डायरिया व हाईग्रेड फीवर के मरीजों से फुल हुए जिला अस्पताल के वार्ड
Hathras News - फोटो- 23- जिला अस्पताल की ओपीडी में लगी मरीजों की भीड़। डायरिया व हाईग्रेड फीवर के मरीजों से फुल हुए जिला अस्पताल के वार्डडायरिया व हाईग्रेड फीवर के

फोटो- 23- जिला अस्पताल की ओपीडी में लगी मरीजों की भीड़। डायरिया व हाईग्रेड फीवर के मरीजों से फुल हुए जिला अस्पताल के वार्ड - उमस भरी गर्मी के कारण बढ़ रहे डायरिया व बुखार के रोगी - डॉक्टर मरीजों को दवा के साथ-साथ खान-पान का ध्यान रखने की दे रहे सलाह हाथरस। इमरजेंसी वार्ड में सुबह आठ से शाम तक बुखार, डायरिया व अन्य संक्रामक रोगों से पीड़ित 100 से अधिक मरीज पहुंचे। जिससे सभी बेड फुल हो गए। एक बेड पर दो-दो मरीजों को भर्ती करना पड़ा। मरीजों संख्या बढ़ने से मरीजों को वार्ड में शिफ्ट किया गया। वार्ड भी गर्मी से बीमार होने वाले से फुल हो गए हैं।
भीषण गर्मी में जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है। सीएचसी और पीएचसी में डॉक्टर मरीजों को देखते ही जिला अस्पताल रेफर कर देते हैं। इससे जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। शुक्रवार को 12 बेड की इमरजेंसी वार्ड में एक के बाद एक मरीज पहुंच ने से मरीजों को भर्ती करने में दिक्कत हुई। बैंच पर भी लिटा कर मरीजों को उपचार दिया गया। इसके बाद भी समस्या हल नहीं हुई तो पहले से भर्ती मरीजों को वार्ड में शिफ्ट किया गया। फिजीशियन डॉ देवेश कुमार ने बताया कि तापमान बढ़ने व उमस के कारण डायरिया के मरीज बढ़ रहे हैं। पहले से बीमार चल रहे लोगों को सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) की समस्या का आ रही है। यह फेफड़े की बीमारी है, जिसमें रोगी का सांस लेना कठिन हो जाता है। ऐसे कुछ मरीज भी इमरजेंसी में आ रहे हैं। ऐसे रोगियों को ऑक्सीजन पर रखकर उपचार दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 10 प्रतिशत मरीजों में यह समस्या आ रही है। इमरजेंसी के साथ ही वार्ड में भी डायरिया के मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। रविवार को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों में डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या अधिक रही। इससे गर्मी में पाचन क्षमता कमजोर हो जाती है। ऐसे में तली भुनी वस्तुएं व बासी खाना खाने से परहेज करना चाहिए। गर्मी में हल्का भोजन करें और पानी खूब पीएं। ---- बच्चों को रहा हाईग्रेड फीवर तेज धूप बच्चों पर सीधा असर डाल रही है। इसकी चपेट में बच्चे तेजी से आ रहे हैं। हाईग्रेड फीवर की चपेट में आने वाले बच्चों का शरीर तपने लगता है। उनके पेट में जलन व दर्द शुरू हो जाती है। यदि बच्चों में ऐसे लक्षण दिख रहे हैं, तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें। यह मौसम के प्रभाव से हो रहा है। बच्चों को धूप व गर्मी से बचाने के लिए हर संभव तरीका अपनाएं। -डॉ. सुमन सिरोही, बाल रोग विशेषज्ञ ---------------- वर्जन- एक साथ कई मरीज पहुंचने पर जल्द से जल्द इलाज देने पहली प्राथमिकता होती है। इसलिए कभी -कभी एक बेड पर दो मरीज भर्ती करना पड़ता है। मरीज बढ़ने पर और अतिरिक्त बेड की भी व्यवस्था कराई जाएगी। गर्मी को देखते हुए अस्पताल में पहले से ही तैयारी कर ली गई थी। पर्याप्त दवाएं उपलब्ध हैं। हीट वेव, डायरिया व हाईग्रेड फीवर से पीड़ित मरीज अधिक आ रहे हैं। सभी का उचित इलाज किया जा रहा है। - डॉ सूर्य प्रकाश, सीएमएस जिला अस्पताल।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।