तहसीलदार दफ्तर के सामने व्यक्ति ने की आत्मदाह की कोशिश
Bijnor News - नगीना में एक परिवार ने जमीन के दाखिल खारिज मामले में रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए तहसीलदार कार्यालय पर हंगामा किया। हंगामे के दौरान, परिवार के एक सदस्य ने आत्मदाह का प्रयास किया, लेकिन समय रहते रोका...
नगीना में जमीन के दाखिल खारिज मामले में रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए एक परिवार ने गुरुवार को तहसीलदार कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान परिवार के एक सदस्य ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया, हालांकि तहसील कर्मियों और लोगों ने उसे समय रहते रोक लिया। व्यक्ति द्वारा आत्मदाह के प्रयास की जानकारी होते ही हंड़कंप मच गया। पुलिस ने हंगामा करने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। उधर, तहसीलदार ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि नियमानुसार दाखिल खारिज हुआ है। तहसीलदार के अर्दली की तहरीर पर चार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
नगर के मोहल्ला सरायमीर निवासी आदिल अब्बास, शाहनवाज हैदर, कमर हैदर व अली अब्बास गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे अपने परिवार की महिलाओं व बच्चों के साथ नगीना तहसीलदार कार्यालय पर पहुंचे। आदिल अब्बास ने तहसीलदार पर उनकी बैनामाशुदा जमीन का गलत दाखिल-खारिज करने का आरोप लगाया। साथ ही आरोप लगाया कि विभागीय कर्मी के माध्यम से तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने 70-70 हजार रुपये की रिश्वत भी ली है, बावजूद इसके उनके विरुद्ध निर्णय दिया गया। परिवार के लोग कार्यालय के बाहर हंगामा करते हुए धरने पर बैठ गए और शोर शराबा करते हुए हंगामा करने लगे। इसी बीच आदिल के भाई अली अब्बास उर्फ आशु ने साथ लाई केन से अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ (पेट्रोल) डालते हुए आत्मदाह का प्रयास किया। यह देख वहां अफरातफरी मच गई, कुछ लोगों ने बड़ी मुश्किल से अली अब्बास से केन छीनी और उसे समझाया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस अली अब्बास और परिवार की तीन महिलाओं समेत पांच लोगों को हिरासत में थाने ले गई। मामले में तहसीलदार के अर्दली मोहन सैनी की तहरीर पर पुलिस ने उनका चालान कर दिया। पुलिस ने सभी को एसडीएम आशुतोष जैसवाल की कोर्ट में पेश किया, एसडीएम ने अली अब्बास, गुलरेज व दो महिलाओं को जेल भेज दिया, जबकि एक महिला को जमानत दे दी। नियमानुसार किया गया दाखिल-खारिज: तहसीलदार नगीना तहसीलदार आशीष सक्सेना का कहना है कि नगर के मोहल्ला कस्बा में स्थित करीब 2025 वर्ग मीटर जमीन का दाखिल-खारिज नियमानुसार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस जमीन के दो बैनामे हुए हैं, जितनी जमीन जिसकी सही थी, उसी के अनुसार दोनों का दाखिल-खारिज किया गया है। उन्होंने हंगामा करने वालों के आरोपों को निराधार बताया। उधर, नायब तहसीलदार अजब सिंह का कहना है कि उनके यहां से मामला तहसीलदार कोर्ट स्थानांतरित हो गया था। उन पर लगाए गए आरोप गलत हैं। आरोप लगाकर दबाव बनोन की कोशिश: एसडीएम एसडीएम आशुतोष जायसवाल ने बताया कि आदिल अब्बास पूर्व में भी अन्य पीठासीन अधिकारियों पर आरोप लगा चुका है। उसके पास जो पत्रावली है, वो तहसीलदार नगीना के न्यायालय में स्थानांतरित कर दी थी। एसडीएम ने बताया कि आदिल अब्बास अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने पक्ष में आदेश कराना चाहता है, जो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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