यूपी विधानसभा के अयोग्य ठहराये गये विधायकों की सूची में शामिल होने वालों में नया नाम अब्बास अंसारी का है। उन्हें भड़काऊ भाषण मामले में मऊ की एक विशेष अदालत ने 2 साल की सजा मिली है। हालांकि अब्बास से पहले भी कई नेताओं कि विधायकी गई है।
मऊ से विधायक अब्बास अंसारी की सदस्यता खत्म होने के बाद उनकी सीट भी रिक्त घोषित हो गई है। इस संबंध में यूपी विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने रविवार को अधिसूचना जारी कर दी। अब यहां जल्द विधानसभा उपचुनाव घोषित होगा।
यूपी के एक और विधायक की सदस्यता चली गई है। बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे व सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी को हेट स्पीच मामले में अदालत ने दो साल की सजा सुनाई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के दौरान महाकुंभ 2025 की भव्यता और उसके सामाजिक, आध्यात्मिक एवं आर्थिक प्रभाव पर चर्चा की। साथ ही योगी विपक्ष पर तंज भी कसा। कहा कि प्रदूषण की बात करने वाले वही लोग हैं, जो अपने समय में कुछ कर नहीं पाए।
यूपी विधानसभा में पान-मसाला खाने पर रोक लगा दी गई है। नए नियम के तहत विधानसभा में पान मसाला खाते हुए पकड़े जाने पर एक हजार जुर्माना लगेगा। यह जानकारी बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने दी।
औरंगजेब को लेकर यूपी विधान परिषद में CM योगी सपा पर खूब गरजे। यूपी के बजट सत्र में विधान परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि उसको एक बार यूपी भेज दो, उपचार हम कर देंगे।
यूपी विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने 20 करोड़ बेरोजागरी भत्ता बांटने के लिए 15 करोड़ रुपये प्रचार-प्रसार पर खर्च कर दिया। विपक्षी दलों की सरकारों के उदासीन रवैयों के कारण यूपी में विकास की रफ्तार सुस्त रही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार विधानसभा में विपक्ष को घेरते हुए कहा कि सपा उन देवताओं में विश्वास नहीं रखती, जिनमें भारत की आस्था जुड़ी हुई है। साथ ही मुख्यमंत्री ने ये भी दावा किया कि महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए थे। लेकिन एक भी आपराधिक घटना नहीं हुई।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को पान मसाला की थूक देख स्पीकर सतीश महाना भड़क गए। उन्होंने कालीन बदलवाने और उसकी वसूली उस विधायक से करने का आदेश दिया है, जिसने मसाला थूका था।
यूपी विधानसभा मंडप के एंट्री गेट पर पान मसाला थूके जाने पर सतीश महाना भड़क गए। कार्यवाही से पहले विधानसभा सदस्यों को सतीश महाना ने खूब सुनाया। उन्होंने तत्काल वहां जाकर सफाई सुनिश्चित करवाई और इस अव्यवस्थित व्यवहार की भर्त्सना की।