पत्नी की मौत का गम सह नहीं पाया पति, 30 घंटे बाद ही छोड़ दी दुनिया, बच्चे की हालत बिगड़ी
सनातम संस्कृति में शादी के दौरान पति-पत्नी के द्वारा लिए गए सात फेरे सात जन्मों तक साथ निभाते हैं। कुछ मामलों में साथ जीने ओर साथ मरने की कसमें भी खाई जाती हैं। यूपी के बदायूं में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है।

सनातम संस्कृति में शादी के दौरान पति-पत्नी के द्वारा लिए गए सात फेरे सात जन्मों तक साथ निभाते हैं। कुछ मामलों में साथ जीने ओर साथ मरने की कसमें भी खाई जाती हैं। यूपी के बदायूं में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां पत्नी की मौत के 30 घंटे बाद पति ने भी दुनिया छोड़ दी। नौजवान दंपति की मौत से गांव के हर व्यक्ति की आंख नम है।
वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव मानमई में 30 घंटे के अंदर दंपति की मृत्यु हो गई और बच्चे की हालत बिगड़ गई है। गांव निवासी रजनेश देवी पत्नी देशपाल 28 वर्षीय शनिवार रात्रि को बर्तन साफ करते समय अचानक हार्टअटैक आ गया और घर पर ही कुछ देर में मौत हो गई। पत्नी की मौत का सदमा पति देशपाल सिंह भी सह नहीं सका। पत्नी की मौत ने पति को इस कदर तोड़ दिया कि वह रात भर रोता-बिलखता रहा और 30 घंटे बाद सोमवार की सुबह पांच बजे पति देशपाल बेहोश हो गया। परिवार के लोगों ने जब उसे उठाने की कोशिश की तो वह दुनिया को अलविदा कह चुका था। देशपाल की भी हार्ट अटैक से मौत हुई थी। महज 30 घंटे के अंदर पति-पत्नी की मौत से मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी मौत के बाद तीनों बच्चे के सिर से माता-पिता का साया उठ गया। बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है।
बेटा की हालत बिगड़ी, रेफर
मानमई गांव में दंपत्ति की 30 घंटे के बीच दंपति की मौत हो गई। इसके बाद उनके बड़े बेटा 12 वर्षीय अभी की हालत बिगड़ गई और उसको कस्बा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सोमवार की देरशाम को बेटा अभी की हालत ज्यादा बिगड़ गई तो उसको बरेली के लिए रेफर कर दिया है। दंपति के तीन बच्चे हैं जिसमें दो बेटा और एक बेटी है। जिसमें बड़ा बेटा अभी और दूसरा बेटा छह साल का सुशील है और नौ साल की बेटी रानी है।
दिल्ली में काम करता था देशपाल
मानमई गांव निवासी दंपत्ति रजनेश देवी पत्नी देशपाल दोनों की हार्ट टैक से मौत हो गई। बताया जा रहा है दोनों को एक की तरह मौत हुई है, दोनों को पहले पसीना आया और फिर बेहोश हुए और फिर हार्टअटैक से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों दपंत्ति पत्नी के साथ पंजाब में भी रहता था और टेलर का कार्य करता था। पैर टूटने पर वह गांव आया था। इसके बाद यही खेतीबाड़ी करने लगा।
वजीरगंज में साथ-साथ दंपति की हुई थी मौत
वजीरगंज कस्बा के वार्ड नंबर दो मोहल्ला गोपालपुर में भी दंपति के एक साथ निधन होने की घटना सामने आई थी। यहां के निवासी व्यापारी गिरीश चंद्र वार्ष्णेय की पत्नी राम वाला 63 की 25 मई की सुबह को अचानक हालत बिगड़ी थी। उनके परिजन राजवाला को राजकीय मेडिकल कालेज ले गए और इलाज के दौरान राजवाला की मौत हो गई। परिजनों ने इसकी जानकारी फोन पर घर पर दी कि मां राजवाला का निधन हो गया है। यह सूचना सुनते ही उनके पति गिरीश चंद्र वार्ष्णेय को हार्ट अटैक आया और पांच मिनट के अंदर उनकी भी मौत हो गई थी।