जेल में बंद भू-माफिया की हार्ट अटैक से मौत, फर्जी रजिस्ट्री के आरोप में दर्ज थे 43 मुकदमे
बस्ती जिला कारागार में बंद भूमाफिया बृजेश अवस्थी की बुधवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। सुबह तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बृजेश अवस्थी पर 43 मुकदमे दर्ज थे।

यूपी के बस्ती जिला कारागार में बंद गोंडा जिले के भू-माफिया बृजेश अवस्थी की बुधवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। सुबह तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। डीएम रवीश गुप्ता के आदेश पर नामित मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पंचनामा कराया गया और पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
गोंडा जिला के रहनेवाले और पेशे से अधिवक्ता बृजेश अवस्थी पर जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराने का आरोप था। यहां तक कि उसकी अपने मुवक्किलों के साथ भी जमीन का फर्जीवड़ा करने की शिकायत थी। आरोप है कि लोगों को छेड़खानी व दुष्कर्म जैसे आरोपों में फंसाकर जेल भेजवाने और उनकी जमीन अपने या अपने रिश्तेदारों के नाम कराने का भी आरोप था। पुलिस का तो यहां तक कहना है कि फर्जी बैनामा कराने वाले रैकेट का बृजेश अवस्थी सरगना था। उसके खिलाफ गोंडा जिले के विभिन्न थानों में जालसाजी के 43 केस दर्ज थे। एसआईटी जांच में उसके कारनामें उजागर होने पर वर्ष 2022 में उसे लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था। प्रशासनिक आधार पर 15 दिसंबर 2024 को उसे गोंडा जेल से बस्ती जेल में स्थानांतरित किया गया था।
पुलिस का कहना है कि उसके सहयोगी अनिल सिंह और राकेश त्रिपाठी की भी उसी के साथ गिरफ्तारी हुई थी। तीनों दिसंबर 2024 से ही गोंडा जेल में बंद थे। शासन के निर्देश पर बृजेश अवस्थी को बस्ती जिला कारागार, अनिल सिंह को बहराइच और राकेश त्रिपाठी को बलरामपुर जिला कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया था।
जेल अधीक्षक एसपी मिश्रा के अनुसार बंदी बृजेश को बुधवार की सुबह सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई और उसे पसीने होने लगा। उसे जेल अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। डॉक्टर की सलाह पर तकरीबन सात बजे उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान सवा दस बजे उसने दम तोड़ दिया। प्रशासन स्तर से नामित मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम कराकर उसका शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।