यमराज ने माफियाओं के टिकट काटा तो कुछ लोग घड़ियाली आंसू बहाने लगे, CM योगी का करारा वार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जाति के नाम पर समाज को बांटने वालों ने ही सत्ता में रहते हुए माफिया के सामने नाक रगड़ी और सत्ता को गिरवी रख दिया था। जब बदमाशों और माफिया का यमराज ने जब टिकट काटा तो कुछ लोग घड़ियाली आंसू बहाने लगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को दानवीर भामाशाह जयंती और व्यापारी कल्याण दिवस की पूर्व संध्या पर लोकभवन में आयोजित एक भव्य समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि जाति के नाम पर समाज को बांटने वालों ने ही सत्ता में रहते हुए माफिया के सामने नाक रगड़ी और सत्ता को गिरवी रख दिया था। जाति के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने वाले ऐसे लोग आज भी घूम-घूमकर समाज को बांट रहे हैं। जब बदमाशों और माफिया का यमराज ने जब टिकट काटा तो कुछ लोग घड़ियाली आंसू बहाने लगे। पहले नौकरी के नाम पर वसूली करते थे, अब जाति के नाम पर बांटने का काम कर रहे हैं। इसीलिए कहता हूं कि 'बंटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो नेक रहोगे।'
सीएम ने दानवीर भामाशाह के आदर्शों को अपनाने और समाज को जातिगत विभाजन से मुक्त रखने का आह्वान किया। उन्होंने व्यापारियों को राष्ट्र निर्माण का महत्वपूर्ण अंग बताते हुए उनकी सुरक्षा, सम्मान और कल्याण के लिए डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। योगी ने स्वामी विवेकानंद को शिकागो धर्म सम्मेलन में भेजने के लिए मैसूर के राजा चामराजेन्द्र वाडियार और खेतड़ी के राजा अजीत सिंह के सहयोग की चर्चा की। साथ ही बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को विदेश पढ़ाई के लिए वडोदरा के राजा सैयाजीराव गायकवाड द्वारा दी गई स्कॉलरशिप का जिक्र करते हुए कहा कि इन महापुरुषों के सहयोग में जाति कहां थी? ये सहयोग सात्विक और सकारात्मक भाव से किया गया, जिसके परिणामस्वरूप विश्व को विवेकानंद और अंबेडकर जैसे रत्न मिले।
दानवीर भामाशाह का योगदान समाज के लिए प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने दानवीर भामाशाह के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि हल्दीघाटी के युद्ध में जब महाराणा प्रताप को संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ा, तब भामाशाह ने अपनी पूरी संपत्ति महाराणा को समर्पित कर दी। इस सहयोग से महाराणा प्रताप ने अकबर की सेना से मेवाड़ व चित्तौड़गढ़ के किलों को वापस लिया। सीएम योगी ने कहा, कि भामाशाह का यह त्याग ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना का प्रतीक है।
व्यापारियों की सुरक्षा और सम्मान सरकार का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 में लखनऊ में एक व्यापारी की निर्मम हत्या हुई थी, सुल्तानपुर में सराफा व्यवसाई को गोली मारी गई थी। उस समय की सरकार लुटेरों और बदमाशों को संरक्षण दे रही थी। हमारी सरकार ने व्यापारी और बेटी की सुरक्षा को सर्वोपरि रखा। हमने कहा कि इनकी सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों का टिकट यमराज काटेंगे। जब बदमाशों का हिसाब हुआ, तब जाति के नाम पर बांटने वाले घड़ियाली आंसू बहाने लगे। जाति के नाम पर बांटने वालों ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया’ का मॉडल चलाया और कानून व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया।
हर वर्ष प्रत्येक जिले में आयोजित होगा व्यापारी कल्याण दिवस
मुख्यमंत्री ने राज्यकर विभाग को निर्देश दिया कि प्रत्येक वर्ष प्रदेश के शीर्ष 10 जीएसटी देने वाले व्यापारियों को लखनऊ में और प्रत्येक जनपद के शीर्ष 10 व्यापारियों को स्थानीय स्तर पर सम्मानित किया जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि दुर्घटना का शिकार होने वाले जीएसटी देने वाले व्यापारियों को सरकार की ओर से 10 लाख रुपये की सहायता इस दिन प्रदान की जाए।
पर्यावरण संरक्षण में व्यापारियों से भागीदारी का किया आह्वान
सीएम योगी ने कहा कि हर जिले में एक नदी के पुनरोद्धार और वृक्षारोपण का अभियान चल रहा है। व्यापारी और व्यापार मंडल इस अभियान से जुड़ें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दानवीर भामाशाह के जीवन से प्रेरित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सर्वोच्च राजस्व कर देने वाले व्यापारियों को भामाशाह सम्मान से सम्मानित किया। साथ ही, समाज में विशेष योगदान देने वाले व्यापारियों को भी सम्मानित किया गया।