जंग से टेंशन में एक्सपोर्टर, पुराने ऑर्डर होल्ड, नए नहीं मिल रहे
Firozabad News - ईरान और इजरायल के बीच चल रही जंग के कारण फिरोजाबाद के कांच निर्यात कारोबार पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है। निर्यातक अपने पुराने आर्डर का माल भेजने में असमर्थ हैं और करोड़ों की उधारी फंसी हुई है।...

फिरोजाबाद। ईरान और इजरायल के बीच चल रही जंग के चलते कांचनगरी के निर्यात कारोबार पर प्रतिकूल असर पढ़ने की आशंका बढ़ गई है। शहर के निर्यातकों को अपना एक्सपोर्ट कारोबार प्रभावित होने की चिंता सताने लगी है। जिसको लेकर ग्लास एक्सपोर्टर बेचैन हो उठे हैं। इन देशों के साथ कारोबार करने वाले निर्यातकों की धड़कनें बढ़ने लगी है। बताते चलें कि पिछले कई दिनों से इजरायल और ईरान देश के मध्य जंग चल रही है। दोनों देश आएदिन एक दूसरे पर बमबारी कर रहे हैं। जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी हलचल शुरू हो गई है। जिससे भारतीय कारोबार भी प्रभावित हुए बगैर नहीं रह सकता।
ईरान और इजरायल के बीच जंग शुरू हो जाने पर कांचनगरी के निर्यातकों की बेचैनी बढ़ने लगी है। फिरोजाबाद से इन दोनों देशों को करोड़ों रुपये के कांच उत्पाद एक्सपोर्ट किए जाते हैं, लेकिन इस समय इजरायल और ईरान के बीच जंग छिड़ जाने पर कारोबारी हालत विपरीत हो चले हैं। जिससे निर्यातकों की चिंता बढ़ गई है। शहर के निर्यातक फिलहाल अपना माल इन देशों में भेजने से बच रहे हैं। वही विपरीत कारोबारी परिस्थितियों में शहर के कांच निर्यातको माल के नए ऑर्डर भी नहीं मिल पा रहे हैं। करोड़ों की फंस गई उधारी शहर के निर्यातकों का कहना है कि इस समय वह युद्ध के हालात की वजह से इजरायल और ईरान के व्यापारियों को अपने पुराने आर्डर का माल भी नहीं भेज पा रहे हैं। इसी के साथ उन्हें पूर्व में भेजे गए माल की करोड़ों रुपये की उधारी की रकम फंसने की चिंता सता रही है। बढ़ सकती है नेचुरल गैस की कीमत शहर की कांच निर्यातकों का कहना है कि ईरान से भारत में पेट्रोलियम प्रोडक्ट के रूप में तेल और नेचुरल गैस आती है। यह नेचुरल गैस कांच उत्पादन में ईंधन के रूप में इस्तेमाल होती है। शहर के उद्यमियों का मानना है कि अगर ईरान और इजरायल के बीच खराब हालात बने रहे, तो नेचुरल गैस महंगी हो सकती है। इससे भी कांच उद्यमियों की चिंता बढ़ी हुई है। ईरान और इजरायल के बीच शुरू हुई जंग के चलते अंतरराष्ट्रीय मार्केट के कारोबारी हालत बिगड़ने लगे हैं। जिससे हमारा ग्लास एक्सपोर्ट कारोबार प्रभावित हुए बगैर नहीं रह सकता। इसी को लेकर दोनों देशों के बीच एक्सपोर्ट करने वाले निर्यातकों की चिंता बढ़ गई है। सभी निर्यातक हालात सुधरने का इंतजार कर रहे है। -राजीव दीक्षित, प्रमुख ग्लास एक्सपोर्टर -- इजरायल और ईरान के बीच अगर जंग लंबी चलती है तो इसका प्रतिकूल असर ग्लास एक्सपोर्ट कारोबार पर पड़ना तय है। दोनों देशों के बीच जंग की शुरुआत होने पर शहर के निर्यातकों को माल के नए ऑर्डर मिलना बंद हो गए हैं। साथ ही करोड़ों रुपए की उधारी की रकम भी फंस गई है। अगर ऐसा ही चला रहा तो ईरान से आने वाली नेचुरल गैस भी महंगी हो सकती है। ऐसा होने पर शहर का समूचा कांच उद्योग प्रभावित हो जाएगा। -मुकेश बंसल टोनी, प्रमुख कांच निर्यातक
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