इटावा में उमस भरी गर्मी से बढ़ने लगी स्किन रोगियों की संख्या
Etawah-auraiya News - बारिश के बाद उमस में त्वचा रोग और वायरल फीवर के मामले बढ़ रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। जिला अस्पताल में स्किन स्पेशलिस्ट की कमी के कारण मरीजों को परेशानी...

बारिश के बाद जहां एक और तापमान में कुछ गिरावट आई है तो वही उमस बढ़ गई है। ऐसे में लोग त्वचा रोग से ग्रसित हो रहे हैं। वायरल फीवर भी पीछा नहीं छोड़ रहा है और सांस के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। हालां कि डायरिया के मरीजों की संख्या पहले की अपेक्षा कुछ कम हैं। बीमारियों के बढ़ने से सरकारी अस्पताल के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राइवेट अस्पतालों में इस समय मरीजों की भरमार है। डॉक्टरों द्वारा मरीजों को इलाज के साथ साथ बीमारियों से बचाव की सलाह भी दी जा रही है। सोमवार को जिला पुरुष अस्पताल की ओपीडी सुबह 8 बजे खुलने के बाद से ही पर्चा काउंटर पर मरीजों की भीड़ उमड़ने लगी थी।दोपहर
1:30 बजे तक 1340 नए मरीजों ने अपना पर्चा बनवाया जबकि 300 से ज्याद पुराने मरीज भी इलाज के लिए आए थे । अस्पताल में सबसे अधिक भीड़ जनरल फिजिशियन, बालरोग विशेषज्ञ ईएनटी सर्जन व चेस्ट फिजिशियन के पास लगी नजर आई। बारिश के बाद उमस भरी गर्मी में लोग अब त्वचा रोग से ग्रसित होने लगे हैं। इसी के साथ सांस की समस्या भी देखी जा रही है। वायरल फीवर के मरीजों की संख्या भी कम होने का नाम नहीं ले रही है। डायरिया के भी मरीज आ रहे हैं जिसमें गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है। ओपीडी में लगभग 200 मरीज त्वचा रोग के रहे जबकि जबकि वायरल फीवर के साथ खांसी, जुकाम के भी 400 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचे। जिनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल रहे। वहीं 80 मरीज सांस की समस्या से ग्रसित इलाज के लिए आये थे। इसके अलावा 100 से अधिक मरीज डायरिया के लक्षण वाले भी रहे। वहीं जनरल सर्जन, नेत्ररोग विशेषज्ञ के पास भी मरीजों की भीड़ रही। पैथोलॉजी के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर भी जांच कराने के लिए मरीजों की लाइन लगी रही। स्किन स्पेशलिस्ट न होने से मरीज हो रहे परेशान उमस भरी गर्मी में लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं जिसके कारण विभिन्न प्रकार की स्किन संबंधी बीमारियां भी हो रही है। जिला अस्पताल में 2 सालों से स्किन स्पेशलिस्ट नहीं है जिसके कारण मरीज परेशान हो रहे है। अस्पताल में प्रतिदिन काफी संख्या में स्किन के मरीज इलाज के लिए आते हैं जिन्हें जनरल फिजिशियन के साथ अन्य डॉक्टर देखते हैं लेकिन मरीज संतुष्ट नहीं होते है। जिन मरीजों को ज्यादा परेशानी होती है उन्हें सैफई मेडिकल कॉलेज भेज दिया जाता है। कुल मिलाकर जिला अस्पताल में स्किन से संबंधित गंभीर बीमारियों का कोई इलाज नहीं है।
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