धारा कम करने के नाम पर दारोगा ने वसूले 10 हजार, फिर भी युवक को नहीं मिली राहत, जांच शुरू
अमरोहा में मुकदमे में धारा कम करने के नाम पर एक दारोगा ने 10000 रुपये की रिश्वत वसूली। छह हजार रुपये नगद व चार हजार रुपये अपने खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कराए। इसके बावजूद भी धारा कम नहीं हुईं।

यूपी के अमरोहा में पुलिस का रवैया चर्चा का विषय बना हुआ है। जहांमुकदमे में धारा कम करने के नाम पर दारोगा ने 10000 रुपये की रिश्वत वसूली। छह हजार रुपये नगद व चार हजार रुपये अपने खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कराए। इसके बावजूद भी धारा कम नहीं हुईं तो आरोपी के भाई ने दारोगा से रुपये लौटने को कहा। आरोप है कि दारोगा उसे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा है।
एसपी अमित कुमार आनंद के आदेश पर सीओ दीप कुमार पंत ने मामले की जांच शुरू कर दी है। थाना सैदनगली क्षेत्र के गांव झुंडी खादर निवासी तेजपाल पुत्र महावीर सिंह का कहना है कि कुछ समय पूर्व उसके भाई वीरपाल के खिलाफ थाना सैदनगली में चोरी संबंधी धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले की विवेचना हलके पर तैनात दारोगा कर रहा था। वह दारोगा से मिला तो उसने भरोसा दिया कि अगर उसे दस हजार रुपया मिल जाए तो वह विवेचना के दौरान मुकदमे से धारा कम कर देगा।
तेजपाल का कहना है कि उसने बीती 6 जून को छह हजार नगद व 9 जून को 4000 दारोगा के खाते में ऑनलाइन पेमेंट किया। इसके बाद भी धारा कम नहीं हुई। तेजपाल का कहना है कि पुलिस अधीक्षक ने जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया है। इस मामले में सीओ दीप कुमार पंत का कहना है कि दारोगा पर लगाए गए रिश्वत के आरोपों की जांच मेरे द्वारा की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे कार्रवाई होगी।
वाराणसी में दारोगा-दीवान घूस लेते गिरफ्तार
उधर, एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार दोपहर वाराणसी के मंडुवाडीह थाने के उप निरीक्षक अभयनाथ तिवारी, दीवान शक्ति सिंह यादव को 15 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। मारपीट-धमकी के मुकदमे में आरोपी के भाई को नामजद न करने और गवाह बनाने के एवज में 15 हजार रुपये मांगे थे। दरोगा और दीवान के खिलाफ कैंट थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।