रेल ट्रैक तक पहुंचा पानी, रिसाव शुरू, नाराज ग्रामीणों ने जाम किया हाई वे
Lakhimpur-khiri News - खीरी में बनबसा बैराज से पानी छोड़ने के कारण पलिया में शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रेलवे ट्रैक के पास पानी पहुंचने से किसानों में बाढ़ की आशंका है। किसानों ने प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ हाईवे जाम...

खीरी में बनबसा बैराज से एक दिन पहले छोड़े गए पानी की वजह से पलिया में शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रविवार को मैलानी-पलिया रेलवे ट्रैक के करीब तक पानी पहुंच गया और ट्रैक के नीचे से रिसाव शुरू हो गया। इसके साथ रेल पटरी कट जाने का डर भी बढ़ गया है। इन हालातों में रेलवे ने प्रभावित ट्रैक पर कॉशन लेकर मरम्मत का काम शुरू करा दिया है लेकिन रेल ट्रैक तक पानी पहुंचने से किसानों को बाढ़ की आशंका सताने लगी है। प्रशासन और बाढ़ खंड के इंतजामों से नाराज किसानों ने पलिया-भीरा हाईवे पर एक घंटे तक जाम लगा दिया।
बाद में एसडीएम ने किसानों को समझाया और कहा कि प्रभावित क्षेत्र बाढ़ खंड नहीं बल्कि रेलवे के आधीन है। किसान ट्रैक की मिट्टी मरम्मत करने में रेलवे की मदद करें। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से बनबसा बैराज का जलस्तर बढ़ रहा है। इसलिए बैराज प्रशासन ने शारदा नदी में पानी का डिस्चार्ज भी बढ़ा दिया है। एक दिन पहले तक शारदा नदी में बनबसा बैराज से 1.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हालांकि नदी अभी खतरे के निशान से काफी नीचे है पर बाढ़ की आशंका गहराने लगी है। रविवार को शारदा नदी का पानी मैलानी-पलिया रेलवे ट्रैक के पास तक पहुंच गया। अतरिया के पास रेलवे ट्रैक के नीचे रिसाव शुरू हो गया और मिट्टी कटने लगी है। इससे रेलवे ट्रैक को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। सुबह सूचना मिलते ही रेलवे ने दस किलोमीटर का कॉशन लेकर बचाव कार्य शुरू करा दिया। शारदा नदी के ट्रैक के करीब तक पहुंच जाने से किसानों के मन में भी तमाम आशंकाएं जन्म ले गई। किसानों का कहना था कि अगर इस बार भी पानी ट्रैक पार कर गया तो उनके गांव और फसलें नहीं बच पाएंगी। प्रशासन और शारदा नदी में चेनलाइजेशन का काम कर रहे बाढ़ खंड के अफसरों से नाराज किसानों ने पलिया-भीरा हाई वे जाम कर दिया। किसान बाढ़ खंड के अफसरों पर काम में लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। किसानों का कहना है कि पिछले वर्ष की तरह इस बार भी अगर रेलवे लाइन नीचे से पूरी तरीके से कट जाएगी तो पानी खेत और बस्ती तक आएगा। हमारी पूरी फसल बाढ़ के पानी से बह जाएगी। उधर, एसडीएम रत्नाकर मिश्रा ने एक सिख फार्मर के घर पर बैठक कर किसानों को बताया कि जिस जगह पानी पहुंचा है, वह बाढ़ खंड का नहीं बल्कि रेलवे के अधीन क्षेत्र है। रेलवे उस पर काम कर रहा है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे लोग रेलवे का सहयोग करें। उन्होंने किसानों से कहा कि चीनी मिल से 1000 बोरी लाकर मिट्टी भरकर पटान में मदद करें।
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