प्रसूता को वार्ड में ही मिलेगा ऑक्सीजन
Gorakhpur News - बीआरडी मेडिकल कालेज याय साय साय सा यसा यस ाय सा यसा यसा यस ाय सा यसा यस ाय साय सा यसा य ायस

बीआरडी मेडिकल कालेज - वार्ड नंबर सात में लगाए जा रहे चार नए बेड - होगी आक्सीजन और सक्शन की व्यवस्था गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता बीआरडी मेडिकल कालेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की सुविधाओं में इजाफा हो रहा है। वार्ड में भर्ती प्रसूताओं को अब ऑक्सीजन के लिए आईसीयू के चक्कर नहीं काटने होंगे। गायनी के वार्ड नंबर सात में चार बेड पर आक्सीजन व सक्शन की व्यवस्था की जा रही है। बेड के पास आक्सीजन प्वाइंट बनाए गए हैं जिन्हें सेंटर ऑक्सीजन लाइन से जोड़ा गया है। आवश्यक्ता होने पर प्रसूता को तत्काल आक्सीजन दिया जा सके। बीआरडी सामान्य प्रसव के बाद प्रसूताओं को वार्ड सात में रखा जाता है।
यह वार्ड 54 बेड का है। यहां पाइप लाइन से ऑक्सीजन सुविधा नहीं है। यहां ऐसी प्रसूताओं को रखा जाता है जिनकी तबीयत स्थिर हो चुकी हो। कभी-कभी यहां भर्ती प्रसूता की तबीयत अचानक खराब हो जाती है। उसे तत्काल आक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में उन्हें लेबर रूम या आइसीयू में लेकर जाना पड़ता है। गायनी का लेबर रूम 30 बेड का व आईसीयू मात्र छह बेड का है। गायनी की प्रोफेसर डॉ. रीता सिंह ने बताया कि लेबर रूम या आईसीयू में बेड खाली न होने से दिक्कतें होती हैं। इसलिए वार्ड नंबर सात में ही चार बेड पर ऑक्सीजन व सक्शन की व्यवस्था की जा रही है। ताकि किसी प्रसूता की अचानक तबीयत खराब हो तो उसे तत्काल आक्सीजन दिया जा सके। सक्शन पाइप से मुंह में निकलने वाले तरल पदार्थ को सोख लिया जाता है। इससे फेफड़ों में ऑक्सीजन जाने में कोई दिक्कत न हो।
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