पंडितजी ढाबे पर स्कैनर में मुस्लिम नाम, कर्मचारी को पहचान के लिए नंगा करना की कोशिश, हंगामा
यूपी के मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा से पहले ढाबे पर हिंदू संगठनों का हंगामा सामने आया है। संगठन के सदस्यों का आरोप है कि पंडितजी ढाबे का बारकोड स्कैन करने पर मुस्लिम नाम सामने आया। वहीं ढाबा कर्मचारियों का आरोप है कि कार्यकर्ताओं ने कर्मचारियों की पहचान के लिए कर्मचारी को नंगा करने की कोशिश की है।

आगामी 11 जुलाई से सावन मास कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगा। कांवड़ यात्रा को सफल संचालन के लिए जहां पुलिस प्रशासन अलर्ट है वहीं बघरा आश्रम के यश वीर महाराज भी अपने 5000 हजार वालंटियर्स के साथ पहचान बताओ अभियान शुरू कर दिया है। इस कड़ी में तीन दिन पूर्व हाईवे पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पंडित जी वैष्णो ढाबे पर पहुंचे। यहां काम करने वाले कर्मचारियों से आधार कार्ड मांगा। आधार नहीं मिलने पर कार्यकर्ताओं ने ढाबे पर लगा बारकोड स्कैन किया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मालिक का नाम मुस्लिम समुदाय का निकला। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
ढाबा कर्मचारियों का आरोप है कि कार्यरत गोपाल नामक कर्मचारी से पहले आधार कार्ड मांगा, आधार कार्ड न दिखाने पर पहचान के लिए नंगा करने की कोशिश की गई। शोर मचाने और विरोध होने पर उसे बाद में छोड़ दिया गया। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। मामले का वीडियो सोशल मीडिया खूब वायरल हो रहा है। लाइव हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
कांवड़ यात्रा शुरू होने की वजह से दिल्ली देहरादून हाइवे, शामली मार्ग आदि मार्गों पर हिंदू संगठन होटल मलिक और कर्मचारियों के नाम चेक करने निकले हैं। यशवीर महाराज का कहना है कि होटल व ढाबा संचालकों को दुकान, मालिक और नौकरों का नाम चस्पा करना होगा। जिससे कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी का धर्म भ्रष्ट न हो। उधर, एसएसपी संजय कुमार वर्मा का कहना है कि कांवड़ मार्ग पर दुकानों को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है। दुकानदारों से नेम प्लेट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसका काम शुरू भी करवा दिया गया है।