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बोले गोंडा: आवेरब्रिज-अंडरपास

Gonda News - बड़गांव ओवरब्रिज की हालत खस्ता, अंडरपासों में पानी भरने से सांसत नंबर गेम

Newswrap हिन्दुस्तान, गोंडाSat, 28 June 2025 06:07 PM
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बोले गोंडा: आवेरब्रिज-अंडरपास

बड़गांव ओवरब्रिज की हालत खस्ता, अंडरपासों में पानी भरने से सांसत नंबर गेम -04 दशक पहले कराया था जिले में बड़गांव ओवरब्रिज का निर्माण -01 दर्जन से ज्यादा अंडरपास बने हैं जिले में, बरसात में भर जाता है पानी -01 पुल बिसुही नदी पर बना इटियाथोक में, यह बहुत जर्जर अवस्था में है जिले के गोंडा-बलरामपुर मार्ग पर हर दिन हजारों की संख्या में सफर करते हैं। इस पर तीन प्रमुख रेलवे क्रॉसिंग पड़ती है। जिसमें से एक मात्र बड़गांव ओवर ब्रिज का निर्माण करीब चालीस साल पहले कराया गया था। गोंडा से बलरामपुर को जोड़ने वाले 45 किलोमीटर लंबे मार्ग पर बड़गांव पुल की हालत बहुत ही नाजुक हो चुकी है।

पुल के ज्वाइंटर पर गहरे गड्ढे नजर आते हैं। इस पुल से बलरामपुर के दैनिक काम के साथ मरीजों को इलाज कराने लखनऊ तक सफर इसी पुल से गुजरना पड़ता है। पुल के जर्जर होने से लोगों की सांसें अटकी रहती हैं। इस पुल से हर दिन छोटे बड़े हजारों वाहन निकलते हैं। बलरामपुर जिले के तुलसीपुर में स्थित मां पाटेश्वरी देवी मंदिर जाने के लिए मंडल मुख्यालय से जाने का यह सुगम रास्ता है। इस पुल के बगल में नए पुल का निर्माण होने से लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी। दूसरी ओर जिले में विभिन्न रेल रूटों पर स्थित अंडरपास में पानी भरने से लोगों को दुश्वारियां उठानी पड़ रही हैं। हिन्दुस्तान की मुहिम बोले गोंडा में लोगों ने कहा कि गोंडा-बलरामपुर मार्ग की सूरत तो बदल गई। लेकिन बड़गांव पुल की हालत जस की तस बनी है। गोण्डा। शहर के बड़गांव पुल की ओवरब्रिज की स्थिति जर्जर नजर आ रही है। पुल पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जिले से बलरामपुर को जोड़ने के लिए तीन प्रमुख रेलवे क्रासिंग पड़ती हैं। जिस पर एक मात्र रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कई दशक पहले कराया गया था। इस पुल का शिलान्यास शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने वर्ष 1984 में किया था। इस पुल की हालत बद से बदतर हो चुकी है। पुल के ज्वाइंटर पर गहरे गड्ढे नजर आ रहे है। जिससे तेज रफ्तार गुजरते वाहनों को झटके लगते ही चोटें आई है। राहगीरों ने बताया कि इस पुल से हर दिन दस हजार से अधिक लोगों का आवागमन होता है। पुल जर्जर हो चुका है। लोगों का कहना है कि पुराने जर्जर पुल के बगल से नई ओवरब्रिज का निर्माण किया जाना चाहिए। गोण्डा-बलरामपुर मार्ग को जोड़ने वाले पुल के टूटने पर लोगों को बहुत ही ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। पुल के जर्जर होने से लोगों की सांसें थामकर पुल से निकलते है। लोगों ने बताया कि इस पुल से प्रतिदिन हजारों लोग दैनिक कार्यों के लिए सफर करते हैं। पुल पर बने गड्ढे हादसे को दावत दे रहे हैं। यहीं नही पुल की रेलिंग भी जगह-जगह टूटी हुई नजर आ रही हैं। जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। पुल से गुजर रहे अरविंद उपाध्याय ने बताया कि पुल को बने पचासों साल हो गए हैं। इस पुल से हर दिन दस हजार से अधिक लोग गुजरते हैं। पुल के डैमेज होने पर इन लोगों को मुश्किलें आएंगी। पड़री कृपाल के आलोक शुक्ला ने बताया कि पुल की हालत बहुत नाजुक है। बड़े भारी वाहनों के गुजरने पर पुल कम्पन