लापरवाही : डबल शिफ्ट में काम कर रहे थे मजदूर, नहीं था सुपरवाइजर
Aligarh News - रोरावर क्षेत्र के तालसपुर स्थित एचएमए एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड में दो मजदूर, आसिफ और इमरान, ब्लड टैंक की सफाई करते समय गिरकर डूब गए। दोनों को रात में जबरन बुलाया गया था। जांच में फैक्ट्री प्रबंधन की...

- रोरावर क्षेत्र के तालसपुर स्थित एचएमए एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड में हुआ था हादसा - ब्लड टैंक की सफाई करने के दौरान उसमें गिरकर डूबने से हुई दो मजदूरों की मौत - सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में अलग अलग टीमों ने फैक्ट्री में जाकर कई घंटे की थी जांच - दिन में भी ड्यूटी कर चुके थे दोनों मजदूर, रात में जबरन फोन करके बुलाया अलीगढ़। हिन्दुस्तान संवाद रोरावर थाना क्षेत्र के तालसपुर स्थित आगरा के पूर्व विधायक जुल्फिकार अहमद भुट्टो की मीट फैक्ट्री में दो मजदूरों की मौत के मामले में भले ही कोई तहरीर न मिली हो, मगर पुलिस प्रशासन की प्रारंभिक जांच में फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है।
इसमें पता चला है कि मजदूरों ने दिन में भी शिफ्ट की थी। इसके बाद रात में उन्हें दोबारा जबरन बुलवाया गया। इसके बाद बिना सुपरवाइजर के उनसे काम कराया जा रहा था। टीम ने इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट भी तैयार कर की है। लेकिन, अभी तक फैक्ट्री प्रबंधन पर कोई कार्रवाई तय नहीं हुई है। एचएमए एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड तालसपुर पुलिया के पास स्थित है, जिसके मालिक आगरा से बसपा के पूर्व विधायक जुल्फिकार अहमद भुट्टो हैं। यहां उनके भाई हाजी गुलजार देखभाल करते हैं। शुक्रवार तड़के तीन बजे भुजपुरा निवासी 25 वर्षीय आसिफ पुत्र अब्दुल मजीद व 28 वर्षीय इमरान पुत्र भूरा ब्लड टैंक की पानी के प्रेशर से सफाई कर रहे थे। तभी दोनों टैंक में जा गिरे। दोनों की मौत हो गई। करीब छह बजे अन्य मजदूरों के माध्यम से परिजनों को सूचना मिली। इसके बाद उन्होंने हंगामा किया था। हालांकि देर शाम फैक्ट्री प्रबंधन ने दोनों परिवारों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया। एक सदस्य को फैक्ट्री में नौकरी देने की घोषणा की गई। इस पर परिजनों का कहना था कि पुलिस ने दबाव डालकर समझौता कराया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मजदूरों की मौत का कारण डूबने आया है। 0-पांच सदस्यीय टीम ने की प्रारंभिक जांच घटना के बाद सिटी मजिस्ट्रेट राम शंकर के नेतृत्व में एएसपी व सीओ प्रथम मयंक पाठक, सीएफओ, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विश्वनाथ शर्मा, सहायक पर्यावरण अभियंता उपेंद्र कुमार फैक्ट्री में पहुंचकर जांच की थी। इसमें दो बिंदुओं पर लापरवाही पाई गई है। पहला, मजदूरों से दोहरी शिफ्ट में काम कराया जा रहा था। दूसरा, सुरक्षा मानक नहीं थे। कोई सुपरवाइजर तक मौजूद नहीं था। फैक्ट्री पर कारखाना एक्ट के तहत क्या कार्रवाई होगी, यह अभी तय नहीं हुआ है।
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