बेटी का मोबाइल, पिता की स्क्रिप्ट: हनीट्रैप के इस खेल में फंसा बाड़मेर का युवक
राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक सनसनीखेज हनीट्रैप रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले ने न सिर्फ पुलिस-प्रशासन को हिला कर रख दिया, बल्कि आमजन को भी स्तब्ध कर दिया है। एक युवक को पहले प्रेमजाल में फंसाया गया, फिर बंद कमरे में उसके साथ जो खेल खेला गया, वो रूह कंपा देने वाला है।

राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक सनसनीखेज हनीट्रैप रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले ने न सिर्फ पुलिस-प्रशासन को हिला कर रख दिया, बल्कि आमजन को भी स्तब्ध कर दिया है। एक युवक को पहले प्रेमजाल में फंसाया गया, फिर बंद कमरे में उसके साथ जो खेल खेला गया, वो रूह कंपा देने वाला है। लड़की के मोबाइल से पहले प्यार भरे मैसेज भेजे गए और फिर बुलाकर युवक को बंधक बना लिया गया। उसके साथ मारपीट की गई, निर्वस्त्र कर फोटो और वीडियो बनाए गए और फिरौती के रूप में 20 लाख की मांग की गई।
लड़की के नाम पर फंसाया, पिता और भतीजे ने रचा पूरा खेल
एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 24 जून को चौहटन थाना क्षेत्र के कापराऊ निवासी सताराम जाट ने सदर थाने में आकर शिकायत दी थी। सताराम के अनुसार, उसे एक लड़की के मोबाइल से मैसेज कर बुलाया गया था। जब वह बाड़मेर के एक मकान पर पहुंचा तो वहां लड़की के पिता, उसका भतीजा और कुछ अन्य युवक पहले से ही मौजूद थे। आते ही उस पर टूट पड़े, मारपीट की और धमकी दी कि अगर उनकी बात नहीं मानी तो उस पर बलात्कार का झूठा केस दर्ज करवा देंगे।
निर्वस्त्र कर बनाए वीडियो, सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी
घटना यहीं नहीं रुकी। आरोपियों ने सताराम को जबरन निर्वस्त्र किया और उसके अश्लील वीडियो और फोटो बना डाले। इसके बाद कहा गया कि अगर उसने 20 लाख नहीं दिए, तो यह आपत्तिजनक सामग्री सोशल मीडिया पर वायरल कर दी जाएगी। युवक के इंकार करने पर सौदेबाज़ी शुरू हुई और 5 लाख रुपए में उसे छोड़ने की बात कही गई।
पुलिस ने समय रहते मारी रेड, युवक को छुड़ाया
24 जून की रात ही पुलिस को सूचना मिली कि सताराम को शिवनगर क्षेत्र में महाराजा स्कूल रोड के एक मकान में बंधक बनाकर रखा गया है। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। बिना समय गंवाए टीम ने मकान पर छापा मारा और सताराम को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पुलिस की तत्परता से युवक की जान बच गई और हनीट्रैप गैंग की साजिश पर पानी फिर गया।
दो आरोपी गिरफ्तार, गैंग का नेटवर्क तलाश रही पुलिस
पुलिस ने इस मामले में तकनीकी और आसूचना तंत्र की मदद से मुख्य आरोपियों की पहचान कर उन्हें दबोच लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में देवेंद्र चौधरी (22) पुत्र तुलछाराम और हुकमाराम (54) पुत्र भैराराम शामिल हैं, जो लाभु का तला, खडीन थाना रामसर क्षेत्र के निवासी हैं। ये दोनों लंबे समय से इस तरह की वारदातों में शामिल रहे हैं।
गैंग का मास्टरमाइंड कौन?
फिलहाल पुलिस इस हनीट्रैप गैंग के मास्टरमाइंड और अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है। ऐसा संदेह है कि इस गिरोह ने पहले भी इसी तरह कई युवकों को शिकार बनाया होगा। पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश होने पर कई और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
महिला सुरक्षा के नाम पर पुरुषों को बनाया जा रहा टारगेट?
इस मामले ने यह भी सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या कानून के डर का दुरुपयोग कर कुछ गिरोह अब पुरुषों को ही ब्लैकमेल करने का नया हथियार बना रहे हैं? इस घटना ने समाज को एक नई और खतरनाक सोच की झलक दिखाई है, जिसमें लालच, साजिश और तकनीक के इस्तेमाल से इंसान को बर्बाद किया जा सकता है।
बाड़मेर पुलिस की सतर्कता से एक बड़ी वारदात टल गई, लेकिन यह केस आने वाले समय में कई और परतें खोल सकता है।
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