करता है। जिस पर जिले के जनप्रतिनिधियों को देखने की फुर्सत नही है। उन्होंने कहा कि नए पुल का निर्माण कराया जाना चाहिए। नए पुल के निर्माण होने से गोण्डा-बलरामपुर सफर करने वाले लोगों को सहूलियत होगी। नया ओवरब्रिज बने तो मिले सहूलियत: इस ओवरब्रिज से बलरामपुर, श्रावस्ती, तुलसीपुर, गैसड़ी, शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर सहित कई जिलों लोगों का आना जाना होता हैं। राहगीरों का कहना है कि अब नया ओवरब्रिज बनाया जाए। इससे बदलते समय में यातायात का लोड बढ़ा है। इस पुल के टूटने से सैकड़ों गावों के लोगों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। इस पुल से हर दिन छोटे बड़े हजारों वाहन निकलते हैं। इस मार्ग से लोग एक दूसरे जिले में नौकरी के साथ दैनिक काम करने जाते है। इस पुल के बगल में नए पुल का निर्माण होने से लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी। ओवरब्रिज का जोड़ खुला, हादसे की आशंका: रेलवे ओवरब्रिज के जोड़ पर दरार आ गई है और तीन से चार इंच तक होल बन गया है। इससे हादसा होने की आशंका रहती हैं। लोगों का कहना है कि वाहन जोड़ पर पार करता हैं तो जोर से झटका लगता हैं। इसका मरम्मत कार्य किया जाना चाहिए। घुमावदार ओवरब्रिज होने से हो चुके है कई हादसे: रानी बाजार मोहल्ला स्थित रेलवे ओवरब्रिज काफी घुमावदार बना हुआ है। इस पर तेज रफ्तार आने वाली गाड़ियां कई बार नीचे गिर चुकी हैं। इस हादसे में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बलरामपुर की ओर आने वाले तेज रफ्तार वाहन कभी कभी हादसे के शिकार हो जाते हैं। क्योंकि पुल घुमावदार हैं और तेज गति से आने वाले वाहन चालक समझ नहीं पाते हैं। गोंडा-बलरामपुर के बीच चार पुल की दरकार: जिले में मौजूदा समय में कुल चार ओवरब्रिज बने हैं। इसमें बड़गांव ओवरब्रिज कई दशक पुराना है। इसकी स्थिति दयनीय है। हिन्दुस्तान के बोले गोंडा मुहिम में संवाद के दौरान लोगों ने कहा कि शहर के भीतर तीन ओवरब्रिज सालभर के भीतर चालू हुए हैं। लेकिन चार स्थानों पर अभी भी पुल या ओवरब्रिज की दरकार है। इस पर शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। इनमें बलरामपुर मार्ग पर सुभागपुर और इंद्रापुर रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनने की सख्त जरूरत है। साथ ही इटियाथोक में बिसुही नदी पर पुल निर्माण की दरकार है। संकरे पुल की वजह से यहां अक्सर जाम लगा रहता है। हल्की बारिश होने पर अंडरपास में भर जाता है पानी: रूपईडीह क्षेत्र अंतर्गत गोंडा-बहराइच रेल मार्ग के रेलवे स्टेशन गंगा धाम व विशेश्वरगंज के बीच रावतारा, बरी, हरिलाल पुरवा व उसरैना सहित कई अंडरपास पुल बना हुआ है। थोड़ी सी बरसात होते ही सभी अंडर पास में भर जाता है। जिससे लोगों को आवागमन में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। लोगों ने बताया कि सबसे ज्यादा समस्या स्कूल जाने वाले बच्चों, शिक्षकों व वाहन चालकों को होती है। स्थानीय लोगों की ओर से बरसात होने पर पंपिंग सेट मशीन लगाकर पुल के नीचे से पानी निकालकर आवागमन करते हैं। प्रत्येक वर्ष क्षेत्र के महंत सिद्धार्थ दास शुक्ला, सुधीर शुक्ला, महेश तिवारी, अरुण तिवारी, रिंकू पाण्डेय, आलोक पाण्डेय, देवी शरण पाण्डेय ने बताया कि प्रत्येक वर्ष बरसात से पहले विभागीय अधिकारियों को पत्र देकर अंडरपास पुल की साफ सफाई कराने की मांग की जाती है। परन्तु अधिकारियों की उदासीनता के चलते हर वर्ष बरसात में पानी भर जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि थोड़ी सी बरसात हुई और पानी भर गया है तो भारी बारिश में क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। रेलवे अंडरपास में भरा बारिश का पानी, आवागमन में परेशानी गोण्डा-गोरखपुर रेल रूट पर मोतीगंज के पास रामपुर व पिकौरा गांव से पहले बने अंडरपास में पानी भर जाने से कई गांवों के लोगों के आवागमन में परेशानी हो रही है। यहां पानी निकालने के बाद भी अंडरपास में पानी भरा रहता है। