वास्तु शास्त्र कहता है कि कई बार व्यक्ति से जाने-अनजाने में होने वाली गलतियां वास्तु दोष का कारण बनती है। वास्तु दोष व्यक्ति के सुख-समृद्धि व तरक्की में बाधा का कारण हो सकता है। घर में वास्तु दोष होने पर जातक मानसिक, शारीरिक व आर्थिक रूप से परेशान रहता है। इतना ही नहीं घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। वास्तु शास्त्र में वर्णित है कि अगर कुछ नियमों का पालन किया जाए तो वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में शुभता के साथ तरक्की प्राप्त होती है।
वास्तु के अनुसार, ड्राइंग रूम को हमेशा व्यवस्थित एवं साफ-सुथरा रखना चाहिए। यहां हमेशा रोशनी रखनी चाहिए। इस हिस्से में फूल एवं फूलों के चित्र रखना शुभ होता है। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में शुभता आती है।
वास्तु के अनुसार, रसोई घर में एक घी का डिब्बा भरा हुआ अग्निकोण में रखना घर में बरकत बढ़ाने वाला होता है।
वास्तु के अनुसार, मुख्य द्वार पर काले रंग की नेम प्लेट नहीं लगानी चाहिए। नेम प्लेट के ऊपर हमेशा रोशनी आनी चाहिए। मान्यता है कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और सुख-संपदा का आगमन होता है।
वास्तु के अनुसार, पूर्व दिशा में कमल का फूल या उसका चित्र लगाना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से सामाजिक मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
वास्तु के अनुसार, घर में सीढ़ियों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सीढ़ियां गंदी नहीं होनी चाहिए, उन पर सामान नहीं रखना चाहिए। मान्यता है कि जिस घर की सीढ़ियां साफ-सुथरी होती हैं उस घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।