बरेली में उत्तराखंड के PCS अधिकारी डीपी सिंह के घर ईडी का छापा, ताला तोड़कर घुसी 14 सदस्यों की टीम
उत्तराखंड के डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक एवं वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह (डीपी सिंह) के खिलाफ मनी लांड्रिंग की जांच कर रही ईडी ने गुरुवार को बरेली और सीतापुर में तीन स्थानों पर छापा मारा।

उत्तराखंड के डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक एवं वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह (डीपी सिंह) के खिलाफ मनी लांड्रिंग की जांच कर रही ईडी ने गुरुवार को बरेली और सीतापुर में तीन स्थानों पर छापा मारा। ईडी देहरादून टीम ने बरेली के इंटरनेशनल सिटी में डीपी सिंह के मकान का ताला तोड़कर कार्रवाई की। इसी दौरान ईडी देहरादून व लखनऊ टीम के सदस्यों ने सीतापुर में डीपी सिंह के भाई राजेश सिंह व ट्रांसपोर्ट कारोबारी नरेन्द्र प्रताप सिंह के घर भी छापा मारा। नरेन्द्र के घर पर देर रात तक कार्रवाई चल रही थी।
ईडी ने इन तीनों स्थानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, लैपटॉप व अन्य डिवाइस जब्त कर ली है। इन दस्तावेजों की जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। ईडी देहरादून की 14 सदस्यीय टीमें पांच गाड़ियों से बरेली में पीसीएस अधिकारी डीपी सिंह के निवास पर पहुंची। इस टीम ने घर के भीतर लॉकर आदि को तोड़कर दस्तावेज खंगाले। डीपी सिंह की पत्नी अलका सिंह पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर बिथरी चैनपुर सीट से चुनाव लड़ी थीं। इससे पहले वह भाजपा में भी सक्रिय थीं लेकिन टिकट न मिलने पर कांग्रेस में शामिल हो गईं। इनकी बेटी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही हैं।
इंटरनेशनल सिटी के लोगों ने बताया कि जिस मकान पर छापेमारी की गई है, वह पिछले एक साल से बंद था। वहां परिवार का कोई सदस्य नहीं रह रहा था। ईडी की यह कार्रवाई राजनीतिक व प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई राष्ट्रीय एनएच-74 के भूमि अधिग्रहण घोटाले से जुड़ी है, जिसमें दिनेश प्रताप सिंह मुख्य आरोपी हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक डीपी सिंह रिटायर हो चुके हैं लेकिन उन्हें सेवा विस्तार दिया गया है।
सीतापुर के महोली में दो जगह छापा मारा
पीसीएस अधिकारी रहे डीपी सिंह के भाई राजेश सिंह और मिल ट्रांसपोर्ट कारोबारी नरेंद्र प्रताप सिंह के सीतापुर के महोली स्थित घरों में ईडी ने छापा मारा। यहां गुरुवार सुबह 7:30 बजे आठ गाड़ियों से भुड़िया गांव में राजेश और बद्दापुर गांव में नरेंद्र के घर पहुंची। दोनों के घर में मौजूद परिवार के सदस्यों को अंदर ही रोककर पूछताछ शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि नरेंद्र प्रताप सिंह और राजेश सिंह दोनों देहरादून स्थित डोईवाला चीनी मिल से जुड़े ट्रांसपोर्ट कारोबार में हैं। दिनेश प्रताप सिंह वर्तमान में इस मिल में कार्यकारी निदेशक के पद पर तैनात हैं।
ईडी को संदेह है कि एनएच-74 परियोजना में हुए करोड़ों के घोटाले से संबंधित अवैध धन का इस्तेमाल इन कारोबारों में किया गया। ईडी की टीम शाम 5.45 बजे राजेश सिंह के घर से रवाना हो गई। वहीं नरेंद्र प्रताप सिंह के घर में कार्यवाही जारी है। बताया जा रहा है टीम घर में रखे दस्तावेज खंगालने के साथ लेनदेन से जुड़ी जानकारी जुटा रही है। वर्ष 2017 में राष्ट्रीय राजमार्ग-74 के चौड़ीकरण के दौरान मुआवजा वितरण और जमीन अधिग्रहण को लेकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था। इसी मामले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच तेज की है।