Devshayani Ekadashi Kab Hai: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। जानें जुलाई महीने का पहला एकादशी व्रत कब है।
Devshayani ekadashi 2025: हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व है। इस दिन से ही भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। जानें देवशयनी एकादशी कब है।
आषाढ़ माह की एकादशी को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसके बाद से ही चातुर्मास शुरू हो जाता है। भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। विष्णु के शयनकाल के समय सृष्टि का भार देवों के देव महादेव पर होता है।
योगिनी एकादशी को लेकर मान्यता है कि इसका व्रत रखने वालों के सभी पाप दूर हो जाते हैं और 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर लाभ मिलता है। निर्जला एकादशी के बाद योगिनी और देवशयनी एकादषी का महत्व
Devshayani Ekadashi : देवशयनी एकादशी से देव चार माह के लिए विश्राम में चले जाएंगे और (अबूझ तिथि को छोड़कर) सभी मांगलिक कार्यों पर चार माह के लिए रोक लग जाएगी।
Devshayani Ekadashi 2024 Date : पंचांग के अनुसार, आज यानी 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी मनाई जाएगी। यह विशेष दिन प्रभु श्रीहरि विष्णुजी की पूजा-आराधना के लिए शुभ माना जाता है।
Devshayani Ekadashi Vrat Niyam: देवशयनी एकादशी पर भक्त उपवास रखकर विष्णु भगवान की आराधना करेंगे। देवशयनी एकादशी पर कुछ कामों को करना अशुभ माना जाता है, जो प्रभु की नाराजगी का कारण भी बन सकता है।
Devshayani ekadashi 2024 date: भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। देवशयनी एकादशी के दिन से भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और भगवान शिव इस दिन से सृष्टि का संचालन करते हैं।
देवशयनी एकादशी बुधवार को है। इसी दिन से चातुर्मास भी शुरू हो जाएगा। चार माह तक अब शुभ कार्य नहीं होंगे। इस साल देवशयनी एकादशी का व्रत 17 जुलाई यानी आज रखा जाएगा।
Devshayani Ekadashi 2024: श्री हरि को समर्पित देवशयनी एकादशी का व्रत इस बार 17 जुलाई को पड़ रहा है। माना जाता है की इसी एकादशी से विष्णु भगवान योग निद्रा में 4 महीने के लिए चले जाते हैं और सृष्टि का भार भगवान शिव के कंधों पर आ जाता है।