राजधानी दिल्ली के अशोक विहार के जेलरवाला बाग में सोमवार को अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर वाली कार्रवाई की गई। डीडीए के अधीनस्थ विशेष टास्क फोर्स ने यहां बसी एक हजार झुग्गियों को बुलडोजरों की मदद से ध्वस्त कर दिया।
दिल्लीवालों के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली की 50 वर्ष व इससे अधिक पुरानी कॉलोनियों के पुनर्निर्माण को लेकर योजना बनेगी। इसके तहत डीडीए की ओर से बसाई गई लगभग 30 सोसाइटियों और कॉलोनियों को फिर से विकसित किया जाएगा।
दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर अवैध कब्जे और अतिक्रमण के खिलाफ विभाग लगातार बुलडोजर वाली कार्रवाई कर रहे हैं। इसके तहत डीडीए की तरफ से उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में स्थित कादीपुर गांव की एक कॉलोनी के कई घरों पर ध्वस्तीकरण के नोटिस चिपकाए गए हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने सरकारी जमीन पर बनी झुग्गी-झोपड़ियों (जेजे क्लस्टर) पर बुलडोजर चलाने का रास्ता साफ कर दिया है। हाईकोर्ट ने फैसले में कालकाजी के पास गोविंदपुरी में बने भूमिहीन कैंप के सिर्फ एक निवासी के पुनर्वास को मंजूरी दी है। वहीं, 1,355 निवासियों की पुनर्वास याचिका खारिज कर दी।
दिल्ली हाईकोर्ट ने पिछले 36 साल से फ्लैट पाने के लिए भटक रहे व्यक्ति को बड़ी राहत दी है। हाईकोर्ट ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को निर्देश दिया है कि वह दो महीने के भीतर याचिकाकर्ता को उसी सोसाइटी और उसी वर्ग के फ्लैट का आवंटन करे।
- द्वारका सेक्टर-8 में 23.3 एकड़ में फैला यह सेंटर ऑफ एक्सिलेंस परिसर बॉक्सिंग, रेसलिंग, वेट-लिफ्टिंग और ताइक्वांडो के लिए है
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) यमुना डूब क्षेत्र में 371 हेक्टेयर ( 916.7 एकड़) में मयूर प्रकृति पार्क को विकसित करेगा। इस क्षेत्र के संरक्षण को लेकर चल रहीं दस परियोजनाओं में से यह यह सबसे बड़ी है।
राजधानी दिल्ली की 19 झुग्गी क्लस्टर में रहने वाले नागरिकों को पक्के मकान की सुविधा प्रदान करने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने काम शुरू कर दिया है। अगले पांच महीने में पांच झुग्गी क्लस्टर में लगभग 10 हजार फ्लैटों का निर्माण कार्य डीडीए शुरू कर रहा है।
दिल्ली में अपने घर का सपना देखने वालों के लिए गुडन्यूज है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) 828 फ्लैट बेचने की योजना लेकर आया है। डीडीए सिरसपुर में 624 एलआईजी और लोकनायक पुरम में 204 ईडब्ल्यूएस फ्लैट बेच रहा है।
दिल्ली में डीडीए की तरफ से 201 किलोमीटर के साइकिल ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। पांच चरणों में से पहले दो चरण को साल के अंत तक पूरा करने की रणनीति बनाई गई है। इसके बाद बाकी दो चरणों के कार्यों में भी तेजी लाई जाएगी।