शिक्षा निदेशालय के अफसरों ने पहले जिलास्तर पर आरक्षण लागू करने का प्रस्ताव भेजा था। लेकिन अब स्कूल स्तर पर आरक्षण लागू करने का निर्णय लिया गया है। स्कूल को इकाई मानते हुए जो आरक्षण लागू होगा उसमें यदि किसी स्कूल में 5 पद हैं तो 3 पद अनारक्षित होगा। 1-1 पद ओबीसी और एससी के लिए आरक्षित किया जाएगा।
यूपी के योगी आदित्यनाथ सरकार ने यूपी के चार लाख से ज्यादा प्राइमरी टीचरों को शुक्रवार को बड़ा तोहफा दिया। नौ साल बाद सामान्य तबादले का आदेश जारी कर दिया गया। इससे अब जिले के बाहर के साथ ही जिले के अंदर तबादले कराए जा सकेंगे।
UP Teacher Recruitment 2025 : यूपी सरकार मार्च तक 2 लाख शिक्षकों की भर्ती करेगी। प्रक्रिया नवंबर से शुरू होगी। 3 चरणों में 65-65 हजार वैकेंसी निकाली जाएगी।
उत्तर प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में संविदा कंप्यूटर शिक्षकों के 5000 पदों पर जल्द ही भर्ती होने जा रही है। शिक्षा विभाग ने इस दिशा में कवायद शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया है।
उच्च शिक्षा निदेशालय के अफसरों को अब तक 40 से अधिक महाविद्यालय हस्तांतरित किए जा चुके हैं। अधिकारी फर्नीचर समेत दूसरे संसाधन जुटाने में व्यस्त हैं। इन महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1065 पदों समेत सीधी भर्ती के कुल 1562 पदों की सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। बहुत जल्द आदेश जारी हो सकता है।
कुछ दिन पहले राजकीय विद्यालयों की प्रवक्ता भर्ती में बीएड की डिग्री ( BEd Degree ) अनिवार्य कर दी गई थी। अब यही नियम एडेड कॉलेजों में भी लागू होगा और उसमें भर्ती के लिए बीएड अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे।
एलटी ग्रेड के 7385 (2525 महिला व 4860 पुरुष श्रेणी) पदों का अधियाचन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को भेजा है। अब बिना बीएड वाले भी कंप्यूटर टीचर बन सकेंगे।
यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक-छात्र अनुपात पूरा है। एक प्रश्न के जवाब में विधानसभा में मंत्री ने यह जानकारी दी है।
कांग्रेस ने यूपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने कहा कि यूपी में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में आरक्षित वर्ग के बच्चों के साथ अन्याय हुआ है और उनके लिए निर्धारित कोटे में अनारक्षित वर्ग के युवकों की भर्ती की गई है जो संविधान का उल्लंघन है।
उत्तर प्रदेश में आश्रम पद्धति के स्कूलों में स्वीकृत 4753 पदों में से 1831 पद खाली पड़े हैं। इनमें प्रवक्ता एवं सहायक अध्यापक के करीब 1000 पद भी खाली हैं जबकि प्रधानाचार्य एवं उप प्रधानाचार्य के सैकड़ों पद भी खाली है। इसके अलावा शिक्षणेत्तर कर्मियों के पद भी बड़ी संख्या रिक्त हैं।