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बोले अम्बेडकरनगर-दूर हो जलभराव समस्या तो सुचारु हो सके आवागमन

Ambedkar-nagar News - अम्बेडकरनगर के अकबरपुर में फ्लाईओवर और अंडर पास की स्थिति गंभीर है। कई स्थानों पर गड्ढे हैं और जलभराव के कारण आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है। संबंधित अधिकारियों द्वारा समस्या का समाधान नहीं किया जा...

Newswrap हिन्दुस्तान, अंबेडकर नगरSat, 28 June 2025 05:14 PM
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बोले अम्बेडकरनगर-दूर हो जलभराव समस्या तो सुचारु हो सके आवागमन

अम्बेडकरनगर। अकबरपुर में स्थित रेलवे क्रासिंग पर जहां एक फ्लाईओवर है, तो वहीं जिले में लगभग डेढ़ दर्जन अंडर पास का निर्माण है। फ्लाईओवर पर कई स्थानों पर गड्ढे हैं, तो कहीं कहीं क्षतिग्रस्त भी है। इस ़फ्लाईओवर से होकर प्रतिदिन छोटे बड़े लगभग पांच हजार वाहन गुजरते हैं। संबंधित फ्लाईओवर के नीचे जगह जगह दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। इससे लोगों को सुचारु आवागमन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। फ्लाई आवेर की रिटर्निंग वॉल के चलते अकबरपुर बस स्टेशन के निकट अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। प्रतापपुर चमुर्खा के निकट रेलवे क्रासिंग के पर बने अंडर पास पर बारिश के दौरान जलभराव हो जाता है।

