कथावाचक की पिटाई के बाद ब्राह्मण महिला से अभद्रता, जाति पूछकर यादव संचालक ने स्कूल से निकाला
इटावा जिले के बकेवर के दांदरपुर गांव में रहने वाली शिक्षका रेनू दुबे ने स्कूल संचालक पर उसे स्कूल से निकालने का आरोप लगाया है। आरोप है कि स्कूल संचालक यादव जाति के हैं, इसलिए उसे स्कूल से हटा दिया है।

यूपी के इटावा में कथावाचक से पिटाई का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब जाति पूछकर ब्राह्मण महिला के साथ अभद्रता का मामला सामने आया है। बकेवर के दांदरपुर गांव में रहने वाली शिक्षका रेनू दुबे ने स्कूल संचालक पर उसे स्कूल से निकालने का आरोप लगाया है। आरोप है कि स्कूल संचालक यादव जाति के हैं, इसलिए उसे स्कूल से हटा दिया है। बता दें कि दांदरपुर गांव में भी यादव जाति के भागवताचार्यों पर जाति छिपाने आरोप लगाते हुए दुर्व्यवहार किया गया था। तब से यह मुद्दा राजनीतिक सनसनी बना है।
दांदरपुर की रहने वाली रेनू दुबे डीएल इंटरनेशनल स्कूल निबाड़ी में पढ़ाती हैं। उन्होंने बताया कि पति की दो साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। 12 साल की बेटी की जिम्मेदारी उठाने के लिए वह स्कूल में पढ़ाने लगीं। 23 जून को वह स्कूल की ओर से गांव खितौरा में बच्चों के प्रवेश के लिए संपर्क करने गईं थीं। आरोप है कि कुछ युवाओं ने रोका और नाम व पता पूछा। नाम रेनू दुबे और गांव दांदरपुर सुनकर युवाओं ने उसके साथ अभद्रता की। कहा कि अब हम तुम्हारी चोटी काट दें तो कैसा लगेगा। तुम्हारे गांव के ब्राह्मणों ने जो किया है, उसकी सजा यही है। यह सुनकर वह घबरा गई और घर आ गई। आरोप है कि अगले दिन प्रबंधक रंजीत यादव ने फोन कर नौकरी से निकालने की जानकारी दी।
घटना की जानकारी के बाद उसके दरवाजे पर पीएसी भी तैनात की गई है। वहीं, प्रबंधक रंजीत यादव का कहना है कि शिक्षिका को निकाला नहीं है। वह एक तारीख से फिर स्कूल आएंगी। उन्हें अपने स्कूल की गाड़ी से बुलाते थे और गाड़ी छोड़ने भी जाती थी। खितौरा में कुछ लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की थी, इसकी जानकारी मिलने पर सुरक्षा के मददेनजर दो-तीन दिन स्कूल न आने को कहा है। उन्होंने बताया कि स्कूल में आठ शिक्षक ब्राह्मण जाति के हैं और सभी स्कूल आ रहे हैं। स्कूल में यादव जाति का एक ही शिक्षक है। सुरक्षा के मद‘देनजर उन्हें दो-तीन दिन आने को मना किया गया है।