आज से गुप्त नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। गुप्त नवरात्रि पर मां काली की विशेष अराधना की जाती है। आज कलश स्थापना का मुहूर्त जान लें। इसके अलाव इन नौ दिनों में किन देवी की पूजा होती है, यह भी जान लें। गुप्त नवरात्रि का समापन भड़रिया नवमी पर होगा।
Gupt Navratri 2025 upaay in hindi: 26 जून से गुप्त नवरात्रि शुरू हो रहे हैं. इस दौरान मां दुर्गा की दस महाविद्याओं की पूजा अर्चना गुप्त तरीके से की जाती है। भक्त देवी की उपासना करते हैं और दुर्गा सप्तशती पाठ भी किया जाता है।
chaitra navratri ghatsthapana : शक्ति की देवी की आराधना का अनुष्ठान वासंतिक नवरात्र आज से शुरू हो गया है। इस बार नवरात्र आठ दिनों का है। पंचमी तिथि का क्षय है। पंचागों के अनुसार इस बार रविवार से नवरात्र शुरू होने से देवी का आगमन हाथी पर हो रहा है।
30 मार्च यानी चैत्र मास के चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। आज से ही हिंदू नववर्ष का शुभारंभ हो रहा है और आज से मां के पावन नवरात्र भी शुरू हो गए हैं। नवरात्रि में कलश स्थापना का मुहूर्त भी अतिमहत्पपूर्ण है। सही काल, योग और मुहूर्त में ही कलश की स्थापना करनी चाहिए।
ग्रह मंडल के अधिष्ठाता भगवान सूर्य के राजा और मंत्री पद संभालने के साथ ही विक्रमी संवत 2082 का शुभारंभ रविवार से हो रहा है। यहां पढ़ें कलश स्थापना से लेकर अखंड ज्योत समेत संपूर्ण पूजा विधि
Navratri 2025 Timing: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना कर पूजन शुरू किया जाता है। कई भक्तजन नवरात्रि के 9 दिन व्रत रखते हैं। कलश की स्थापना सदैव शुभ मुहूर्त में विधिवत करनी चाहिए।
इस बार नवरात्रि का त्योहार 30 मार्च से शुरू होगा और छह अप्रैल तक मनाया जाएगा। नवरात्रि के दिनों में पांच विशेष योग बनने और माता की सवारी हाथी होने के चलते इस बार की नवरात्रि सुख समृद्धि से पूर्ण होगी।
Chaitra navratri 2025 Kab hai: चैत्र नवरात्र 30 मार्च रविवार को कलश स्थापना के साथ प्रारंभ होगा। इस बार घट स्थापना के लिए 4 घंटे का समय मिल रहा है।
Shardiya Navratri 2024 : शारदीय नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। मां दुर्गा की पूजा, कलश और घटस्थापना हमेशा घर की सही दिशा में करना चाहिए।
Navratri Kalash Sthapna Muhurta : कलश व घट स्थापना सदैव शुभ मुहूर्त व सही विधि के अनुसार करना चाहिए। पंडित जी से जानें घटस्थापना व कलश स्थापना करने के शुभ मुहूर्त व कलश को स्थापित करने की आसान विधि-