काले अंडरआर्म्स ना सिर्फ देखने में खराब लगते हैं बल्कि कई बार शर्मिंदगी का कारण भी बन जाते हैं। ज्यादातर लोग इसे साफ-सफाई पर ध्यान ना रखने का नतीजा मानते हैं। लेकिन यह पूरा सच नहीं है। दरअसल, यह त्वचा की यह एक सामान्य स्थिति है जिसमें त्वचा के कुछ हिस्से सामान्य से अधिक गहरे रंग के हो जाते हैं। यह मेलेनिन के अधिक उत्पादन के कारण होता है। इसके अलावा कई बार अंडरआर्म्स का कालापन 5 रोगों का भी संकेत हो सकता है। Pic Credit: Shutterstock
डार्क अंडरआर्म्स सिर्फ एक कॉस्मेटिक समस्या नहीं है, बल्कि कई बार यह कुछ बीमारियों का संकेत भी हो सकते हैं। Pic Credit: Shutterstock
काले अंडरआर्म्स को एकैंथोसिस निगरिकन्स नामक स्थिति के रूप में भी जाना जाता है,जो मधुमेह का संकेत हो सकता है। बता दें,यह एक त्वचा संबंधी स्थिति है जिसमें त्वचा के कुछ हिस्सों, जैसे कि अंडरआर्म्स, गर्दन, या कमर में गहरे, मोटे, मखमली पैच दिखाई देते हैं।Pic Credit: Shutterstock
जरूरत से ज्यादा मोटापा एकैंथोसिस निगरिकन्स का कारण बन सकता है, जिसकी वजह से अंडरआर्म्स काले हो जाते हैं। बता दें, एकैंथोसिस निगरिकन्स एक ऐसी स्थिति है जो त्वचा के मुड़ाव और सिलवटों जैसी जगह उदाहरण के लिए बगल, गर्दन और कमर के हिस्से को काला और मोटा कर देती है।Pic Credit: Shutterstock
थायराइड ग्रंथि के ठीक से काम न करने से भी त्वचा में बदलाव हो सकते हैं, जिसमें अंडरआर्म्स का काला होना भी शामिल है।Pic Credit: Shutterstock
पीसीओएस एक हार्मोनल विकार है जो महिलाओं को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में अनियमित मासिक धर्म, अत्यधिक बाल बढ़ना (हर्सुटिज़्म), मुंहासे और वजन बढ़ना शामिल हैं। PCOS एकैंथोसिस निगरिकन्स और काले अंडरआर्म्स से जुड़ा हो सकता है। जो त्वचा के कालेपन खासकर अंडरआर्म्स का कारण बन सकता है।Pic Credit: Shutterstock
अंडरआर्म्स में होने वाले फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण भी बगल के कालेपन का कारण बन सकते हैं।Pic Credit: Shutterstock
नींबू,नारियल तेल,एलोवेरा और बेकिंग सोडा की मदद से आप अंडरआर्म्स का काला पन दूर कर सकते हैं। Pic Credit: Shutterstock