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एमएमएमयूटी और डीडीयू को विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों में जगह

Gorakhpur News - मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) और पंडित दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू) को टाइम्स हायर एजुकेशन यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग-2025 में स्थान मिला है। भारत...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरThu, 19 June 2025 05:55 AM
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एमएमएमयूटी और डीडीयू को विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों में जगह

गोरखपुर, कार्यालय संवाददाता। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) और पंडित दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू) को बार फिर से विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों की सूची में जगह मिली है। दोनों संस्थानों ने टाइम्स हायर एजुकेशन यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग-2025 में जगह बनाई है। इस रैंकिंग में भारत से कुल 135 सरकारी, गैर सरकारी विश्वविद्यालयों और संस्थानों को ही जगह मिली है। भारत से शामिल विश्वविद्यालयों में प्रदेश के केवल चार राज्य विश्वविद्यालय ही इस सूची में शामिल हुए हैं। इनमें एमएमएमयूटी, डीडीयू के अलावा महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी शामिल हैं। इनमें रुहेलखंड विश्वविद्यालय को 1001 से 1500 रैंक बैंड में जगह मिली हैं, जबकि, एमएमएमयूटी, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और डीडीयू को विश्व में 1501 रैंक बैंड में जगह मिली है।

वर्ष 2025 की रैंकिंग में दुनिया के 130 देशों के कुल 2,526 विश्वविद्यालयों ने हिस्सेदारी की थी। इन योगदानों को किया जाता है शामिल 2019 में शुरू हुई टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग का उद्देश्य यह जानना है कि दुनिया भर के विश्वविद्यालय संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों जैसे गरीबी उन्मूलन, भुखमरी उन्मूलन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, स्वच्छता एवं पर्यावरण, स्वच्छ ऊर्जा आदि को प्राप्त करने की दिशा में कितना योगदान कर रहे हैं। इस रैंकिंग से संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के प्रति विश्वविद्यालयों की प्रतिबद्धता और प्रभाव का ठीक-ठीक आकलन कर पाना संभव होता है। एमएमएमयूटी को विश्व में 1501 रैंक बैंड आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. वीएल गोले ने बताया कि एमएमएमयूटी और डीडीयू ने पहली बार इस रैंकिंग में प्रतिभाग किया था। एमएमएमयूटी ने सतत विकास लक्ष्य 17- सामूहिक साझेदारी के अलावा सतत विकास लक्ष्य तीन, अच्छा स्वास्थ्य एवं कल्याण, लक्ष्य छह- शुद्ध पेयजल एवं स्वच्छता, लक्ष्य सात- स्वच्छ एवं सस्ती ऊर्जा का चुनाव किया था। इसमें शुद्ध पेयजल एवं स्वच्छता में कुल 43.9 अंकों के साथ विश्व में 401 से 600 रैंक बैंड में रखा गया है। इसी तरह स्वच्छ एवं सस्ती ऊर्जा में कुल 44.7 अंकों के साथ विश्व में 601 से 800 रैंक बैंड में रखा गया है। अच्छा स्वास्थ्य एवं कल्याण में 28.3 अंक प्राप्त हुए हैं, जिसके आधार पर विश्व में 1001से 1500 रैंक बैंड में रखा गया है। सामूहिक साझेदारी में कुल 41.6 अंकों के साथ विश्व में 1501 में रखा गया है। चारों लक्ष्यों को मिलाकर कुल 41.4 अंकों के साथ ओवरऑल रैंकिंग में एमएमएमयूटी को विश्व में 1501 रैंक बैंड में रखा गया है। टाइम्स हायर एजुकेशन इम्पैक्ट रैंकिंग्स में एमएमएमयूटी की रैंकिंग आना गर्व की बात है। विश्वविद्यालय सतत विकास लक्ष्यों की पूर्ति में अपना योगदान के लिए संकल्पित है। विश्वविद्यालय ने यह निर्णय लिया है कि विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहे सभी विद्यार्थियों की ओर से किए जा रहे शोध को संयुक्त राष्ट्र के किसी न किसी सतत विकास लक्ष्य से जोड़ा जाएगा। प्रो. जेपी सैनी, कुलपति, एमएमएमयूटी डीडीयू को मिला 1501 श्रेणी में स्थान डीडीयू ने टाइम्स हायर एजुकेशन यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में अपनी जगह बनाई है। इससे पहले विश्वविद्यालय को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स: साउथ एशिया 2024 और नेचर इंडेक्स में भी स्थान मिल चुका है। टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग में विश्वविद्यालय ने पहली बार भागीदारी करते हुए 2,318 वैश्विक संस्थानों में से 1501 श्रेणी में स्थान प्राप्त किया है। कुल 47.5 अंकों के साथ, विश्वविद्यालय ने सात सतत विकास लक्ष्यों जैसे लैंगिक समानता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, भूखमुक्त समाज, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा आदि के तहत भागीदारी की थी। टाइम्स हायर एजुकेशन इम्पैक्ट रैंकिंग्स में विश्वविद्यालय की पहली उपस्थिति अत्यंत गर्व की बात है। यह केवल शैक्षणिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि हमारी सामाजिक प्रतिबद्धता, समावेशिता और सतत विकास की दिशा में किए गए ठोस प्रयासों का प्रमाण है। हमारा उद्देश्य न केवल दक्ष स्नातक तैयार करना है, बल्कि उत्तरदायी वैश्विक नागरिकों का निर्माण करना भी है। प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, डीडीयू

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