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसी बात नहीं कि रेलवे को स्थिति का पता न हो लेकिन विभाग हमारी समस्याओं की अनदेखी कर रहा है। अहम बात है कि बीते साल मोतीगंज स्टेशन के आगे चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पिकौरा गांव के पास हादसे का शिकार हो गई थी। मौके पर रेलवे बोर्ड की चेयरपर्सन समेत अन्य आला अफसर भी पहुंचे थे लेकिन किसी ने पानी निकलवाने की जहमत तक नहीं उठाई थी। अंडर पास राहगीरों के लिए बारिश के मौसम में आफत बनते जा रहे हैं। कोई ना कोई वाहन सवार पानी के बीच में ही वाहन खराब होने के कारण फंस जाता है। इस अंडरपास में पानी भरा होने के कारण दो दर्जन से अधिक गांव के लोगों को कठिनाई होती है। इसी रास्ते से तिवारी गांव, ककरहवा, तुर्काडीहा, गोरवा, पंडित पुरवा, विद्यानगर, निबिहवा अन्य दर्जनभर गांव के लोगों को बाजार, ब्लाक मुख्यालय, अस्पताल, तहसील व जनपद मुख्यालय आना-जाना होता है। पंप से पानी निकालने के बाद कुछ घंटों में अंडरपास में पुनः भर जाता है व आवागमन बाधित हो जाता है। इसके चलते जान जोखिम में डालकर रेल पटरी के ऊपर से लोग आते-जाते हैं। यही हाल क्षेत्र के पाण्डेय बाजार के निकट बने रेलवे अंडरपास का है। इसी तरह बरूवाचक रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित एकमा गांव के पास अंडरपास में बारिश होने पर पानी भर जाता है। एकमा गांव निवासी अयोध्या प्रसाद शुक्ल ने बताया कि यह रास्ता महादेवा, सिसवारिया, उतरौला, मोतीगंज से होते हुए मनकापुर संपर्क मार्ग तक जाता है। इसी रास्ते से लगभग 10 से 12 हजार की आबादी का आवागमन रोज होता है। इसी प्रकार रुपईडीह क्षेत्र में गोंडा बहराइच रेल मार्ग के रावतारा, बरी, हरिलाल पुरवा व उसरैना सहित कई जगह अंडरपास बने हैं। थोड़ी सी बरसात होते ही सभी में पानी भर जाता है। सुझाव 1- चालीस साल पुराने बड़गांव पुल का मरम्मतीकरण कराया जाना चाहिए। 2- पुल पर गिनी चुनी स्ट्रीट लाइटें लगी है। पुल के दोनों तरफ स्ट्रीट लाइट लगाई जाए। 3- गोंडा-बलरामपुर मार्ग पर स्थित बड़गांव ओवर ब्रिज के बगल नया पुल बनाया जाना चाहिए। 4- गोंडा-बलरामपुर के बीच इटियाथोक में बिसुही नदी पर नए पुल का निर्माण जरूरी है। 5-बलरामपुर हाईवे पर सुभागपुर और इंद्रापुर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज की दरकार है। शिकायत 1- शहर का बड़गांव पुल काफी वर्ष पुराना है। जिस पर गहरे गड्ढे होने से मुश्किलें आती हैं। 2- बड़गांव रेलवे पुल पर लगी अधिकांश स्ट्रीट लाइटें टूटी और खराब है। जिससे अंधेरा बना रहता है। 3- चालीस साल पुराने बड़गांव पुल पर जगह जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। रेलिंग टूटी हुई है। जिससे दिक्कत आती है। 4- बलरामपुर हाईवे पर सुभागपुर और इंद्रापुर रेलवे क्रासिंग पर ओवर ब्रिज नही होने से लोगों को बहुत दिक्कत आती है। 