यूपी के इन कर्मियों को दिया जाएगा बढ़ा मानदेय, वाराणसी में योगी के मंत्री असीम अरुण ने दिया आदेश
समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने कहा कि अनुदानित छात्रावासों के कर्मचारियों को श्रम दरों के अनुरूप बढ़ा हुआ मानदेय दिया जाएगा। जिस हिसाब से श्रम दर बढ़ेगी, मानदेय भी बढ़ता रहेगा।

समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने कहा कि अनुदानित छात्रावासों के कर्मचारियों को श्रम दरों के अनुरूप बढ़ा हुआ मानदेय दिया जाएगा। जिस हिसाब से श्रम दर बढ़ेगी, मानदेय भी बढ़ता रहेगा। वह सोमवार को बनारस दौरे पर थे। नरेंद्र कुमार शास्त्री की 94वीं जयंती पर नदेसर स्थित छात्रावास में आयोजित एससी-एसटी स्वाभिमान समारोह में वह विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास समिति की ओर से आयोजित था।
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में छात्रावास निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये आवांटित किए हैं। छात्रों से आह्वान किया कि वे केवल नौकरी ही नहीं बल्कि व्यापार के बारे में भी सोचें। सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर व्यापार की शुरुआत करें। भाजपा सरकार ने दलितों और पिछड़ों को सम्मान और बराबरी का हक दिलाया है। विधायक अजगरा त्रिभुवन राम ने अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण को विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में कठोरता से लागू करने की मांग उठाई। समिति की ओर से 19 सूत्री मांग मंत्री के समक्ष रखी गई। इसमें 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति और जनजाति में शामिल करने के फैसले का विरोध भी शामिल था। साथ ही बेरोजगार युवकों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह देने की भी मांग सरकार से की गई है।
अध्यक्षता अनुसूचित जनजाति कल्याण परिषद के अध्यक्ष प्रो. केआर शास्त्री ने की। इस मौके पर विद्यापीठ के पूर्व सहायक कुलसचिव ओमप्रकाश, शैलेंद्र कुमार, बीएन राम, धर्मराज, आरडी राम, निर्मला चौधरी, राम कुमार प्रसाद, अरविंद अवस्थी, बृजेश सोनकर, प्रो. केके उजाला, रामजन्म बागी और राम दुलारे आदि रहे। असीम अरुण ने इससे पूर्व प्रधानमंत्री के संसदीय जनसम्पर्क कार्यालय में जनसमस्याएं भी सुनीं और विभागों को निस्तारित करने का निर्देश दिया।
संत कबीर प्राकट्य स्थली पर शांति की अनुभूति
प्रदेश के सामाजिक कल्याण राज्यमंत्री ( स्वतंत्र प्रभार ) असीम अरुण ने सोमवार को लहरतारा स्थित संत कबीर प्रकटस्थली वा मत्था टेका। उन्होंने कहा कि यहां आकर आत्मिक शांति और सुकून का अनुभव हुआ। उन्होंने कहा कि संत कबीर के विचार आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक हैं। इस मंदिर को बिना किसी छेड़छाड़ के सुंदर और अद्भुत रूप में संरक्षित किया गया है, जो खुद में मिसाल है। महंत गोविंद दास शास्त्री ने उन्हें स्मृति चिह्न, दुपट्टा, और कबीर अमृत चेतना पत्रिका भेंट किया। इस दौरान कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, अभिषेक द्विवेदी, दिनेश दास महाराज, पूर्व प्रधान आशीष आदि मौजूद थे।