बीजेपी नेत्री कोमल गुर्जर पार्टी से निष्कासित, भाजपा विधायक पर कई आरोप लगाकर बुलाई थी महापंचायत
यूपी के सहारनपुर में भाजपा विधायक कीरत सिंह पर कई आरोप लगाने वाली भाजपा नेत्री कोमल चौधरी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। कोमल चौधरी ने पाटी में भी शिकायत की थी लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर महापंचायत बुलाई थी।

यूपी के सहारनपुर में भाजपा विधायक पर कई आरोप लगाने वाली भाजपा नेत्री को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। भाजपा नेत्री ने विधायक के खिलाफ महापंचायत बुलाई थी। पुलिस ने अनुमति नहीं होने का हवाला देकर महापंचायत भी नहीं होने दी। पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए भीड़ को तितर-बितर करते हुए तीन लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, मीडिया से बातचीत में महिला नेत्री ने फिर विधायक पर कई आरोप लगाए।
भाजपा महानगर महिला मोर्चा में मंत्री कोमल गुर्जर ने भाजपा विधायक कीरत सिंह पर वीडियो वायरल कर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने शुक्रवार को गंगोह के तीतरों रोड स्थित एक गार्डन में महापंचायत का आह्वान किया था। महापंचायत से पहले दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे। टकराव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पंचायत की अनुमति नहीं दी। लेकिन अनुमति के बगैर शुक्रवार को पंचायत बुलायी गई। इस पर पुलिस-प्रशासन की टीम एसडीएम के साथ फोर्स लेकर मौके पर पहुंची, पहले बैंक्वेट हॉल पर ताला लगाया गया।
उसके बाद जब सड़क पर पंचायत के लिए भीड़ बढ़ने लगी तो पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए भीड़ को तितर-बितर किया। इस दौरान एक महिला समेत तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस के खदेड़ने के बाद भीड़ बाईपास मार्ग स्थित एक सपा नेता चौधरी नक्षत्र पाल सिंह के आवास पर इकट्ठा हो गई। वहां मीडिया से बातचीत में कोमल गुर्जर ने आरोप लगाए कि उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। मीडिया ने सबूत मांगे तो कहा कि समय आने पर सबूत भी दिखा देंगे। कोमल ने अपनी सोने की चेन गायब होने का आरोप लगाया है।
पुलिस पर लोगों के साथ मारपीट का आरोप
पुलिस पर महापंचायत में आने वाले लोगों के साथ मारपीट करने के आरोप लगाए गए हैं। मेरठ से आए मुखिया गुर्जर और देवबंद के मिरगपुर निवासी वीरेंद्र गुर्जर की अगुवाई में वहीं पर पंचायत करने की घोषणा की गई। निर्णय हुआ कि पांच सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी, जो दोनों पक्षों से बात कर निष्पक्ष फैसला लेगी। उधर, सपा नेता चौधरी नक्षत्र पाल सिंह ने बताया कि इस विवाद से उनका कोई लेना-देना नहीं है। समाज के लोग उनके पास आए थे इसलिए उन्होंने सहयोग किया।
कोमल को समझकर उसकी ननद को ले गई पुलिस
महापंचायत में शामिल होने आई एक गाड़ी में सवार कोमल चौधरी की ननद कविता चौधरी को पुलिस कोमल समझ कर कोतवाली ले जाने लगी तो गुस्साए समर्थकों ने पुलिस की गाड़ी के सामने जमीन पर लेटकर हंगामा शुरू कर दिया। जिस पर पुलिस ने लाठी फटकाकर भीड़ को तितर-बितर कर गाड़ी निकाली। इस दौरान कोमल चौधरी पुलिस प्रशासन को झांसा देकर अचानक समर्थकों के बीच आईं और पत्रकारों को संबोधित करते हुए स्वयं को झांसी की रानी बताया।
भाजपा जिलाध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र सैनी ने कहा कि पूरे प्रकरण से हाईकमान को अवगत करा दिया गया है। पार्टी हाईकमान की तरफ से कोमल गुर्जर को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। वहीं, एसडीएम नकुड़ सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गंगोह में पंचायत के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई थी। इसी के चलते पंचायत नहीं होने दी गई है। तीन लोगों को पंचायत करने के प्रयास में हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
पूर्व सांसद ने फेसबुक पर की पोस्ट
पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा कि सम्मानित लोगों पर लाठीचार्ज और उनके घर पर पुलिस भेजकर उन्हें प्रताड़ित करना गलत है। हम इसकी निंदा करते हैं।