किसानों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के बाद चीनी मिल चलाने की कवायद शुरू
Kushinagar News - कप्तानगंज की कनोडिया चीनी मिल ने तीन वर्षों से बकाया गन्ना मूल्य का पूरा भुगतान कर दिया है। किसानों की खुशी लौट आई है और मिल का प्रबंधन इसे फिर से चलाने की तैयारी कर रहा है। पेराई सत्र 2021-22 का...

कुशीनगर। पिछले तीन वर्षों से बंद पड़ी कप्तानगंज की कनोडिया चीनी मिल ने किसनों के बकाया गन्ना मूल्य का संपूर्ण भुगतान कर दिया है। भुगतान करने के बाद चीनी मिल का शीर्ष प्रबंधन अब मिल को चलाने के कवायद में जुटा है। दूसरी तरफ बकाया राशि मिलने के बाद किसानों के चेहरे पर खुशी झलक रही है। पेराई सत्र 2021-22 का 44 करोड़ रूपये गन्ना मूल्य किसानों का चीनी मिल के ऊपर बकाया था, जिसका लगातार कई वर्षों तक भुगतान नहीं मिलने से किसानों के दिल में निराशा का माहौल था तथा कप्तानगंज क्षेत्र के बाजारों की रौनक गायब हो गई थी।
कस्बा के अर्थव्यवस्था की एक तरह से कमर टूट गई थी। रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही थी। बकाया गन्ना मूल्य के मामले में सरकार के निर्देश पर चीनी मिल को तहसील प्रशासन ने सील कर दिया था। आरसी जारी होने के बाद बकाया करीब 77 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। शासन व प्रशासन के दबाव में चीनी मिल मालिक ने दिसंबर माह से भुगतान करना शुरू किया और शनिवार को संपूर्ण गन्ना मूल्य भुगतान कर दिया है। चीनी मिल के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश सक्सेना ने कहा कि गन्ना किसानों का संपूर्ण भुगतान कर दिया गया है। मिल को किसानों के सहयोग से पुनः चलाया जाएगा, जिसके लिए कार्य तेज कर दिया गया है। किसान चीनी मिल के लिए भगवान हैं, जिन्होंने विकट परिस्थितियों में साथ दिया और भविष्य में भी देते रहेंगे। अगले सत्र में चीनी मिल हर हाल में गन्ने की पेराई करेगी। इसकी तैयारी चल रही है।
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