बचपन में हम लोग भी अंग्रेजी का विरोध करते थे...; अशोक गहलोत ने अमित शाह के बयान पर ये क्या कह डाला?
राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने शाह के बयान का विरोध करते हुए एक नया बयान दे डाला। उन्होंने बताया- बचपन में हम लोग भी अंग्रेजी का विरोध करते थे... जानिए क्या है पूरा मामला, शाह और गहलोत ने अंग्रेजी को लेकर क्या कहा?

देश के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अंग्रेजी को लेकर दिए गए बयान के बाद भाषा को लेकर एक बार फिर रस्साकशी शुरू हो गई है। राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने शाह के बयान का विरोध करते हुए एक नया बयान दे डाला। उन्होंने बताया- बचपन में हम लोग भी अंग्रेजी का विरोध करते थे... जानिए क्या है पूरा मामला, शाह और गहलोत ने अंग्रेजी को लेकर क्या कहा?
अमित शाह के इस बयान से शुरू हुई डिबेट
सबसे पहले आपको अमित शाह द्वारा दिए गए बयान को बताते हैं। दरअसल गृह मंत्री अमित शाह एक किताब के विमोचन के दौरान भारतीय भाषाओं के महत्व को बता रहे थे, तभी उन्होंने अंग्रेजी और देश में इस भाषा को बोलने वालों के लिए बड़ा बयान दे डाला। उन्होंने कहा- 'मेरी बात ध्यान से सुनना, हम सब के जीवन में इस देश में अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म आएगी। ऐसे समाज का निर्माण अब दूर नहीं है।'
गहलोत ने शाह, BJP समेत RSS को लिया आड़े हाथ
इस बयान के बाद कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों और सोशल मीडिया पर भाषा को लेकर एक बार फिर डिबेट शुरू हो गई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भी कमान संभाली और अमित शाह, भाजपा और आरएसएस समेत पार्टी के मंत्रियों को लपेटे में लेना शुरू कर दिया। गहलोत ने घेराव करते हुए लिखा- ‘गृहमंत्री श्री अमित शाह एवं भाजपा-RSS के तमाम लोग अंग्रेजी के खिलाफ रहते हैं हालांकि देश की जनता जानती है कि अधिकांश केन्द्रीय मंत्रियों के बच्चे विदेशों में अंग्रेजी शिक्षा ले रहे हैं और यहां वो जनता को भ्रमित करते हैं।’
गहलोत, बचपन और अंग्रेजी को लेकर नजरिया
गहलोत ने अपने बचपन के बारे में भी बताया कि जब वे छोटे थे, तब अंग्रेजी को लेकर क्या सोचते थे। उन्होंने लिखा- बचपन में हम लोग भी अंग्रेजी का विरोध करते थे लेकिन अंग्रेजी समय की आवश्यकता हो गई इसलिए हमने भी खुद की अप्रोच में बदलाव किया। आज कंप्यूटर, इंटरनेट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में अंग्रेजी के माध्यम से युवा पीढ़ी जीवन में पूरी तरह कामयाब हो सकती है।
कांग्रेस का क्या है स्टैंड, लगाए नए आरोप
इस तरह उन्होंने कांग्रेस का स्टैंड रखते हुए बताया कि कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी और हम सब हिन्दी के भी पक्षधर हैं, लेकिन अंग्रेजी एक अंतरराष्ट्रीय भाषा है जो सभी के लिए दुनिया के नए रास्ते खोलती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को बन्द करने का प्रयास किया परन्तु जनता में इनकी लोकप्रियता के कारण ऐसा कदम नहीं उठा सकी।