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प्रेक्षागृह चालू होते ही पांच गुना बढ़ा दिया शुल्क

Lucknow News - भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय ने बली प्रेक्षागृह के किराए को पांच गुना बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब सांस्कृतिक कार्यक्रमों का किराया 15,000 रुपये होगा। व्यवसायिक कार्यक्रमों के लिए किराया 20,000 से...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊSat, 28 June 2025 12:21 AM
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प्रेक्षागृह चालू होते ही पांच गुना बढ़ा दिया शुल्क

एक ओर राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह शुक्रवार को फिर से खुला तो साथ ही साथ भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय कार्य परिषद में इसका किराया पांच गुना बढ़ाने का फैसला ले लिया गया। प्रेक्षागृह के संचालन की जिम्मेदारी भातखण्ड संस्कृति विश्वविद्यालय को मिली है। भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की बैठक शनिवार को हुई। बैठक में पूर्व में हुई शोध और विद्या परिषद की बैठकों की कार्यवाहियों का अनुमोदन किया गया। वर्ष 2020 में जब बली प्रेक्षागृह जीर्णोद्धार के लिए बंद हुआ था, तब सांस्कृतिक और गैर व्यावसायिक कार्यक्रमों के लिए किराया तीन हजार रुपये था। कार्य परिषद में नए किराए पर अनुमोदन किया गया।अब

सांस्कृतिक और गैर व्यावसायिक कार्यक्रम का शुल्क 15 हजार रुपये कर दिया गया है। वहीं व्यावसायिक कार्यक्रम जिनमें टिकट दर 100 रुपये से कम हो, उनका किराया 20 हजार एवं 100 रुपये से अधिक टिकट पर किराया 30 हजार रुपये निर्धारित किया गया है। प्रत्येक आरक्षण पर प्रतिभूति राशि 10 हजार कर दी गई है। वहीं अभ्यास शुल्क 1500 रुपये प्रति घंटे की दर से लिया जाएगा। प्रथम चरण में सुबह आठ से 2 एवं द्वितीय चरण में अपराह्न चार से 10 बजे तक बुकिंग होगी। ये फैसले भी हुए कुलपति प्रो. माण्डवी सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में पंडित विष्णु नारायण भातखण्डे, पंडित बिरजू महराज एवं बेगम अख्तर की स्मृति में विश्वविद्यालय में पीठ स्थापना पर मुहर लगी। इसके साथ ही ही शोधार्थियों को पीएचडी प्रदान करने, विलुप्त प्राय सरोद, सारंगी एवं पखावज विषय के विद्यार्थियों को विशेष छात्रवृत्ति को अनुमोदन मिला। इसके साथ ही कार्य परिषद ने असिस्टेंट प्रोफेसर्स को यूजीसी नियमासुनार कैरियर एडवांसमेंट स्कीम, पीबीएएस प्रपत्रों की स्वीकृति के साथ ही विश्वविद्यालय का के नवीन कुलगीत तैयार करने पर मुहर लगी। नवीन कुलगीत को संगीतबद्ध करने की जिम्मेदारी पद्मभूषण पंडित अजय चक्रवती को दी गई। इसके साथ ही स्वीक मैके संस्था के साथ मिलकर सत्र 2025-25 में 500 शैक्षणिक संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, सोन चिरैया संस्था के साथ वाराणसी-मिर्जापुर में कजरी कार्यशाला आयोजित करने पर मुहर लगी। कार्यपरिषद की बैठक में लोकप्रिय लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी, कुलसचिव डा. सृष्टि धवन तथा अन्य सदस्य मौजूद रहै।

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