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लोक निर्माण विभाग में घोटाले की होगी जांच, नपेंगे कई अधिकारी

Deoria News - देवरिया के लोक निर्माण विभाग में 4.27 करोड़ रुपये के फर्जी भुगतान का मामला सामने आया है। उप मुख्यमंत्री के आगमन के लिए की गई व्यवस्था में फर्जी हस्ताक्षर का प्रयास किया गया। जांच से कई अधिकारियों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवरियाSat, 28 June 2025 09:55 AM
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लोक निर्माण विभाग में घोटाले की होगी जांच, नपेंगे कई अधिकारी

देवरिया, निज संवाददाता। लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड में डिप्टी सीएम के आगमन पर 4.27 करोड़ का खर्च दिखाने व फर्जी हस्ताक्षर से भुगतान कराने के प्रयास का मामला अब तूल पकड़ लिया है। अब इस मामले की जांच होगी। जांच ठीक से हुई तो कई बड़े अधिकारियों की भी पोल खुल जाएगी। पथरदेवा में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसााद मौर्य, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के 17 अक्टूबर-21 को पथरदेवा के नरेंद्र इंटर कालेज में प्रस्तावित आगमन पर स्विस कार्टेज, सुरक्षा कार्य, बैरिकेडिंग, मंच पंडाल आदि की व्यवस्था की गई थी। उक्त सामानों की आपूर्ति करने वाली फर्म ने इस पर 427.62 लाख का बिल बनाया।

इसमें से लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड से 2 करोड़ 50 लाख 20 हजार 971 रुपये के बिल पर संदेह होने पर तत्काल अधिशासी अभियंता से रिपोर्ट मांगी गई। तत्कालीन अधिशासी अभियंता ने जब ब्यौरा देखा तो वह परेशान हो गए, उनका हस्ताक्षर ही नहीं था। उन्होंने कार्रवाई के लिए लिखा है। अब विभाग में खलबली मच गई है। कई अधिकारियों व कर्मचारियों की गले की फांस अब यह जांच बनेगी। अधिकारियों ने सप्लाई आर्डर में पुरानी तारीखों का हेरफेर कर नकली भुगतान का आदेश तैयार किए और एक योजनाबद्ध तरीके से करोड़ों रुपये हड़पने की साजिश रच दी। उधर लोक निर्माण विभाग के वर्तमान अधिशासी अभियंता अनिल जाटव ने पूर्व अधिशासी अभियंता केके सोनकर से रिपोर्ट तलब किया है। हालांकि अभी यह तय नहीं हो पाया है कि इस प्रकरण की जांच कौन करेगा? ---------------- लोक निर्माण विभाग में घोटाले का राज देवरिया लोक निर्माण विभाग में यह पहली बार नहीं है। इसके पहले भी इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं। हाल ही में कराए गए सड़क निर्माण पर छह करोड़ रुपये मार्च माह में मंगा लिया गया। हालांकि पोल खुलते ही विभागीय अधिकारियों ने इसे वापस करा दिया। इस मामले में जेई, एई पर कार्रवाई हो चुकी है। जबकि अधिशासी अभियंता को नोटिस जारी किया गया है।

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