Hindi Newsफोटोलाइफस्टाइलशॉपिंग की शौकीन मुगल शहजादी ने डिजाइन किया था चांदनी चौक, जानें क्यों रखा ये नाम

शॉपिंग की शौकीन मुगल शहजादी ने डिजाइन किया था चांदनी चौक, जानें क्यों रखा ये नाम

Chandni Chowk History: अगर कुछ लोगों की तरह आपको भी यही लगता है कि इसे किसी मुगलकालीन राजा ने बनवाया होगा तो आपको बता दें, आप गलत हैं। चांदनी चौक को 17वीं सदी में मुगल सम्राट शाहजहां की बेटी जहांआरा ने डिजाइन किया था।

Manju MamgainFri, 27 June 2025 07:55 PM
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चांदनी चौक का इतिहास

अगर अब तक आप भी पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक को सिर्फ खाने-पीने और शॉपिंग का अड्डा मानते रहे हैं तो आपको बता दें, इसकी कहानी इससे कहीं और ज्यादा है। जी हां, चांदनी चौक में आज भी कई मुगलकालीन इमारतें,पुराने बाजार, संकरी गलियां, बड़े-बड़े गुंबद नुमा भवन, मंदिर, गुरुद्वारा आज भी उसकी रौनक माने जाते हैं। लेकिन क्या इन्हें देखकर कभी आपके मन में यह ख्याल नहीं आता कि आखिर इस जगह को किसने बनवाया होगा। अगर कुछ लोगों की तरह आपको भी यही लगता है कि इसे किसी मुगलकालीन राजा ने बनवाया होगा तो आपको बता दें, आप गलत हैं। चांदनी चौक को 17वीं सदी में मुगल सम्राट शाहजहां की बेटी जहांआरा ने डिजाइन किया था। आइए जानते हैं आखिर क्या है चांदनी चौक का रोचक इतिहास और क्यों दिया गया इसे यह नाम 'चांदनी चौक'।

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चांदनी चौक का क्या है इतिहास

लाल किले के ठीक सामने बसा हुआ इलाका आज चांदनी चौक के नाम से जाना जाता है। बता दें, चांदनी चौक का निर्माण 1650 के दशक में हुआ था। दरअसल,मुगल बादशाह शाहजहां ने आगरा से अपनी राजधानी दिल्ली शिफ्ट की थी। जिसके बाद उन्होंने दिल्ली में यमुना किनारे लाल किला बनवाया। बाद में लाल किला के सामने ही चांदनी चौक का निर्माण भी करवाया गया।

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किसने डिजाइन किया चांदनी चौक

दरअसल, शाहजहां की बेटी जहांआरा को खरीदारी का बहुत शौक था। वो अकसर दिल्ली के अलग-अलग बाजारों से शॉपिंग किया करती थी। जब शाहजहां को इस बारे में पता चला तो उन्होंने उसके लिए एक बड़ा बाजार बनवाने का फैसला किया। जिसके बाद जहांआरा ने खुद चांदनी चौक को डिजाइन किया। Pic Credit: Freepik

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कैसे पड़ा चांदनी चौक नाम

चांदनी चौक का मतलब 'चांदनी रात में चमकता हुआ चौराहा या बाजार' होता है। दरअसल उस समय चांदनी चौक के बीच में खाली जगह छोड़ी गई थी, जिसमें एक तालाब हुआ करता था, चांद की रोशनी जैसे ही पानी में पड़ती तो वह चमकने लगता था, जिससे बाजार की रौनक में चार चांद लग जाते थे। जिसके बाद यह बाजार चांदनी चौक के नाम से मशहूर हो गया। हालांकि, अब यहां का पानी सूख गया है।

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चांदनी चौक को क्या चीज बनाती है खास

चांदनी चौक अपनी वास्तुकला और संस्कृति के लिए बेहद प्रसिद्ध है। यह जगह भारतीय इतिहास के विभिन्न युगों को दर्शाती है। यहां आपको हर धर्म से जुड़ी कोई न कोई निशानी देखने को मिलेगी। उदाहरण के लिए हिन्‍दुओं के लिए गौरी शंकर मंदिर, मुस्लिमों के लिए फतेहपुरी मस्जिद, सिखों के लिए शीशगंज गुरुद्वारा और सेंट्रल बैपटिस्ट चर्च ईसाई धर्म के लोगों के लिए बना हुआ है।Pic Credit: Freepik

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किस चीज के लिए फेमस है चांदनी चौक

दिल्‍ली ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में चांदनी चौक बाजार के चर्चे सुनने को मिलते हैं। चांदनी चौक के बाजार में आपको थोक रेट से लेकर रिटेल में भी सामान मिल जाता है। हालांकि शॉपिंग करने के लिए आपको छोटी-छोटी और पतली गलियों से होकर गुजरना पड़ता है।यह जगह सिर्फ शॉपिंग ही नहीं बल्कि खाने पीने के लिए भी लोगों के बीच काफी मशहूर है।Pic Credit: Freepik

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फूडी लोगों के लिए परफेक्ट जगह

चांदनी चौक का दरीबा कला, खाने पीने के शौकीन लोगों के लिए परफेक्ट जगह है। यहां ज्‍यादातर लोग जलेबी, कचौड़ी और अलग-अलग मिठाई का स्‍वाद लेने के लिए दूर-दूर से आते हैं। Pic Credit: Freepik