झांसी में बांध से छोड़े गए पानी से चढ़ी बेतवा नदी, टापू पर फंसे खाना खाकर सोए पांच मजदूर
एमपी के पारीछा बांध से पानी छोड़े जाने के चलते झांसी की बेतवा नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया। जिसके कारण बालू खनन करने गए पांच मजदूर टापू पर फंस गए, जिन्हें रेस्क्यू करके निकाला गया।

पिछले कुछ दिनों से हो रही झमाझम बारिश के कारण पारीछा बांध से पानी छोड़ दिया गया। जिससे रातों-रात बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिसके चलते बीती देर रात झांसी के मोंठ थाना क्षेत्र के सौजना घाट से अवैध रूप से बालू निकालने गए एलएनटी चालक समेत पांच मजदूर टापू में फंस गए। सोमवार करीब छह घंटे के कड़े रेक्स्यू के बाद ट्यूब से उन्हें सकुशल बाहर निकाला गया। जिससे उनके चेहरे खिल उठे। वहीं पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली।
लहचूरा थाना क्षेत्र गे गांव धवाकर निवासी छत्रपाल एलएनटी मशीन चलाता है। बीती देर रात वह मजदूर ललितपुर के गांव लागोन निवासी कृष्णदेव (22) बेटा सोवरन, धवाकर निवासी सचिन कुशवाहा (24) बेटा रामेश्वर, कासगंज के शाहपुर निवासी सोमेन्द्र प्रताप सिंह (25) बेटा बीरेन्द्र सिंह, खुशीराम (21) बेटा विनोद कुमार के साथ मोंठ के सौजना घाट पर बालू निकालने गए थे। वहां सभी ने खाना खाया। इसके बाद बालू के टीले पर सो गए। सोमवार सुबह करीब साढ़े बजे छत्रपाल की आंख खुली तो दंग रह गया।
चारों तरफ नदी पानी से लबालब थी। उसने अपने साथियों को उठाया। जैसे-जैसे थोड़ा उजाला हुआ तो यह बेतवा का रौद्र रूप देख सभी दहशत में आ गए और मदद की गुहार लगाने लगे। करीब साढे़ चार बजे इन लोगों ने फोन लगाकर अपने साथियों को खबर की तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बड़ी मिलने वाले एकत्र होने लगे। सूचना पर एसपी सिटी ज्ञानेंद कुमार सिंह, मोंठ उपजिलाधिकारी अवनीश तिवारी, सीओ अजय श्रोतिय, कोतवाली मोंठ थाना प्रभारी अखिलेश द्विवेदी, सर्किल के थानों की फोर्स के साथ के पहुंचे।
उन्होंने तुरंत रेस्क्यू शुरू किया। नाविकों को भेजा। गोताखोरों की मदद ली गई। लेकिन, बढे जलस्तर से दिक्कतें आईं। गांव के जगदीश प्रसाद, प्रकाश, यशपाल, मनकपुरा के रतिराम, आनंद, अरविंद, हरीकिशोर, मोतीलाल के सहारे गोताखोरों का दल ट्यूब लेकर गया। करीब छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी मजदूरों का सकुशल बाहर निकाला गया। सीओ मोंठ अवनीश कुमार तिवारी ने बताया कि पांच लोग बालू निकालने गए थे। यह लोग टापू में फंस गए थे। सभी को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया गया है। मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है।
रात में सामान्य थी बेतवा
छत्रपाल, सचिन ने बताया कि रात को जब बालू निकालने गए थे तो बेतवा नदी चढ़ी थी। आसानी से सभी लोग टीले तक पहुंच गए। बालू के टीले पर खाना खाया और वहीं सो गए। कुछ लोग दूसरे टीले पर थे। लेकिन, जब सुबह आंख खुली तो दंग रह गए। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आया। दिल सहम उठा। टीले से जरा भी सरकने की हिम्मत नहीं हो रही थी।
छह घंटे चला रेस्क्यू
बेतवा के बढ़े जलस्तर और टापू पर फंसे पांच लोगों की खबर से पुलिस-प्रशासन से खलबली मच गई। आनन-फानन में एसपी सिटी ज्ञानेंद कुमार सिंह, मोंठ उपजिलाधिकारी अवनीश तिवारी, सीओ अजय श्रोतिय, कोतवाली मोंठ थाना प्रभारी अखिलेश द्विवेदी, सर्किल के थानों की फोर्स के साथ के पहुंचे। तुरंत रेस्क्यू शुरू किया गया। करीब पांच से छह घंटे तक रेस्क्यू चला। गोताखारों की मदद ली। गोताखोरों को ट्यूब लेकर भेजा गया। इसके बाद एक-एक कर सभी को किनारे लाया गया।
डैम के फाटक खोलकर 648 क्यूसेक पानी छोड़ा
पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश सहित झांसी में इन दिनों अच्छी बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश बेतवा नदी के करीब बने पारीछा बांध में का अचानक जलस्तर बढ़ गया। बीते रोज जलस्तर 192.30 मीटर था। बाद में वह बढ़कर 192.40 मीटर हो गया। अधिक पानी आने से बांध के फाटक खोलकर 648 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। सूत्रों की मानें तो पानी आने से आगे भी निकासी की संभवना है। सूत्र बताते हैं सोमवार को बांध से 23 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाना है।
कर रहे थे अवैध खनन
बेतवा नदी के किनारे बाले का अवैध खनन हो रहा है। मजदूरों ने बताया कि कई दिनों पहले घाट पर आए थे। रात में खनन का काम चल रहा था। सभी लोग थककर वहीं सो गए। सुबह जब आंखों खुली ने बेतवा ने डरा दिया। पानी का जलस्तर घट ही नहीं रहा था और चढ़ता जा रहा है। लिहाजा, बालू के ढेर पर डरे-सहमे बैठे रहे। अगर जलस्तर और बढ़ जाता तो बचना मुश्किल हो जाता।
मोंठ सीओ अजय श्रोत्रिय ने बताया, मजदूर नदी में खनन कार्य कर रहे थे। पानी बढ़ने से वे फंस गए थे। सूचना मिलते ही तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।