DCP विक्रम कपूर सुसाइड केस: महिला मित्र से पूछताछ के बाद खुलेगी मामले की परत
रिमांड पर चल रहे एसएचओ अब्दुल सईद ने पूछताछ के दौरान जिस महिला मित्र का जिक्र करते हुए डीसीपी विक्रम जीत कपूर को झूठे मुकदमे में फंसाने का खुलासा किया। एसआईटी अब उस महिला की पूछताछ के लिए बुलाएगी।...

रिमांड पर चल रहे एसएचओ अब्दुल सईद ने पूछताछ के दौरान जिस महिला मित्र का जिक्र करते हुए डीसीपी विक्रम जीत कपूर को झूठे मुकदमे में फंसाने का खुलासा किया। एसआईटी अब उस महिला की पूछताछ के लिए बुलाएगी। इसके बाद ही डीसीपी की आत्महत्या से जुड़े राज खुल सकेंगे। एसपी क्राइम अनिल कुमार का मानना है कि एसएचओ की महिला मित्र से पूछताछ करने पर ही मामले की सच्चाई सामने आएगी। इसके चलते एसआईटी महिला से भी पूछताछ करेगी।
दरअसल, पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी अब्दुल सईद ने बताया की उनकी एक महिला मित्र है जिनका अपने ससुर से प्रॉपर्टी का विवाद चल रहा है। इस प्रॉपर्टी विवाद की दरखास्त महिला मित्र के पति के द्वारा दी गई थी। इस मामले की जांच भी डीसीपी विक्रम जीत कपूर के अधिकार क्षेत्र में आता थी। एसएचओ अपने भानजे के मामले से निकालने के अलावा महिला के पति के मामले पर भी कार्यवाही अपने पक्ष में कराना चाहता था। ऐसे में महिला मित्र से पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि क्या वाकई वह महिला डीसीपी विक्रम जीत कपूर को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रही थी, या फिर एसएचओ उन पर दबाव बनाने के लिए यह सब बातें अपनी ओर से कर रहे थे। यह सब खुलासा महिला से पूछताछ के बाद ही हो सकेगा। इस बारे में ऑडियो व वीडियो का बारीकी से पता लगाए जाने के लिए साइबर सैल की भी मदद ली जा रही है।
देहरादून से होगी पत्रकार साथी की गिरफ्तारी
सेक्टर-30 सीआईए इंचार्ज विमल राय ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी एसएचओ से पूछताछ जारी है। शाम तक जैसे ही कुछ बिंदुओं पर पूछताछ पूरी कर ली जाएगी, इसके बाद आरोपी एसएचओ की निशानदेही पर देहरादून से उसके पत्रकार साथी की गिरफ्तारी की जाएगी। जो वहां पर किराए के कमरे में छिपा हुआ है।
तीन महीने से डीसीपी को कर रहे थे परेशान
पीआरओ सूबे सिंह ने बताया कि आरोपी एसएचओ अब्दुल सईद पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने अपने पत्रकार साथी सतीश से फरीदाबाद के अखबारों में खबर भी छपवाने की धमकी दी थी। वह और उसका दोस्त सतीश पिछले 3 महीने से लगातार स्वर्गीय डीसीपी को परेशान कर रहे थे। इसे लेकर वह कई बार वह डीसीपी की कोठी पर जाकर डीसीपी को दोनों के मामलों के संबंध में अपने मन मुताबिक कार्य करने के लिए दबाब बनाता था।
13 जुलाई 2019 को तेज आवाज सुन परेशान हो गई थी डीसीपी की पत्नी
आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि वह 13 जुलाई को डीसीपी के सरकारी आवास पर गया था। उसने डीसीपी को अपने हक के मुताबिक कार्य करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने मना किया तो, मैं गुस्से में आकर उनसे तेज आवाज में बात कर ही रहा था, कि तभी, तेज आवाज सुनकर स्वर्गीय डीसीपी साहब की पत्नी भी वहां पर आ गई थी। इस दौरान भी यह कहा गया कि अगर भान्जे अरसद को केस से बाहर नहीं निकाला गया तो महिला मित्र के पति झूठे इल्जाम लगवा दूंगा। एसआईटी हेड और एसीपी क्राइम अनिल यादव ने बताया कि आरोपी अब्दुल शईद व उसके आरोपी दोस्त सतीश पत्रकार से परेशान होकर डीसीपी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।