इससे लगभग दो दर्जन गांव की 25 हजार की आबादी को आवागमन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सिझौली अंडरपास के निकट न सिर्फ जलभराव होता है, बल्कि इसके निकट बड़े वाहन खड़े होने से लोगों को आवागमन में दिक्कत होती है। टांडा के इनमियापुर के निकट बने फ्लाई आवेर के नीचे भी अतिक्रमण के चलते लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। मौहरिया खानपुर व बनगांव रोड स्थित रेलवे क्रासिंग पर लंबे समय से फ्लाई ओवर के निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। विकासखंड कटेहरी के प्रतापपुर चमुर्खा के निकट बना अंडर पास लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन रहा है। दरअसल हल्की सी बारिश होने पर ही यहां जलभराव हो जाता है। कभी-कभी तो कमर तक पानी भर जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए समय समय पर ग्रामीणों द्वारा धरना प्रदर्शन भी किया गया, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। प्रतापपुर चमुर्खा के निकट बने अंडर पास से होकर लगभग दो दर्जन गांव के लोग आवागमन करते हैं। हालांकि इस अंडरपास को ग्रामीणों के सुचारु आवागमन के लिए बनाया गया है, लेकिन वह इनके लिए बड़ी मुसीबत का सबब बन रहा है। सबसे अधिक आवागमन में मुश्किल बरसात के दिनों में होती है। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से बारिश होने पर यहां जलभराव हो जाता है। इससे आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है। विगत वर्ष इतना अधिक जलभराव हो गया था कि आवागमन ही पूरी तरह से ठप पड़ गया था। नाराज ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन भी किया था। प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा था। आश्वासन दिया गया, लेकिन अब तक समस्या जस की तस बनी हुई है। कटेहरी के रंजीत व प्रतापपुर चमुर्खा के अरविंद कहते हैं कि अंडरपास के निर्माण के दौरान जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। इसी का नतीजा है कि बरसात के दिनों में बारिश होने की दशा में जलभराव हो जाता है। इससे आवागमन में मुश्किलें होती हैं। सबसे अधिक मुश्किल महिलाओं, बुजुर्गों व बच्चों को होती है। क्षतिग्रस्त मार्ग व अतिक्रमण के चलते आवागमन में हो रही दिक्कत:सिझौली अंडरपास के आसपास बड़े वाहनों के खड़ा होने से एक तरफ जहां लोगों को रात्रि के समय आवागमन में काफी दिक्कत उठानी पड़ती है, तो वहीं ओवरलोडेड वाहनों के आवागमन से अंडरपास की सड़क भी क्षतिग्रस्त होती रहती है। इस समस्या को दूर करने के लिए जिम्मेदारों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से शिकायत दर्ज कराई जाती है, लेकिन ध्यान नहीं दिया जाता है। नवीन मंडी सिझौली के निकट ही स्थित है अंडरपास। अंडरपास से होकर प्रतिदिन हजारों छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं। इसमें प्रतिदिन सौ से अधिक बड़े वाहन सिर्फ नवीन मंडी ही आते जाते हैं। इनमें ज्यादातर ओवरलोड रहते हैं। इससे अंडरपास की सड़क अक्सर क्षतिग्रस्त हो जाती है। हालांकि इसे समय समय पर दुरुस्त भी किया जाता है, लेकिन इसके बाद भी ओवरलोडेड वाहनों के आवागमन से यह समस्या होती है। इसके अलावा अंडरपास के निकट ही नवीन मंडी जाने वाले बड़े वाहन सड़क के किनारे खड़े रहते हैं। इससे भी लोगों को आवागमन में व्यापक मुश्किलें होती हैं। सबसे अधिक दिक्कत रात्रि के समय होती है। अक्सर सड़क के किनारे खड़े ऐसे वाहन हादसे का भी सबब बनते रहते हैं। शिकायतें होती हैं, लेकिन इसे दूर करने की सुधि जिम्मेदारों को नहीं होती है। सामाजिक कार्यकर्ता रवींद्र कुमार कहते हैं कि लोगों के हित को देखते हुए जिम्मेदारों को ठोस कदम उठाना चाहिए। न सिर्फ अंडरपास के निकट बड़े वाहन खड़े होने से रोका जाए, बल्कि वहां होने वाले जलभराव जैसी समस्या को भी दूर किया जाए। इसी प्रकार से नेवतरिया अंडरपास के निकट भी अतिक्रमण है। इसे भी दूर किए जाने की जरूरत है। दो जगह अंडरपास या फिर फ्लाईओवर निर्माण की है जरूरत अम्बेडकरनगर। अकबरपुर के मौहरिया खानपुर व बनगांव रोड स्थित रेलवे क्रासिंग पर फ्लाई ओवर या फिर अंडर पास बनाए जाने की अत्यंत जरूरत है। इन दोनों मार्ग से प्रतिदिन औसतन 10 हजार छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं। ऐसे में रेलवे क्रासिंग बंद होने की दशा में वाहनों की लंबी लाइन दोनों तरफ लग जाती है, जिससे जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अकबरपुर जलालपुर मार्ग स्थित मौहरिया खानपुर रेलवे क्रासिंग अत्यंत महत्वपूर्ण है। अकबरपुर वाराणसी रेलमार्ग पर स्थित इस रेलवे क्रासिंग से होकर प्रतिदिन औसतन आठ हजार छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं। इस रेलवे क्रासिंग से होकर प्रतिदिन लगभग 11 जोड़ी ट्रेन भी गुजरती है। नतीजा यह है कि रेलवे क्रासिंग बंद होती रहती है। इससे लोगों को कई प्रकार की दिक्कत उठानी पड़ती है। इसी प्रकार से बनगांव रोड स्थित रेलवे क्रासिंग से होकर भी प्रतिदिन औसतन दो हजार छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं। ऐसे में इन दोनों ही रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज या फिर अंडर पास के निर्माण की जरूरत है। इसे लेकर कई बार जिम्मेदारों व जनप्रतिनिधियों तक से शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। अकबरपुर के गोपाल मौर्य व हरीराम कहते हैं कि इन दोनों रेलवे क्रासिंग के अलावा