सीईपीटी यूनिवर्सिटी और क्लाइमेट-टेक फर्म द्वारा की गई स्टडी में दिल्ली की हवा को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट के मुताबिक जानिए साल में कितने घंटे दिल्ली के लोग साफ हवा में सांस ले पाते हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज प्रदूषण को लेकर मास्टर प्लान लॉन्ट कर दिया है जिसमें पलूशन पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। इसके तहत 13 हॉट स्पॉट स्थान पर मिस्ट स्पेयर, ऊंचे स्थानों पर एंटी स्मॉग गन, 2080 इलेक्ट्रिक बसे समेत कई उपाय शामिल हैं।
रेखा गुप्ता ने कहा कि ‘शुद्ध हवा सबका अधिकार-प्रदूषण पर जोरदार प्रहार’ नाम की योजना में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पेड़ लगाया जाना भी शामिल है।
दिल्ली में शुक्रवार को मौसम की गर्मी और नरमी एक साथ दिखाई दी। दिन में लोग जहां झुलसाने वाली धूप से परेशान नजर आए। वहीं, शाम को मौसम ने करवट बदली और ज्यादातर स्थानों पर तेज हवा के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी हुई। इसके चलते तापमान में गिरावट आई।
दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा एक बार फिर खराब हो गई है। दिल्ली में आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 301 पर पहुंच गया जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। धुंध में अचानक हुई वृद्धि के कारण वायु गुणवत्ता और खराब हो रही है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा है कि शहर में तीन दिन तक रहने से संक्रमण हो सकता है। गडकरी ने दिल्ली और मुंबई को प्रदूषण स्तर को रेड जोन में बताया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने क्लाउड सीडिंग से कृत्रिम बारिश की योजना पर कहा कि पहले हम इसका ट्रायल करेंगे,क्लाउड सीडिंग कराकर हम दिल्ली के प्रदूषण को कम करना चाहते हैं।
एक बार फिर से दिल्ली की हवा खराब हो गई है। प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने तत्काल प्रभाव से ग्रेडेड एक्शन प्लान यानी ग्रैप के पहले चरण को लागू कर दिया है। इसके तहत दिल्लीवालों के लिए कुछ बंदिशें लगाई जाएंगी।
जनवरी से मार्च के दौरान दिल्ली का एक्यूआई 231 था जबकि साल 2024 में इन्हीं तीन महीनों में यह 250 दर्ज किया गया था।
शनिवार को, शहर ने पिछले तीन सालों में 1 जनवरी से 15 मार्च के बीच अपनी सबसे साफ हवा का अनुभव किया, जिसमें AQI 85 था, जो 2025 का पहला 'संतोषजनक' वायु गुणवत्ता दिवस था।