जनगणना 2027 में छह नए सवाल शामिल होंगे, जो इंटरनेट, स्मार्टफोन, पानी, गैस, वाहन और अनाज के उपयोग पर केंद्रित हैं। यह पहली डिजिटल जनगणना होगी, जो सामाजिक-आर्थिक प्रगति को मापेगी।
लगभग 5 साल के इंतजार के बाद गृह मंत्रालय ने जनगणना के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। देश में जल्द ही इसकी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। भारत के 4 राज्यों में जनगणना की प्रक्रिया पहले शुरू होगी। जानिए पूरी बात:
सरकार ने घोषणा की थी कि जनगणना-2027 दो चरणों में आयोजित की जाएगी, जिसमें जातिगत गणना भी शामिल होगी। यह पहली बार होगा जब 1931 के बाद भारत में व्यापक जातिगत जनगणना की जाएगी।
निर्धारित अंतराल के मुताबिक देश की जनगणना 2021 में होनी चाहिए थी लेकिन कोविड महामारी की वजह से इसे टाल दिया गया था। अब यह 2027 में होगी। इससे पहले 2011 में आखिरी बार देश में जनगणना हुई थी।
देश में जनगणना करवाने की तारीख सामने आ गई है। एक मार्च, 2027 से इसकी शुरुआत होने जा रही है। हालांकि, कई पहाड़ी राज्यों में यह अगले साल अक्टूबर में ही शुरू हो जाएगा।
2025-26 के बजट में जनगणना, सर्वेक्षण और सांख्यिकी/रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (आरजीआई) के लिए केवल 574.80 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
जनगणना में संप्रदाय भी इस बार पूछा जाएगा। कबीरपंथी, रविदासी, दलित बौद्ध समेत देश के अलग-अलग राज्यों में कई संप्रदाय हैं। ऐसे में संप्रदाय भी राजनीति का एक बड़ा आधार हो सकता है। इस तरह कुल 30 सवाल जनगणना में पूछे जाएंगे। इससे पहले 2011 में 29 सवाल पूछे गए थे।
अब तक जनगणना में धर्म और वर्ग ही पूछा जाता था, लेकिन इस बार संप्रदाय भी बताना होगा। जातिगत जनगणना की मांग कई विपक्षी दलों और एनडीए के सहयोगी दलों ने भी की है। इस पर सरकार ने अब तक कोई फैसला नहीं लिया है, लेकिन संप्रदाय पूछने पर सहमति बन गई है।
देश की जनसंख्या का आधकारिक सर्वे 2025 में शुरू हो सकता है, जो साल 2026 तक जारी रहेगी। रिपोर्ट के अनुसार, जनगणना के बाद लोकसभा सीटों का परिसीमन शुरू होगा। यह प्रक्रिया 2028 तक चल सकती है। कुछ समय पहले ही खबरें आई थीं कि सेंसस को लेकर सरकार की तरफ से तैयारियां जारी हैं।
भारत में जल्द ही जनगणना होने जा रही है। मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इसके संकेत दे दिए हैं। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में तारीख को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा है। साथ ही उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भी चर्चा की।