इंजीनियरिंग कॉलेज व इल्तिफातगंज रोड पर स्थित रेलवे क्रासिंग पर भी ओवरब्रिज या फिर अंडरपास निर्माण की आवश्यकता है। जिम्मेदारों को इस तरफ भी ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। क्षतिग्रस्त मार्ग लोगों को सुचारु आवागमन में बन रहे बाधा:अकबरपुर के मध्य में स्थित रेलवे क्रासिंग पर बने ओवरब्रिज पर कई स्थानों पर गड्ढे हैं। इससे लोगों को सुचारु आवागमन में कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मार्ग दुरुस्त कराए जाने की मांग समय समय पर की जाती है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। अकबरपुर में बना फ्लाई ओवर एक तरफ जहां लोगों के लिए काफी उपयोगी है, तो वहीं इस पर कई जगह हुए गड्ढे लोगों के लिए मुश्किलें भी बढ़ा रहे हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा से लेकर अकबरपुर बस स्टेशन तक बने इस फ्लाई ओवर की सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त है। इन्हें दुरुस्त तो कराया जाता है, लेकिन इसमें महज औपचारिकता ही निभाई जाती है। नतीजा यह है कि यह समस्या दूर नहीं हो रही है। इस फ्लाई ओवर से होकर प्रतिदिन छोटे बड़े लगभग पांच हजार वाहन गुजरते हैं। इसके बाद भी इस मार्ग को पूरी तरह से दुरुस्त कराने की सुध नहीं है। इतना ही नहीं, फ्लाई ओवर की रिटर्निंग वॉल अकबरपुर बस स्टेशन के सामने तक है। इससे बस स्टेशन के निकट लगभग प्रत्येक समय जाम की समस्या बनी रहती है। इसके अलावा फ्लाई आवेर के नीचे जगह जगह दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। चाय पान व सब्जी की दुकान से लेकर कई अन्य प्रकार की दुकानें हैं। नतीजा यह है कि इससे भी लोगों को आवागमन में कई प्रकार की दिक्कत उठानी पड़ती है। अतिक्रमण हटाए जाने की मांग समय समय पर जिम्मेदारों से की जाती है लेकिन गंभीरता नहीं दिखाई जाती है। नतीजा यह है कि इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है। सामाजिक कार्यकर्ता अनंतराम वर्मा कहते हैं कि लोगों को सुचारु आवागमन के लिए जिम्मेदारों को ठोस कदम उठाना चाहिए। न सिर्फ क्षतिग्रस्त फ्लाई ओवर को दुरुस्त कराया जाए, बल्कि इसके नीचे किए गए अतिक्रमण को भी हटाया जाए। फ्लाईओवर के नीचे कई स्थानों पर सड़क क्षतिग्रस्त है, उसे भी दुरुस्त कराया जाए। लोग बोले- प्रतापपुर चमुर्खा के पास रेलवे लाइन के नीचे बना अंडरपास बारिश में लबालब भर जाता है। इससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो जाता है। ऐसे में लोग जान जोखिम में डाल रेलवे लाइन को पार कर आवागमन करते हैं। इस समस्या का निस्तारण होना चाहिए। पवन सिंह बनगांव रोड स्थित रेलवे क्रासिंग पर फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि ट्रेनों के आने जाने के दौरान क्रासिंग बंद होने से लोगों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है। खासकर स्कूली बच्चों को विद्यालय पहुंचने में विलंब हो जाता है। यदि यहां फ्लाईओवर का निर्माण हो जाए तो काफी सहूलियत होगी। मनीष शर्मा नगर में बने फ्लाईओवर के नीचे दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया है। इससे आवागमन में काफी मुश्किलें होती है। कई बार तो वाहनों को मोड़ने में खासी समस्या होती है। इसके बाद भी जिम्मेदारों की निगाह इस समस्या की तरफ नहीं जा रही है। यदि अतिक्रमण को हटा दिया जाए तो समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी। अंकित तिवारी नगर में बने फ्लाईओवर पर वाहनों का दबाव बढ़ने से अक्सर जाम लग जाता है। इससे लोगों को खासी परेशानी होती है। यदि फ्लाईओवर के नीचे से गुजरी रेलवे लाइन से आवागमन बहाल कर दिया जाए तो जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकता है। इसे लेकर कई बार आवाज भी उठाया गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। रवि राजभर सिझौली के पास बने अंडरपास की सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। क्योंकि सब्जी व अन्य सामान लेकर बड़े वाहन यहीं से होकर नवीन सब्जी मंडी पहुंचते हैं। ऐसे में सड़कों के टूट जाने से आम लोगों को आवागमन में मुश्किलें झेलनी पड़ रही है। यदि क्षतिग्रस्त सड़क को दुरुस्त करा दिया जाए तो आवागमन सुचारु हो जाएगा। आशीष प्रजापति बारिश के दौर में अंडरपास में भरे पानी की निकासी के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं है। इससे लोगों की मुश्किलें बढ़ी रहती हैं। इस संबंध में जिम्मेदारों से कई बार मांग भी की गई कि अंडरपास से पानी की निकासी के लिए कोई समुचित प्रबंध किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कृष्णा राजभर अंडरपास लोगों के सुचारु आवागमन में काफी सहूलियत प्रदान करते हैं। लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते बारिश के दौर में अंडरपास की उपयोगिता कम हो जाती है। क्योंकि जब जलभराव हो जाता है, तब इससे होकर आवागमन न के बराबर रहता है। ऐसे में लोगों को मुश्किल होती है। विनोद यादव बोले जिम्मेदार- फ्लाईओवर हो या फिर अंडरपास, प्रत्येक स्थान पर यदि सड़क क्षतिग्रस्त होती है, तो उसे समय रहते दुरुस्त कराया जाता है। ज्यादातर अंडर पास में जलभराव की समस्या नहीं है। एक दो स्थान पर जहां भी जलभराव होता है, उसका निदान कराया जाता है। नगर में ओवरब्रिज के नीचे अतिक्रमण हटाने के लिए समय समय पर अभियान चलाया जाता है। डॉ सदानन्द गुप्ता,एडीएम

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