महिला व डायबिटीज मरीजों को कम महसूस होते हैं हार्ट अटैक के लक्षण
Lucknow News - लोहिया संस्थान में आजमगढ़ के डॉक्टरों को हार्ट अटैक की पहचान और इलाज के लिए प्रशिक्षित किया गया। डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने बताया कि अनियमित खान-पान और जीवनशैली से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। विशेष...

लोहिया में आजमगढ़ के डॉक्टरों को किया गया प्रशिक्षित नौ जिलों के डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया जा चुका है लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। अनियमित खान-पान व बेतरतीब जीवनशैली से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है। हार्ट अटैक से पहले मरीज को कुछ लक्षण महसूस होते हैं लेकिन महिलाओं और डायबिटीज मरीजों में हार्ट अटैक के लक्षण कम महसूस होते हैं। लिहाजा महिलाओं और डायबिटीज मरीजों को हार्ट अटैक को लेकर अधिक संजीदा रहने की जरूरत है। यह जानकारी लोहिया संस्थान में कॉर्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने दी। वह गुरुवार को आजमगढ़ के डॉक्टरों को हार्ट अटैक से जुड़ी बीमारी की पहचान और इलाज से रूबरू करा रहे थे।
डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने कहा कि डायबिटीज मरीजों को दिल समेत दूसरी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लिहाजा डायबिटीज मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर दवाओं का सेवन करना चाहिए। नियमित व्यायाम और पैदल चलना चाहिए। समय-समय पर दिल की सेहत की जांच भी करानी चाहिए। इससे बीमारी को शुरुआती अवस्था में पकड़ जा सकता है। समय पर इलाज से बीमारी आसानी से काबू में आ सकती है। उन्होंने कहा कि डायबिटीज के कारण नसों को नुकसान होता है। यही वजह है कि कुछ लोगों को हार्ट अटैक के विशिष्ट लक्षणों जैसे सीने में दर्द महसूस नहीं होता है। हालांकि उन्हें सांस लेने में तकलीफ, अत्यधिक थकान या मतली जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने कहाकि सीने में दर्द व सांस लेने में तकलीफ को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। खासतौर पर जब मरीजों को इन लक्षणों के साथ पसीना आए। मतली, उल्टी और शरीर के ऊपरी हिस्से जैसे हाथ, गर्दन, जबड़े, या पीठ में दर्द हो। तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि अब तक आठ जिलों के डॉक्टरों को संस्थान प्रशिक्षित कर चुका है। गुरुवार को आजमगढ़ के डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।