5- बरसात के दिनों में रेल अडंरपासों में पानी भर जाने से लोगों को काफी दुश्वारी उठानी पड़ती है। बोले लोग बड़गांव पुल पर हर दिन हज़ारों लोगों का गुजरना होता है। वर्षों पुराने पुल पर ज्वाइंटर पर गहरे गड्ढे होने से बहुत दिक्कत आती है। इसके चलते लोगों को हिचकोले खाना पड़ता है। -शेष चौरसिया जिले में गोंडा बलरामपुर मार्ग पर स्थित बड़गांव ओवर ब्रिज का शिलान्यास पूर्व सीएम एनडी तिवारी ने किया था। जिसके बाद से पुल की हालत पर किसी ने कोई काम नहीं किया है। -शांति देवी रेलवे ओवरब्रिज काफी जर्जर हालत में दिखाई पड़ रहा हैं। प्रतिदिन हजारों भारी और छोटे वाहनों का आवागमन होता हैं। ओवरब्रिज वाहनों के आने जाने पर कंपन महसूस होता है। बीते वर्ष पुल पर कई जगह बड़े गहरे गड्ढे हैं। -विजय मिश्रा, प्रधान गोंडा-बलरामपुर मार्ग का सपा सरकार में फोरलेन में चौड़ीकरण कराते हुए एनएच का दर्जा दिया गया था। लेकिन इसी मार्ग पर स्थित बड़गांव पुल पर किसी ने ध्यान नही दिया जो काफी क्षतिग्रस्त है। - संजय शुक्ला गोंडा मुख्यालय जाने के लिए बड़गांव पुल काफी समय से उपेक्षा का शिकार है। वर्षों से जगह-जगह पुल पर गड्ढे नजर आ रहे हैं। जिससे बहुत दिक्कत आती है। नया पुल बनाया जाना चाहिए। - हनुमंत लाल मिश्रा बड़गांव पुल के नए पुल निर्माण के साथ उसी मार्ग पर महाराजा अग्रसेन चौराहा पर लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए चौराहे पर भी भारी वाहनों के आवागमन के लिए ओवरब्रिज बनना चाहिए। इससे गोंडा से बलरामपुर जाने वाले लोगों को जाम से काफी राहत मिलेगी। -सत्य प्रकाश मिश्रा रेलवे अंडरपास में बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या रहती है उसकी वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है इस समस्या से निजात दिलाने की जरूरत है। -रिंकू ओझा रेलवे ने अंडरपास तो कुछ साल पहले बना दिए हैं लेकिन जलभराव की समस्या से लोगों को निजात नहीं दिला पा रहे हैं। इस समस्या से निजात दिलाने की जरूरत है। -कृष्ण कुमार मिश्रा मोतीगंज क्षेत्र में रेलवे में अंडरपास बनाकर लोगों को आवागमन की सुविधा तो दी है लेकिन बारिश के दिनों में इसमें पानी भर जाता है। इसके चलते आने-जाने में हम लोगों को दुश्वारियां होती है। -अमित तिवारी रेलवे अंडरपास में दिन के समय तो उजाला रहता है लेकिन रात में आने जाने वाले लोगों को अंधेरे में आना जाना पड़ता है। यहां प्रकाश की व्यवस्था होनी चाहिए। पानी भर जाने पर हम लोगों की सांसत हो जाती है। -अनमोल चौबे फोटो 61 रमेश कुमार रेलवे ने समपार फाटक को खत्म तो कर दिया। लेकिन अंडरपास से होकर आने-जाने वाले लोगों को बड़ी समस्याएं झेलनी पड़ती हैं। इस समस्या पर जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए। -रमेश कुमार रेलवे ने अंडरपास बनाने के साथ ही जल निकासी के लिए लगाए गए मोटर को भी दुरुस्त किया जाना चाहिए। इससे जल निकासी करने में आसानी हो सके। -संतोष कुमार अंडरपास में जलभराव की समस्या से लोगों को बड़ी दुश्वारी झेलनी पड़ती है। जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं जब से अंडरपास बना है तब से इसमें बारिश के दिनों में पानी भर जाता है। इसके बाद आवाजाही नहीं हो पाती है। -गुड्डू तिवारी जिले में रेलवे ने जितने भी अंडरपास का निर्माण कराया है उन सभी में जलभराव की समस्या है। जलभराव होने से कीचड़ भी हो जाता है। इसकी वजह से लोगों को आने जाने में बड़ी समस्या होती है। -रमाकांत मिश्रा बोले जिम्मेदार..... बड़गांव ओवरब्रिज ज्वाइंट पर गैप पहले से ही है। कुछ दिनों पहले इसका निरीक्षण करके गैप कम करने पर चर्चा हुई है। वहीं, इटियाथोक में बिसुही नदी पर नए पुल निर्माण के लिए इस्टीमेट तैयार करके मंत्रालय को भेजा जा चुका है। मंजूरी मिलते ही काम शुरू कराया जाएगा। -एसके मिश्रा, एक्सईएन एनएच डिवीजन अयोध्या

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