस्पताल में डायलिसिस मशीनें बढ़ जाने से अब गुर्दा मरीजों को काफी राहत हो गई है। डायलिसिस के लिए गुर्दा मरीजों की वेटिंग बहुत कम हो गई है। अब रोजाना करीब 40 से 45 मरीजों को डायलिसिस की सुविधा मिल रही है। बलरामपुर अस्पताल में पीपीपी मॉडल और सरकारी स्तर से 25 से अधिक डायलिसिस मशीन लग चुकी हैं। मरीजों की नि:शुल्क डायलिसिस की जा रही है। बलरामपुर अस्पताल में ही डायलिसिस की सुविधा है। बलरामपुर की डायलिसिस यूनिट में लगी सात में से दो मशीनें कंडम हो चुकी थी। इससे डायलिसिस के लिए लंबी वेटिंग थी। हर दिन 10 से 12 मरीजों की ही डायलिसिस हो पा रही थी।
अस्पताल प्रशासन के प्रयास से एनएचएम से मार्च में पांच नई डायलिसिस मशीन अस्पताल को मिली थीं। इसके अलावा जून में एक निजी संस्था ने भी पांच डायलिसिस मशीन दान की हैं। बलरामपुर निदेशक डॉ. दिनेश कुमार ने बताया डायलिसिस यूनिट की क्षमता बढ़ने से गुर्दा मरीजों को राहत मिलने लगी है। पीपीपी मॉडल पर 13 मशीन का संचालन बलरामपुर अस्पताल में ही पीपीपी मॉडल पर 13 डायलिसिस यूनिट मशीन लगी हैं, जहां पर मरीजों की नि:शुल्क डायलिसिस की जाती है। रोजाना इस यूनिट में भी 15 से अधिक मरीजों की डायलिसिस हो रही है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि प्रदेश की सबसे बड़ी डायलिसिस यूनिट अब बलरामपुर में संचालित हो रही है।
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