बेहद कमजोर, सुस्त चाल; रणथंभौर की बाघिन का मौत से पहले का वीडियो भावुक कर देगा
एरोहेड की मौत की खबर से वन्यजीव फ़ोटोग्राफर,वनकर्मी और लगातार सफारी पर आने वाले लोग गहरे सदमे में हैं। उनमें से एक प्रकृति फोटोग्राफर सचिन राय हैं,जो उसे बचपन से देख रहे थे। राय ने एक भावुक इंस्टाग्राम पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया है,जिसे उन्होंने उसकी आखिरी सैर बताया है।

जंगल में चुस्त चाल,भारी भरकम शरीर और तेज दहाड़ बाघ को सबसे खास बनाता है। उसकी मौजूदगी किसी भी अन्य जीव के लिए खतरे से खाली नहीं रहती,लेकिन अगर वही बाघ आपको दुर्बल,सुस्त और बेहद कमजोर दिखे तो? शरीर ऐसा कि देखकर ही तरस आ जाए। राजस्थान के रणथंभौर टाइगर रिजर्व की सबसे मशहूर बाघिनों में से एक 'एरोहेड' (T-84) का 14 साल की उम्र में निधन हो गया है। उसकी मौत के पहले का एक वीडियो लोगों को चौंका रहा है। वन्यजीव प्रेमियों और रणथंभौर आने वालों के बीच बेहद पसंद की जाने वाली इस बाघिन की मौत इसी हफ्ते हुई। यह वीडियो उसके जीवन के अंतिम घंटों की झलक देता है। एनडीटीवी की मानें तो एरोहेड की मौत अपनी बेटी को दूसरे टाइगर रिजर्व में भेजे जाने के कुछ ही घंटों बाद हुई।
एरोहेड की मौत की खबर से वन्यजीव फ़ोटोग्राफर,वनकर्मी और लगातार सफारी पर आने वाले लोग गहरे सदमे में हैं। उनमें से एक प्रकृति फोटोग्राफर सचिन राय हैं,जो उसे बचपन से देख रहे थे। राय ने एक भावुक इंस्टाग्राम पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया है,जिसे उन्होंने "उसकी आखिरी सैर" बताया है। यह वीडियो 17 जून को पदम तालाब के पास रिकॉर्ड किया गया था।
अपनी पोस्ट में सचिन राय ने 17 जून की शाम को एरोहेड के अंतिम पलों को याद किया। उन्होंने अपनी लंबी पोस्ट में लिखा,"17 जून की शाम को,मैंने महान बाघिन एरोहेड की शायद आखिरी सैर देखी। उसे संघर्ष करते हुए उठने की कोशिश करते हुए और फिर कुछ कमज़ोर कदम चलकर दोबारा गिरते हुए देखना दिल दहला देने वाला था।" उन्होंने बताया कि कैसे एरोहेड बीमारी से कमजोर होकर,बहुत मुश्किल से चल पा रही थी,पेड़ों के नीचे आराम करने से पहले बमुश्किल कुछ कदम ही चल पाती थी। उन्होंने आगे कहा,"हर हरकत में जबरदस्त कोशिश दिख रही थी। उस शांत पल में मेरे दिल ने जान लिया था कि अंत नजदीक था।"
सचिन राय की यह श्रद्धांजलि केवल अंतिम पलों तक ही सीमित नहीं थी। उन्होंने एरोहेड के शानदार सफर को भी याद किया,एक छोटे शावक से लेकर एक दबंग बाघिन बनने तक,जिसने कभी उसी इलाके पर राज किया था जिस पर उसकी मां करती थी। उन्होंने समझाया,"मैंने एरोहेड के सफर को तब से देखा है जब वह एक छोटी शावक थी। शुरुआती दिनों से लेकर उसे एक ताक़तवर बाघिन बनते देखने तक,उसके जीवन का हर अध्याय लचीलेपन का प्रमाण था।" 19 जून को पोस्ट किए गए इस वीडियो को 6.3 मिलियन से ज़्यादा बार देखा जा चुका है। सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने एरोहेड के अंतिम पलों से भावुक होकर प्यार और दुख की लहर फैला दी है। एक उपयोगकर्ता ने कहा,"एक बाघ को ऐसे देखना दिल तोड़ने वाला है।"