ईरान में फंसे बलिया के 5 ज़ायरीन, वतन वापसी को लेकर सपा सांसद ने मोदी सरकार से लगाई गुहार
बलिया जिले से ईरान की धार्मिक यात्रा पर गए पांच जायरीन वहां युद्ध के चलते फंस गए हैं। इनकी सुरक्षित वापसी के लिए सपा सांसद सनातन पांडेय ने मोदी सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। साथ ही सभी लोगों को वापस लाने की गुहार लगाई है।

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रसड़ा कस्बे से ईरान की धार्मिक यात्रा पर गए पांच ज़ायरीन वहां युद्ध के चलते फंस गए हैं। इनकी सुरक्षित वापसी के लिए समाजवादी पार्टी के सांसद सनातन पांडेय ने मोदी सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। साथ ही सभी लोगों को वापस लाने की गुहार लगाई है।
फंसे हुए लोगों की पहचान सैयद असद अली बकर, सैयद मोहम्मद मुजतबा हुसैन, सैयद मोहम्मद अन, शमा जहां और सैयद नज्मुसकिब के रूप में हुई है। ये सभी 25 मई को इराक ज़ियारत के लिए गए थे और वहां से ईरान पहुंचे थे। लेकिन ईरान में हालात बिगड़ने और युद्ध की स्थिति बनने के कारण वे राजधानी तेहरान के एक होटल में फंस गए हैं।
रसड़ा के अतीफ ने बताया कि उनके ये परिजन होटल में फिलहाल सुरक्षित हैं, लेकिन स्थिति को देखते हुए पूरा परिवार बेहद चिंतित है और सरकार से उनकी जल्द से जल्द भारत वापसी की अपील कर रहा है। अतीफ ने बताया कि उन्हीं के साथ गए मशीउररहमान 7 जून को इराक से वापस लौट आए थे। उधर, इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बलिया के सांसद सनातन पांडेय ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर तेहरान में फंसे इन पांच भारतीयों की सकुशल वापसी के लिए जरूरी कदम उठाने का अनुरोध किया है।
सांसद सनातन पांडेय ने कहा कि युद्ध के चलते ईरान से उड़ान सेवाएं बाधित हो गई हैं, जिससे इन लोगों की घर वापसी कठिन हो गई है। उन्होंने केंद्र सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
कौशांबी के आधा दर्जन जायरीन ईरान में फंसे
उधर, धार्मिक यात्रा में पर ईरान गए कौशाम्बी के आधा दर्जन जायरीन भी ईरान में फंस गए हैं। यह सभी लोग रसूलपुर सोनी गांव के हैं। शुक्रवार को इनकी तेहरान से फ्लाईट थी, लेकिन अचानक एयरबेस बंद होने से इन सभी को रोका गया है। कौशाम्बी के लोग प्रयागराज से काफिले के साथ में हैं। इस काफिले में 92 लोग शामिल हैं।