आयकर ने मजदूर के घर भेजा 68 लाख का नोटिस, असलियत पता चली तो पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
मेरठ के किठौर निवासी मजदूर के आधार कार्ड और पैनकार्ड का इस्तेमाल कर दिल्ली में एक कंपनी बना ली गई। कंपनी ने कारोबार किया, जिसे लेकर आयकर विभाग ने मजदूर के घर 67.90 लाख रुपये का आयकर वसूली का नोटिस भेज दिया।

मेरठ के किठौर निवासी मजदूर के आधार कार्ड और पैनकार्ड का इस्तेमाल कर दिल्ली में एक कंपनी बना ली गई। कंपनी ने कारोबार किया, जिसे लेकर आयकर विभाग ने मजदूर के घर 67.90 लाख रुपये का आयकर वसूली का नोटिस भेज दिया। इसकी जानकारी होने पर मजदूर ने आयकर विभाग में शिकायत की। असलियत पता चली तो एसएसपी के आदेश पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। साइबर क्राइम थाना पुलिस को जांच में लगाया है। किठौर के बोंद्रा गांव निवासी 35 वर्षीय आसिफ अली मजदूरी करता है। दो कमरों के मकान में पत्नी तमन्ना और दो बेटों के साथ रहता है। एक कमरे में पशुओं के चारा काटने की मशीन लगी है, दूसरे कमरे में परिवार गुजर बसर करता है। आसिफ कभीकभार आरा मशीन पर काम करता है और शहर से बाहर भी किसी फैक्ट्री में मजदूरी करने चला जाता है। उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।
आसिफ अली के आधार कार्ड और पैनकार्ड पर 2018 में दिल्ली के हैदरपुर में ऋद्धि सिद्धि इंटरप्राइजेज नाम से कंपनी बनाई गई। कंपनी का करोड़ों का कारोबार दिखाया गया। 26 मार्च 2023 को आयकर विभाग ने एक नोटिस आसिफ अली को भेजा। 67.90 लाख रुपये आयकर वसूली का दूसरा नोटिस 2024 और 2025 में भी भेजा। आसिफ को कुछ समझ नहीं आया तो वह आयकर विभाग पहुंचा। बताया वह मजदूरी करता है और किसी कंपनी का मालिक नहीं है। आसिफ का हाल देख अफसर चौंक गए और जांच का आश्वासन दिया। बावजूद इसके न तो नोटिस वापस किया गया और न कोई छानबीन हुई। आसिफ ने एसएसपी मेरठ को 26 अप्रैल को शिकायत की। किसी गिरोह द्वारा पूरी प्लानिंग के साथ दस्तावेज का गलत इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की आशंका जताई।
एसएसपी ने कराया मुकदमा दर्ज
एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा ने साइबर टीम को कार्रवाई के लिए लगाया। आयकर विभाग से कंपनी का रिकार्ड मांगा। पुलिस अधिकारियों की मानें तो कंपनी में करोड़ों का लेनदेन दिखाया है। धोखाधड़ी की पुष्टि के बाद साइबर क्राइम थाने में आसिफ अली की तहरीर पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने समेत कई धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
बड़ा गिरोह कर रहा काम
आशंका जताई जा रही है कि इस तरह की कंपनी का इस्तेमाल कर काले धन का इस्तेमाल कई गतिविधियों में किया गया। पुलिस पता करने में लगी है कंपनी का लेनदेन किन बैंक खातों से रहा है। जिन अन्य कंपनियों से आसिफ अली के नाम पर रजिस्टर्ड कंपनी का लेनदेन हुआ है, उस पूरी चेन का पता किया जा रहा है।
मेरठ एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया, किठौर निवासी व्यक्ति के आधार कार्ड, पैन कार्ड का इस्तेमाल गलत तरीके से करते हुए एक कंपनी दिल्ली में बनाई गई थी। इसी कंपनी को लेकर आयकर विभाग ने पीड़ित को नोटिस दिया। जांच में धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है, जिसके बाद मुकदमा दर्ज कराया गया है।