नहीं करनी नौकरी, ट्रेनिंग शुरू होते ही इस्तीफा लेकर एसपी के पास पहुंचा सिपाही
यूपी में सिपाही के लिए नियुक्त हुआ एक युवक ट्रेनिंग के पांचवें ही दिन इस्तीफा देने पुलिस अधीक्षक के यहां पहुंच गया। उसकी बातें सुनकर एसपी कार्यालय के पीआरओ भी चकित रह गए। उसे अपनी तरफ से समझाया-बुझाया और फिलहाल वापस भेज दिया है।

यूपी में 15 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गृहमंत्री अमित शाह ने परीक्षा के बाद चयनित सिपाहियों को नियुक्ति पत्र का वितरण किया। पिछले ही हफ्ते इनकी ट्रेनिंग भी शुरू हो गई है। अलग-अलग जिलों में इनकी ट्रेनिंग हो रही है। इस बीच देवरिया में ट्रेनिंग कर रहा एक सिपाही अपने पिता के साथ इस्तीफा देने एसपी कार्यालय पहुंच गया। उसकी बातों को पुलिस अधीक्षक से पहले उनके पीआरओ ने सुना तो अवाक रह गया। उसने सिपाही को समझाया-बुझाया। कहा कि पहली ट्रेनिंग के दौरान शुरुआत में ऐसी दिक्कतें होती हैं। आगे चलकर सब ठीक हो जाएगा। उसकी बातों को सुनकर बिना एसपी से मिले ही सिपाही फिलहाल लौट गया है।
देवरिया के पुलिस लाइन में 17 जून से रिक्रूटों का जेटीसी प्रशिक्षण शुरू हुआ है। इसमें अंबेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, गाजीपुर व सुल्तानपुर जिले के रिक्रूट शामिल हैं। इनमें गाजीपुर जिले का एक रिक्रूट सोमवार की सुबह अपने पिता के साथ एसपी कार्यालय पहुंचा। उसने एसपी से मुलाकात की बात उनके पीआरओ डा.महेंद्र कुमार से कही। पीआरओ ने मिलने का कारण पूछा। रिक्रूट की बात सुनकर वह अवाक रह गए। रिक्रूट ने बताया कि उसकी नियुक्ति सिपाही के लिए हुई है। लेकिन वह इस्तीफा देने के लिए आया है।
उसने कहा कि ट्रेनिंग के लिए भोर में चार बजे ही उठना पड़ता है। इससे बहुत परेशानी हो रही है। उसके पिता ने बताया कि उनका बेटा पढ़ाई में होनहार है। यह हर दिन आठ बजे तक सोकर उठता है और इसके बाद सात से आठ घंटे तक पढ़ाई करता है। वह बीएड व टेट भी पास कर चुका है। उसका सपना अधिकारी या फिर शिक्षक बनने का है। उनका एक बेटा देवरिया जनपद के श्रीरामपुर थाने में ही पोस्ट है। पीआरओ ने पिता-पुत्र को समझाया कि कुछ दिन में सबकुछ सामान्य हो जाएगा। उसे प्रशिक्षण पूरा करना चाहिए। पीआरओ की बातों को समझने के बाद फिलहाल पिता-पुत्र घर लौट गए।
इस सम्बंध में सीओ लाइन दीपक शुक्ल का कहना है कि रिक्रूट के इस्तीफा देने जाने की बात की जानकारी नहीं है। पता कराता हूं। प्रक्षिक्षण के शुरुआती दिनों में यह दिक्कत आती है। बाद में सब कुछ सामान्य हो जाता है।